गोरखपुर में फर्जी दरोगा बन घूम रहा था कंप्यूटर इंजीनियर:पुलिस का रौब झाड़कर करता था वसूली

गोरखपुर में फर्जी दरोगा बन घूम रहा था कंप्यूटर इंजीनियर:पुलिस का रौब झाड़कर करता था वसूली

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

गोरखपुर । एक कंप्यूटर इंजीनियर फर्जी दरोगा बनकर वसूली कर रहा था। वह ITM गीडा में BCA का स्टूडेंट है। लेकिन, पुलिस की वर्दी पहन कर उसने डबल स्टार लगा रखा था। पुलिस का फर्जी आईकार्ड भी बना रखा था। वह यहां रामगढ़ताल के नौकायान पर दुकानदारों से वसूली कर रहा था। रामगढ़ताल पुलिस को जब इसकी भनक लगी, तो उसे पकड़​ लिया गया।

जांच-पड़ताल के दौरान उसका आईकार्ड भी फर्जी निकला। फर्जी दरोगा अपूर्व राय कुशीनगर जिले के तरयासुजान का रहने वाला है। उसके पिता अजय शंकर राय पेशे से किसान हैं। अपूर्व राय यहां रामगढ़ताल इलाके के बगहा बाबा स्थान के पास किराए का कमरा लेकर रहता था।

वह ITM गीडा में BCA का स्टूडेंट है। लेकिन, उसने अपने घर वालों और रिश्तेदारों को भी यह बता रखा था कि वह मुरादाबाद में पुलिस विभाग की ट्रेनिंग ले रहा है। पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

 

किराए का कमरा लेकर रहता है फर्जी दरोगा
पुलिस के मुताबिक, कुशीनगर के तरयासुजान का रहने वाला अपूर्व राय यहां 3 साल से किराए का कमरा लेकर रहता है। BCA की पढ़ाई के लिए उसने ITM गीडा में एडमिशन करा रखा था।

लेकिन, खुद पुलिस की यूनिफॉर्म पहनकर वह फोटो खिंचवाता था। अपने फेसबुक और व्हाट्सएप पर पुलिस की वर्दी में प्रोफाइल फोटो भी लगाता था। इस जालसाजी के लिए उसने बाकायदा पुलिस विभाग का फर्जी आईकार्ड भी बना रखा था।

जालसाजी के लिए उसने बाकायदा पुलिस विभाग का फर्जी आईकार्ड भी बना रखा था।

(जालसाजी के लिए उसने बाकायदा पुलिस विभाग का फर्जी आईकार्ड भी बना रखा था।)

फर्जी आईकार्ड दिखाकर करता था वसूली
वह अक्सर नौकायन पर पहुंच जाता था। यहां दुकान लगाने वाले व्यापारियों पर पुलिस का रौब झाड़कर उनसे वसूली करता था। दुकानदार जब उसकी हरकतों से परेशान हो गए और उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। जांच के दौरान उसके पास से फर्जी आईकार्ड भी मिला। जिसे दिखाकर वह दरोगा बना घूम रहा था।

पुलिस में नौकरी नहीं लगी तो उसने फर्जी पुलिसवाला बनने की ठान ली।

(पुलिस में नौकरी नहीं लगी तो उसने फर्जी पुलिसवाला बनने की ठान ली।)

0

3 हजार में वर्दी खरीद बन गया फर्जी दरोगा
पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि वह पहले पुलिस विभाग में भर्ती की तैयारी कर रहा था। लेकिन, जब उसकी नौकरी नहीं लगी तो उसने फर्जी पुलिसवाला बनने की ठान ली।

3 हजार रुपए में उसने पुलिस की वर्दी, स्टार और पूरा यूनिफार्म खरीद डाला। इसके बाद वह बीते 3 साल से फर्जी दरोगा बनकर लोगों से वसूली कर रहा था। इंस्पेक्टर रामगढ़ताल शशिभूषण राय ने बताया, आरोपी के खिलाफ केस दर्ज का कार्रवाई की जा रही है।

Share this story