योगी मंत्रिमंडल का विस्तार, राजभर समेत 4 नए कैबिनेट मंत्री 

योगी मंत्रिमंडल का विस्तार, राजभर समेत 4 नए कैबिनेट मंत्री

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

लखनऊ। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश में मंगलवार को योगी सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हो गया। नए मंत्रियों में सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर, भाजपा एमएलसी दारा सिंह चौहान, साहिबाबाद से भाजपा विधायक सुनील शर्मा और रालोद के दलित चेहरे अनिल कुमार हैं।

राजभर और दारा सिंह चौहान पूर्वांचल और अनिल कुमार और सुनील शर्मा पश्चिम यूपी से आते हैं। इन 4 को मंत्री बनाकर राज्य के पूर्वांचल और पश्चिमी हिस्से की करीब 15 लोकसभा सीटों को भाजपा ने साधने की कोशिश की है। राजभर का अपनी जाति पर अच्छी पकड़ है। राजभर की पार्टी के 6 विधायक हैं। वहीं, दारा सिंह ओबीसी से आते हैं। पूर्वांचल की सीटें-गाजीपुर, मऊ, बलिया, अंबेडकरनगर, घोसी, देवरिया, जौनपुर, गोरखपुर, महाराजगंज में इन जातियों का 40 से 90 हजार तक का वोट बैंक है।

वहीं, पश्चिम यूपी में ब्राह्मण चेहरे सुनील शर्मा को योगी कैबिनेट में जगह दी है। इससे गाजियाबाद, साहिबाबाद, मथुरा समेत कई सीटों पर असर पड़ेगा। इसके अलावा, रालोद के अनिल कुमार एससी वर्ग से आते हैं। पश्चिम यूपी के दलित वर्ग में इनकी अच्छी पकड़ है।

योगी कैबिनेट में कुल 52 मंत्री थे। अब यह संख्या बढ़कर 56 हो गई। सरकार में 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसे में अभी भी 4 मंत्रियों की जगह खाली है। नए मंत्रियों के बाद योगी सरकार में अब 22 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 20 राज्यमंत्री हैं।

योगी सरकार में अब सामान्य वर्ग के 24, OBC वर्ग के 22 और SC-ST वर्ग के मंत्रियों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। 25 मार्च 2022 को योगी सरकार 2.0 का शपथ ग्रहण हुआ था।

 

सबसे आखिर में सुनील शर्मा ने शपथ ली

 

अनिल कुमार ने शपथ ली

दारा सिंह ने शपथ ली

सबसे पहले ओपी राजभर ने शपथ ली

शपथ ग्रहण समारोह का पहली बार आमंत्रण पत्र सामने आया  

बीजेपी नेता दारा सिंह....लोनिया समाज में अच्छी पकड़

सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए दारा सिंह चौहान को कैबिनेट में जगह मिल रही है। दारा सिंह भले ही घोसी उपचुनाव में कोई खास कमाल नहीं कर पाए हों, लेकिन माना जाता है कि लोनिया समाज में उनकी अच्छी पकड़ है। पूर्वांचल की घोसी लोकसभा सीट पर इस समाज का खासा प्रभाव है।

दारा सिंह चौहान ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बसपा से की थी। लोगों के बीच पकड़ के कारण वह पार्टी का एक महत्वपूर्ण चेहरा बन गए। 2015 में दारा सिंह बीजेपी में शामिल हो गए। 2022 को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। वह सपा में शामिल हो गए। लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर दारा सिंह बीजेपी में लौट आए हैं।

अनिल कुमार...रालोद के दलित चेहरे

रालोद के कोटे से अनिल कुमार को मंत्री बनाया जा सकता है। इन्हें राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। अनिल मुजफ्फरनगर के पुरकाजी सुरक्षित सीट से विधायक हैं। वह RLD से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। रालोद ने दलितों को साधने के लिए अनिल का नाम आगे किया है। इससे पहले रालोद विधायक अशरफ अली और राजपाल बालियान का नाम आगे चल रहा था।

भाजपा नेता सुनील शर्मा..विधानसभा में सबसे ज्यादा वोट से जीते थे

54 साल के सुनील कुमार शर्मा पेशे से वकील हैं। गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा सीट से BJP से लगातार दूसरी बार जीते हैं। 2017 के चुनाव में सुनील शर्मा को कुल 2 लाख 62 हजार 741 वोट मिले थे। उन्होंने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी अमरपाल शर्मा को 1 लाख 50 हजार 685 वोटों के अंतर से हराया था।

2022 में सुनील शर्मा ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। उन्होंने 2 लाख 14 हजार 845 वोटों से जीत दर्ज कराई। उन्हें 3 लाख 22 हजार 45 वोट मिले। यह जीत 2022 के विधानसभा चुनाव में देश में सबसे बड़ी थी। साहिबाबाद सीट उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा सीट है, जहां करीब 11 लाख वोटर हैं।

सुनील शर्मा से पहले यह रिकॉर्ड महाराष्ट्र के NCP नेता अजित पवार के नाम था, जो 2019 के चुनाव में 1 लाख 65 हजार वोटों से जीते थे।

पूर्वांचल में राजभर प्रभावी...2019 में यहां से 6 सीटें बीजेपी हारी थी

2022 विधानसभा चुनाव के दौरान सुभासपा और सपा का गठबंधन था। इसका नुकसान पूर्वांचल की 6 सीटों पर बीजेपी को हुआ था।​ दरअसल, बीजेपी यूपी की 80 में 80 सीटें का जीतने का दावा कर रही है। इसलिए, बीजेपी का राजभर को मंत्री बनाना मजबूरी भी है। इसके पीछे की वजह है कि यूपी में करीब 4% राजभर आबादी है।

पूर्वांचल के 25 में से 18 जिलों में राजभर मतदाता अच्छी तादाद में हैं। ओम प्रकाश राजभर की राजभर वोट पर मजबूत पकड़ है। पूर्वांचल की गाजीपुर, बलिया, सलेमपुर, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ समेत करीब दर्जनभर सीटों पर राजभर मतदाता जीत और हार तय करने की स्थिति में हैं।

लोकसभा में गाजीपुर-घोसी सीट मांग रही सुभाषपा
लोकसभा चुनाव में राजभर 2 सीट मांग रहे हैं। ये सीटें हैं- घोसी और गाजीपुर। बीजेपी घोसी सीट देने के लिए तैयार है। मगर गाजीपुर सीट को लेकर पेंच फंसा हुआ है। यहां से बीजेपी अपना कैंडिडेट उतारना चाहती है।

लोकसभा चुनाव में 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी रालोद

NAD में आने के बाद भाजपा ने रालोद को पश्चिमी यूपी की 2 लोकसभा सीटें दी हैं। बागपत और बिजनौर पर रालोद चुनाव लड़ेगी। रविवार को जयंत चौधरी दोनों सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करा चुके हैं। बागपत से जाट चेहरा डॉ. राजकुमार सांगवान और बिजनौर सीट पर गुर्जर चेहरा चंदन चौहान को मैदान में उतारा है।

जाट, गुर्जर का समीकरण साधते हुए रालोद ने कैंडिडेट उतारे हैं। राजकुमार सांगवान चौधरी चरण सिंह के शिष्य और ताउम्र रालोद की सेवा करने वाले नेता है। चंदन चौहान वर्तमान विधायक और युवा नेता हैं। चंदन के पिता संजय चौहान भी सांसद रहे हैं और दादा भी बड़े नेता रहे हैं।

Share this story