लखनऊ: महिला मित्र को मालामाल करने ज्वैलर्स के कारीगर ने रची साजिश, जानें क्या है पूरा मामला 

Jewelers' craftsman hatched a conspiracy to make a female friend rich, know what is the whole matter
महिला मित्र को मालामाल करने और अपना कर्जा निपटाने के लिए बरेली के स्वर्ण आभूषण के कारीगर ने अपनी ही चोरी की घटना रच डाली। महिला मित्र को लखनऊ बुलाकर उसने चलती ट्रेन में अपने बैग को चोरी करवाया। बरेली पहुंचकर 65 लाख रुपये की कीमत का 1400 ग्राम सोना चोरी होने की एफआइआर दर्ज करायी। जीआरपी ने जांच की तो 140 ग्राम सोना के साथ कारीगर, उसकी महिला मित्र और भांजा मिला। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
 

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 
लखनऊ। महिला मित्र को मालामाल करने और अपना कर्जा निपटाने के लिए बरेली के स्वर्ण आभूषण के कारीगर ने अपनी ही चोरी की घटना रच डाली। महिला मित्र को लखनऊ बुलाकर उसने चलती ट्रेन में अपने बैग को चोरी करवाया। बरेली पहुंचकर 65 लाख रुपये की कीमत का 1400 ग्राम सोना चोरी होने की एफआइआर दर्ज करायी। जीआरपी ने जांच की तो 140 ग्राम सोना के साथ कारीगर, उसकी महिला मित्र और भांजा मिला। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।


बरेली के थाना किला स्थित सौदागरान मजार वाली गली निवासी विवेक कुमार रस्तोगी सोने के आभूषण की कारीगरी करता है। वह सर्राफा के लिए स्वर्ण आभूषण के काम करके उसके बदले सोना ही मेहनताना के रूप में लेता है। विवेक कुमार रस्तोगी 27 सितंबर को कुंभ एक्सप्रेस से बरेली से वाराणसी गया था। वहां एक धर्मशाला में ठहरकर उसने स्थानीय ज्वैलर्स से काम के बदले 140 ग्राम सोना प्राप्त किया था।

अगले दिन न्यू तिनसुकिया अमृतसर एक्सप्रेस की एसी थर्ड बोगी बी 1 की सीट 29 पर आरक्षण कराकर वह बरेली जा रहा था। विवेक कुमार रस्तोगी की महिला मित्र बरेली की भरतौल निवासी लक्ष्मी यादव और बरेली के ही सुभाषनगर निवासी अपने भांजे आशीष रस्तोगी बोलेरो कार बुक कराकर बरेली से लखनऊ आ गए। लक्ष्मी यादव चारबाग स्टेशन पर रात नौ बजे ही पहुंच गई। ट्रेन लेट होने के कारण यह 29 सितंबर को तड़के लखनऊ पहुंची।

लक्ष्मी भी विवेक के साथ ट्रेन पर सवार हो गई जबकि भांजा आशीष बोलेरो के चालक रवि कश्यप के साथ आलमबाग यार्ड के आउटर पर पहुंच गया। सुनियोजित तरीके से ट्रेन के चलते ही विवेक अपना बैग सीट नंबर 36 पर रखकर शौचालय चला गया जबकि लक्ष्मी उसका 140 ग्राम सोने वाला बैग लेकर उतर गई। विवेक ने 139 पर 1400 ग्राम सोना चोरी होने की सूचना दी।

एसपी रेलवे पूजा यादव ने शाहजहांपुर में जीआरपी को भेजा लेकिन विवेक ने बरेली में मामला दर्ज कराने को कहा। एसपी रेलवे पूजा यादव ने दिल्ली से कोच की आरक्षण सूची मंगायी। उसमें दर्ज यात्रियों से पूछताछ की तो पता चला कि विवेक कुमार रस्तोगी अपनी 29 नंबर की जगह 36 नंबर की सीट पर बैग रखकर इधर उधर घूमता रहा। विवेक के दोनों मोबाइल नंबर बंद मिले, जबकि जो नंबर वह उपयोग कर रहा था वह तीनों सिम लक्ष्मी के नाम पर थे।


एक टीम वाराणसी गई तो वहां ज्वैलर्स से 140 ग्राम सोना होने की पुष्टि हुई। एसपी रेलवे पूजा यादव ने बताया कि सीओ जीआरपी संजीव सिन्हा के नेतृत्व में टीम ने ने सर्विलांस के जरिए विवेक को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ के बाद लक्ष्मी के पास से 140 ग्राम सोने की धातु को भी बरामद किया गया। साथ ही आशीष को भी पकड़ा गया है।

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