'आपको डिस्पोजेबल समझती हैं बड़ी कंपनियां, इसलिए सिर्फ काम मत करो, जिंदगी भी जियो'..Google से निकाले जाने पर छलका दर्द
Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नई दिल्ली। गूगल से बड़े पैमाने पर छंटनी (Google Layoffs) के बाद अब कर्मचारियों का दर्द बाहर आने लगा है। सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) के इमोशनल लेटर के बाद अब जस्टिन मोर नाम के एक इंजीनियरिंग मैनेजर का दर्द छलका है।
उन्होंने अपने एक पोस्ट में कहा कि गूगल जैसी बड़ी कंपनियां आपको 100% डिस्पोजेबल समझती हैं। इसलिए 'जिंदगी जियो, सिर्फ काम मत करो।'
16 साल काम का ऐसा सिला..
एक लिंक्डइन पोस्ट में जस्टिन मोर ने बताया कि गूगल में 16 साल से काम कर रहा था। तड़के 3 बजे ही उनका अकाउंट डिएक्टिवेट कर एकाएक नौकरी से बाहर निकाल दिया गया। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई।'
उन्होंने कहा, 'मैंने और मेरी टीम ने 16 साल जो काम किया उस पर मुझे गर्व है। गूगल जैसी बड़ी कंपनियों आपको 100% डिस्पोजेबल समझती हैं। जिंदगी जियो, सिर्फ काम मत करो। काम से सिर्फ आपका घर चलाता है न कि काम आपका जीवन है।'
16 साल काम का ऐसा सिला..
एक लिंक्डइन पोस्ट में जस्टिन मोर ने बताया कि गूगल में 16 साल से काम कर रहा था। तड़के 3 बजे ही उनका अकाउंट डिएक्टिवेट कर एकाएक नौकरी से बाहर निकाल दिया गया। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई।' उन्होंने कहा, 'मैंने और मेरी टीम ने 16 साल जो काम किया उस पर मुझे गर्व है।
गूगल जैसी बड़ी कंपनियों आपको 100% डिस्पोजेबल समझती हैं। जिंदगी जियो, सिर्फ काम मत करो। काम से सिर्फ आपका घर चलाता है न कि काम आपका जीवन है।'
सुंदर पिचाई का इमोशनल लेटर
बता दें कि दो दिन पहले ही गूगल सीईओ सुंदर पिचाई ने निकाले गए कर्मचारियों को इमोशनल चिट्ठी लिखकर सॉरी बोला था। सुंदर पिचाई ने अपने लेटर की शुरुआत गूगलर्स लिखकर की और लिखा कि 'हमने फैसला किया है कि करीब 12,000 कर्मचारियों को निकाला जा रहा है। गूगल छोड़ने वाले कर्मचारियों की हम पूरी मदद करने को तैयार हैं। पिछले दो साल में जब तेजी का दौर था, तब कंपनी ने हायरिंग की थी लेकिन आज स्थिति अलग है।
उन्होंने आगे लिखा- 'अमेरिका में कंपनी जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है, उन्हें 2022 का बोनस और बाकी छुट्टियों के एक साथ पैसे दिए जाएंगे। हम कर्मचारियों को 60 दिन का नोटिफिकेशन सैलरी भी देने जा रहे हैं। 16 हफ्ते की सैलरी के साथ जीएसयू भी कंपनी कर्मचारियों को देगी। आज हम जहां खड़े हैं, उसकी पूरी जिम्मेदारी मैं लेता हूं।’