पढ़ाई के दवाब में हार गई जिंदगी : दसवीं की छात्रा ने परीक्षा से पहले की खुदकुशी

 पढ़ाई के दवाब में हार गई जिंदगी : दसवीं की छात्रा ने परीक्षा से पहले की खुदकुशी

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

दौसा । दौसा जिले के लालसोट कस्बे की न्यू कॉलोनी में पढ़ाई के दवाब में एक 10वीं क्लास की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। छात्रा ने अपने घर में ही फंदा लगा लिया और जान दे दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। छात्रा के पास से सुसाइड नोट भी मिला है, इसमें लिखा है कि वह 95 प्रतिशत से ज्यादा नंबर नहीं ला सकती और वह परेशान हो गई है। राजस्थान में 16 मार्च से राजस्थान बोर्ड की परीक्षा शुरू होने जा रही है।

पुलिस के अनुसार 16 दिन बाद खुशबू (15) का 10वीं बोर्ड का पहला एग्जाम था। ऐसे में वह घर पर ही रहकर पढ़ाई कर रही थी। घटना के दौरान घर में उसका छोटा भाई था, जो चौथी क्लास में पढ़ता है। खुशबू मीणा की मां गुरुवार सुबह करीब 11 बजे छोटे भाई की स्कूल फीस जमा करवाने गई हुई थी। इसी दौरान पीछे से खुशबू ने यह कदम उठा लिया। जब मां घर पर लौटी तो बेटी को फांसी के फंदे पर लटका देख उसके होश उड़ गए। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी जुटाई। खुशबू के 16 मार्च से एग्जाम शुरू होने थे। शिक्षकों की माने तो वह पढ़ने लिखने में काफी होशियार थी और ऐसा कोई कारण नहीं था कि उसे पढ़ाई का तनाव हो।

खुशबू के आत्महत्या के बाद जैसे ही उसके परिजनों को पता लगा तो परिजन भी लालसोट पहुंचे। खुशबू मीणा के पिता बसराम मीणा जालोर जिले के एक स्कूल में सरकारी टीचर के पद पर कार्यरत हैं। बेटी की आत्महत्या की खबर सुनकर पिता बसराम मीणा भी लालसोट पहुंचे। खुशबू ने सुसाइड नोट में पढ़ाई के प्रेशर को खुदकुशी करने का कारण बताया। खुशबू के इस कदम के बाद पूरा परिवार सकते में है। वे यह कल्पना तक नहीं कर पा रहे हैं कि दसवीं में पढ़ने वाली उनकी बेटी ऐसा भी कदम उठा सकती है। माता- पिता दोनों का ही रो रो कर बुरा हाल हो रहा है और चार साल का छोटा भाई बार-बार अपनी बहन के बारे में पूछता है। बिलखते हुए मां ने बताया कि हमने कभी बेटी पर पढ़ाई का दबाव नहीं बनाया। हम उससे यही कहते थे कि नंबरों से कुछ नहीं होता, लेकिन वह खुद हमेशा आगे रहने और पढ़ाई में अव्वल रहने की बात कहती थी। उसने क्यों यह कदम उठाया, समझ में नहीं आ रहा।

खुशबू के स्कूल के प्रिंसिपल विश्राम गुर्जर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि छात्रा खुशबू पढ़ाई में कमजोर थी। वो होशियार थी, लेकिन उसे आत्मविश्वास नहीं था कि उसके अंक 95 प्रतिशत से अधिक आएंगे या नहीं। सोलह फरवरी को ही स्कूल से सभी बच्चों को रिलीव कर दिया गया था, ताकि आराम से वो सेल्फ स्टडी कर सकें। आज बुरा समाचार सुनकर काफी दुख हुआ। थानाधिकारी नाथू लाल मीणा ने बताया कि सुसाइड नोट से ऐसा लग रहा है कि उस पर पढ़ाई का प्रेशर था। सुसाइड नोट को जब्त कर जांच शुरू कर दी है।

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