Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नई दिल्ली। देश के विमानन क्षेत्र में वृद्धि की संभावनाओं के मद्देनजर भारत को विमानन क्षेत्र के उत्पादों के विनिर्माण पर ध्यान देना चाहिए। पिछले छह साल में यात्रियों की संख्या करीब दोगुनी हो गई है। हम दुनिया में नागरिक उड्डयन बाजार में तीसरे स्थान पर हैं। हमने देश में पिछले 9 साल में एयरपोर्ट की संख्या बढ़ाकर दोगुनी की है। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह बात कही है।
नागर विमानन मंत्री ने सोमवार को विमानन क्षेत्र की परामर्शदाता कंपनी सीएपीए द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि अब समय आ गया है कि हमें भारत में एयरोस्पेस उत्पादों के विनिर्माण पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश का विमानन क्षेत्र बहुत तेजी से बढ़ रहा है।
भारत में विनिर्माण शुरू करने के लिए यह पूरी तरह से उपयुक्त समय है। उन्होंने कहा कि अगले पांच से सात वर्ष में घरेलू विमानन कंपनियों के पास कुल 2,000 विमानों का बेड़ा होगा। सिंधिया ने कहा कि 2030 तक हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।
देश के नागर विमानन क्षेत्र के लिए परिवेश को बढ़ाने की जरूरत पर जोर देते हुए सिंधिया ने कहा कि इस साल के अंत तक 15 उड़ान प्रशिक्षण संगठनों (एफटीओ) की स्थापना होने का अनुमान है, जिसके साथ इनकी संख्या बढ़कर 50 पर पहुंच जाएगी। ड्रोन क्षेत्र की वृद्धि के बारे में सिंधिया ने कहा कि 2030 तक यह तीन लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा और 2.5 लाख रोजगारों का सृजन करेगा।
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