जौनपुर:  पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या

Journalist Ashutosh Srivastava #Shot dead

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

जौनपुर। पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के सबरहद निवासी आशुतोष सोमवार सुबह घर से निकले। घर से 500 मीटर की दूरी पर बाइक सवार 2 बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सीने और पेट में 4 गोलियां लगी। आसपास के लोग आशुतोष को आनन-फानन में अस्पताल लेकर भागे। यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस बारे में अगर आशुतोष की शिकायत सुन ली गई होती तो आज शायद वह जिंदा होते।

 

छोटे भाई की पत्नी ने बताई पूरी बात

आशुतोष के छोटे भाई की पत्नी डॉली श्रीवास्तव ने बताया कि 10 दिन पहले शाहगंज कोतवाली में आशुतोष को बुलाया गया था। पुलिस ने कहा था कि आप घर से न निकलिए। घर में रहिए। आपकी जान को खतरा है। दो शूटर आपको मारना चाहते हैं। इस पर आशुतोष ने कहा कि मैं कब तक अपने घर में रहूंगा। आप मुझे सुरक्षा दे दीजिए। लेकिन, पुलिस ने सुरक्षा नहीं दी।

गोली लगने से मौके पर ही आशुतोष श्रीवास्तव की मौत हो गई।

(गोली लगने से मौके पर ही आशुतोष श्रीवास्तव की मौत हो गई।)

नाश्ता करके घर से निकले थे
छोटे भाई की पत्नी डॉली श्रीवास्तव ने बताया कि आज सुबह 9 बजे आशुतोष ने नाश्ता किया। फिर बुलेट से बाहर निकले थे। जाते समय कहा था कि थोड़ी देर में आकर खाना खाता हूं। लेकिन, कुछ देर बाद ही उन्हें गोली मार दिए जाने की सूचना मिली।

मृतक के छोटे भाई की पत्नी डॉली बोली-पुलिस ने सुरक्षा दी होती तो जान बच जाती।

(मृतक के छोटे भाई की पत्नी डॉली बोली-पुलिस ने सुरक्षा दी होती तो जान बच जाती।)

पुलिस अफसरों को लेटर लिखकर जान का खतरा जताया था
परिजनों के मुताबिक, आशुतोष श्रीवास्तव ने कुछ दिन पहले ही सीओ शाहगंज और थाना प्रभारी शाहगंज को पत्र लिखकर जान का खतरा बताया था। सुरक्षा के लिए गुहार भी लगाई थी, लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। न ही आशुतोष के प्रार्थना-पत्र पर कोई विचार किया गया। हत्या के बाद लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया।

हॉस्पिटल में रोते-बिलखते परिवार के लोग।

(हॉस्पिटल में रोते-बिलखते परिवार के लोग।)

सुबह बाइक से भाजपा के लिए प्रचार करने निकले थे
बता दें कि आशुतोष श्रीवास्तव भाजपा के कार्यकर्ता भी हैं। वह सुबह प्रचार-प्रसार के लिए बाइक से निकले थे। इस दौरान सुबह नौ बजे अज्ञात अपाचे बाइक सवार बदमाशों ने घर से 500 मीटर की दूरी पर रोक लिया। आशुतोष कुछ समझ पाते, इसके पहले ही अपराधियों ने उनके सीने और पेट में ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दीं।

शाहगंज सीएचसी पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा किया।

(शाहगंज सीएचसी पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा किया।)

आशुतोष की हत्या के पीछे भूमाफियाओं पर शक
पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या के पीछे भूमाफियाओं पर भी शक गहरा रहा है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, परिजनों ने बताया कि वो भूमाफिया के खिलाफ खबरें लिखते थे। संभावना जताई जा रही है कि इसी रंजिश को लेकर पत्रकार की हत्या की गई है।

दोनों बदमाश गमछे से मुंह बांध रखे थे
स्थानीय लोगों ने बताया कि बाइक पर दो बदमाश सवार थे। दोनों बदमाशों ने गमछे से मुंह बांध रखा था। गोली मारते ही आशुतोष गिर गए, और अपराधी तुरंत भाग निकले। सीओ शाहगंज अजीत सिंह चौहान ने बताया कि आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या की सूचना मिली। सीएचसी केंद्र शाहगंज पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई है। CCTV कैमरे भी चेक किए जा रहे हैं।

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