लाइगर' डिजास्टर हुई तो डायरेक्टर को मिली जान से मारने की धमकी, लेटर में लिखा- मैंने किसी को धोखा नहीं दिया

'लाइगर' डिजास्टर हुई तो डायरेक्टर को मिली जान से मारने की धमकी, लेटर में लिखा- मैंने किसी को धोखा नहीं दिया

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

मुंबई। विजय देवरकोंडा (Vijay Deverakonda) और अनन्या पांडे (Ananya Pandey) स्टारर एक्शन थ्रिलर फिल्म 'लाइगर' (Liger) के डिजास्टर साबित होने के बाद इसके डायरेक्टर पुरी जगन्नाथ (Puri Jagannadh) मुश्किल में हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म के कई डिस्ट्रीब्यूटर्स निर्देशक से नुकसान की भरपाई की मांग कर रहे हैं।

झगड़ा इस कदर बढ़ गया है कि पुरी जगन्नाथ को जान से मारने की धमकी तक मिलने लगी है। परेशान डायरेक्टर ने अपनी व्यथा बताते हुए सोशल मीडिया पर एक लेटर लिखा है, जो वायरल हो रहा है।

लेटर में पुरी जगन्नाथ ने यह लिखा

अपने लेटर में पुरी जगन्नाथ ने लिखा है, "अगर यह सफलता है तो पैसा आएगा। अगर यह असफलता है तो ढेर सारा ज्ञान मिलेगा। इसलिए हमें मानसिक और आर्थिक रूप से फायदा पहुंचता है। दुनिया में ऐसा कुछ नहीं है, जिसे हम खो सकते हैं।

इसलिए हमें हर चीज को असफलता के रूप में नहीं देखना चाहिए। अगर बुरा हुआ तो हमारे आसपास के बुरे लोग गायब हो जाएंगे। एक बार जब हम वापस पलटकर देखते हैं तो हमें अहसास होता है कि वहां कौन बचा है। क्या यह बेहतर नहीं है?"

हमें ईमानदार रहना चाहिए: पुरी 

पुरी जगन्नाथ ने आगे लिखा है, "लोग आपसे शिकायत करेंगे, आप पर आरोप लगाएंगे, आपको सलाखों के पीछे डाल देंगे, जमानत पर निकाल लेंगे, चिल्लाएंगे, ताली बजाएंगे। इसलिए अगर आपकी जिंदगी में ऐसी चीजें नहीं होती है तो सुनिश्चित कीजिए कि ये हों।

वर्ना, हीरो ना बन पाने का ख़तरा है। इसलिए हमें हीरोज की तरह जिंदगी जीना चाहिए। अगर हम जीना चाहते हैं, तो हमें ईमानदार रहना चाहिए। खुद को ईमानदार इंसान घोषित करने की जरूरत नहीं है।सच्चाई को बचाने की जरूरत नहीं है। सच खुद सच की रक्षा करेगा।सच्चाई हमेशा खुद का बचाव करती है।"

'मैंने किसी को धोखा नहीं दिया'

पुरी जगन्नाथ ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा है, "अगर हम दूसरों को धोखा दिए बिना काम करते हैं तो कोई कुछ नहीं करेगा। अगर मैंने किसी को धोखा दिया है तो वे दर्शक हैं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और सिनेमा टिकट खरीदे।

मैंने किसी को कोई धोखा नहीं दिया। मैं अपनी ऑडियंस के प्रति जवाबदेह हूं। मैं फ़िल्में बनाऊंगा और उन्हें एंटरटेन करूंगा। पैसे की बात कर रहे हो? किसी एक इंसान का नाम बता दो, जो मरने के बाद अपने साथ एक पैसा भी ले गया हो।

तब मैं भी पैसा बचाऊंगा। आखिर में हम सब श्मशान में मिलते हैं और इस बीच जो कुछ होता है, सब ड्रामा है।"

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