लखनऊ : बीती पांच सितंबर को मार्केटिंग इंस्पेक्टर के चार साल बेटे का किडनैप , मासूम की हत्या कर शव को गंगा में भी फेंक दिया गया

On September 5, the marketing inspector's four-year-old son was kidnapped, the dead body was also thrown into the Ganges after killing the innocent.

बीती पांच सितंबर को मार्केटिंग इंस्पेक्टर के चार साल बेटे का किडनैप हो गया था। इतना ही नहीं मासूम की हत्या कर शव को गंगा में भी फेंक दिया गया था।

इसी मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है।

हैरान करने वाली बात तो यह है कि वह उसका भाई ही निकला। पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि मैंने ही हत्या कर शव गंगा में फेंक दिया।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सनसनीखेज कर देने वाला मामला सामने आया है। बीती पांच सितंबर को मार्केटिंग इंस्पेक्टर के चार साल बेटे का किडनैप हो गया था। इतना ही नहीं मासूम की हत्या कर शव को गंगा में भी फेंक दिया गया था। इसी मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि वह उसका भाई ही निकला। पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि मैंने ही हत्या कर शव गंगा में फेंक दिया। जिसके बाद से पुलिस शव के लिए कानपुर और हरिद्वार में तलाश कर रही है।

चचेरे भाई के साथ बाजार गया था मासूम
जानकारी के अनुसार शहर के सनातन कॉलोनी निवासी धर्मेंद्र पांडेय डुमरिया गंज में मार्केटिंग इंस्पेक्टर हैं। उनका चार वर्षीय बेटा राम अपने चचेरे भाई अमित के साथ बाजार गया था। काफी देर तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की। इतना ही नहीं अमित का भी मोबाइल फोन बंद आ रहा था। दोनों का कोई सुराग नहीं लगने पर धर्मेंद्र ने पुलिस को सूचना दी। दूसरे दिन यानी बुधवार छह सितंबर की शाम अमित नाटकीय तरीके से घर वापस आ गया और राम के खोने की बात कही। 

मासूम की मां का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
दूसरी ओर बच्चे की मां रश्मि ने सोशल मीडिया पर बच्चे किसी को भी मिलने पर जानकारी देने की अपील की है। चार साल के मासूम राम का गायब होने से घर से लेकर मोहल्ले तक सन्नाटा पसरा हुआ है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है। एक प्राइवेट स्कूल में टीचर उसकी मां रश्मि बच्चे के लिए कभी खुद को तो कभी भगवान को कोस रही थी। वह बार-बार कह रही थी कि पुलिस से मीडिया को खबर न लगती तो शायद बच्चा बच जाता। इतना ही नहीं बच्चे की तलाश के लिए लखनऊ, कानपुर और हरिद्वार में जगह-जगह पर पोस्टर लगाए जा रहे है।

अधिकारियों ने बच्चे को लेकर कहीं ये बात
आरोपी अमित से जब भी पुलिस पूछताछ करती है तो वह गोल मोल जवाब देने लगता है। इस मामले को लेकर चिनहट इंस्पेक्टर तेज बहादुर सिंह का कहना है कि अमित बार-बार बयान बदल रहा है। आरोपी कभी कहता है कि कानपुर के पास गंगा में राम की हत्या कर शव फेंक दिया, तो कभी कहता है कि हरिद्वार में छोड़कर आया हूं। वहीं दूसरी ओर विभूतिखंड एसीपी के अनुसार बच्चे की तलाश के लिए सर्विलांस की टीम को भी लगाया है। बच्चे की लोकेशन के आधार पर दो टीमों को भेजा गया है। पर जिस तरह से आरोपी अपने बयान बदल रहा है, उससे अभी हालात स्पष्ट नहीं हो रहे।
 
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