यूपी मानसून सत्र में 3 घंटे योगी और अखिलेश आमने सामने :सीएम बोले-तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं...कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं ; अखिलेश ने कहा-चल संन्यासी मंदिर में

 यूपी मानसून सत्र में 3 घंटे योगी और अखिलेश आमने सामने :सीएम बोले-तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं...कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं ; अखिलेश ने कहा-चल संन्यासी मंदिर में
सीएम योगी ने कहा- शिवपाल जी आपकी कीमत ये लोग नहीं समझेंगे। आपके प्रति हमारी बहुत सहानुभूति है। आपके साथ अन्याय हुआ है। हम जानते हैं कि 2024 में सपा का खाता भी नहीं खुलने वाला है। चाचा अभी से रास्ता तय कर लो। इस पर भाजपा सदस्यों ने जमकर मेजें थपथपाईं।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

लखनऊ। यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को सीएम योगी और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के नाम रहा। पहले अपने 1 घंटे 4 मिनट के भाषण में अखिलेश ने सरकार पर जमकर निशाना साधा।

इसके बाद सीएम योगी ने 2 घंटे 34 मिनट तक नॉन स्टॉप विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। योगी ने शुरुआत दुष्यंत की लाइन से की। कहा- तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं...कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं। योगी ने अखिलेश को जवाब दिया।

इस दौरान सदन में जहां ठहाकों का सीन देखने को मिला, तो कभी सरकार विरोधी नारे भी लगे। कभी सदस्य मेज थपथपाते दिखे, तो कभी हूटिंग भी हुई।

सीएम योगी ने कहा- शिवपाल जी आपकी कीमत ये लोग नहीं समझेंगे। आपके प्रति हमारी बहुत सहानुभूति है। आपके साथ अन्याय हुआ है। हम जानते हैं कि 2024 में सपा का खाता भी नहीं खुलने वाला है। चाचा अभी से रास्ता तय कर लो। इस पर भाजपा सदस्यों ने जमकर मेजें थपथपाईं।

योगी VS अखिलेश में पहले पढ़िए सीएम के भाषण की 5 बड़ी बातें

अस्पतालों की स्थिति पर योगी ने कहा- विरासत में व्यवस्था जर्जर मिली थी। उसे सुधारा जा रहा है।

अस्पतालों की स्थिति पर योगी ने कहा- विरासत में व्यवस्था जर्जर मिली थी। उसे सुधारा जा रहा है।

1- सांड दिखते हैं, लेकिन कोरोना में सड़क पर 40 लाख कामगार प्रवासी नहीं दिखे

सामान्य दिनों मे नेता विरोधी दल को सड़क पर सांड नजर आते हैं। लेकिन, कोरोना काल में सड़क पर 40 लाख कामगार प्रवासी नहीं दिखे...। दरअसल ये घर से निकले ही नहीं। हम तो नंदी के रूप में सांड की पूजा करते हैं। शिवपाल जी क्या आप नंदी के रूप में पूजा नहीं करते? जिन सांड की बात आप कर रहे हैं। यही सांड आपके समय में बूचड़खाने में होते थे। हमारे समय में ये किसान पशुधन का पार्ट बने हैं।

2-आपने कांवड़ियों को बैन किया, हमने फूल बरसाए

आपने तो कांवड़ियों को बैन कर दिया था। जन्माष्टमी महोत्सव को बैन कर दिया गया था। जब मैं आया, तो मैंने पूछा कि जन्माष्टमी पर क्या है? तब बताया गया कि बैन किया गया है। तब मैंने कहा कि जन्माष्टमी सभी थानों और जेल में धूमधाम से मनाई जाएगी। इनकी परेशानी सांड से नहीं, इल्लीगल स्लाटर हाउस बंद होने से हैं।

3-सपा के पास विकास का कोई एजेंडा ना पहले था, ना अभी है

उत्तर प्रदेश सरकार अपने अन्नदाता किसानों के साथ खड़ी है। नेता विरोधी दल और समाजवादी पार्टी के पास प्रदेश के विकास का कोई एजेंडा ना पहले था ना अभी है। जनता इसीलिए बार-बार इनका जवाब दे रही है। जितनी देर में लोक भवन में एक महीने में बैठा हूं, उतना नेता विरोधी दल 5 साल में मुख्यमंत्री के तौर पर मुख्यमंत्री कार्यालय में नहीं बैठे होंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने बाढ़ और सूखा से जो किसानों को समस्याएं आई हैं, उनको राहत देने का काम करेगी।

4- 8-10 बार लिया शिवपाल यादव का नाम

अपनी स्पीच में सीएम योगी ने 8-10 बार शिवपाल यादव का नाम लिया। इसी बीच शिवपाल ने बोलना शुरू किया, तो भाजपा के विधायक शिवपाल से बोले- इधर आ जाइए। शिवपाल ने कहा- हमारी तरफ से जो गए हैं, उन्हें जल्दी शपथ दिला दीजिएगा। नहीं तो फिर वापस आ जाएंगे। फिर CM योगी ने शिवपाल से कहा- कुछ इमला भतीजे को सरकार में पढ़ा देते, तो अच्छा रहता। शिवपाल ने कहा- पहले इंजीनियर रहे, फिर मुख्यमंत्री हो गए। योगी ने शिवपाल यादव से कहा- आपके रिहर्सल में कमी रह गई। चाचा कुछ तो सिखा दें, अभी बहुत फुरसत है। अभी 2022 से 27 चल रहा है। आगे भी 2027 से 32 तक भी चलेगा। चाचा अभी से तय कर लो, नहीं तो 2027 में सबसे पहले आप ही क्लीन बोल्ड होंगे।

5- जो लोग जन्म से चांदी के चम्मच से खाने के आदी हैं वो किसान, गरीब, दलित की पीड़ा क्या समझेंगे?

मैंने नेता विरोधी दल की बातों को सुना। एक घंटे के भाषण में उन्हें सिर्फ गोरखपुर का जलजमाव दिखाई पड़ा। गोरखपुर में एक ही रात 133 मिमी बारिश हुई, इस वजह से जलजमाव हुआ। वहां लोग खुश हैं। उन्हें पता है कि अब जलजमाव नहीं होगा।

जो लोग जन्म से चांदी के चम्मच से खाने के आदी हैं वो किसान, गरीब, दलित की पीड़ा क्या समझेंगे? पिछड़ों, अति पिछड़ों के साथ इन्होंने क्या व्यवहार किया, ये पूरा प्रदेश जानता है। चौधरी चरण सिंह की बातों को अगर सपा ने जरा-सा भी ध्यान दिया होता, तो इनके शासन काल में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या न करते।

  • अब पढ़िए अखिलेश यादव के भाषण की 6 बड़ी बातें

1- चल संन्यासी मंदिर में
अखिलेश यादव ने राजभर पर तंज कसते हुए कहा- हमारे एक साथी थे। ऑर्बिट बदल गई है। जब हमारे साथ थे, तो गाना गाते थे। चल संन्यासी मंदिर में...। अब एक लाइन मैंने गा दी। दूसरी आप गाएं। राजभर तुरंत बोले- मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है? अखिलेश ने पलटवार कहा ये लाइन नेता सदन ने इनके सामने गाया था। मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है?

2- दिल्ली और लखनऊ वाले इंजन टकरा रहे
आप कह रहे हैं कि आपने चावल एक्सपोर्ट किया है। लगता है, दिल्ली और लखनऊ वाले इंजन आपस में टकरा रहे हैं। महंगाई की जो बात करेगा, उसे जेल भेज दिया जाएगा। टमाटर के लिए फोर्स लगा दी। टमाटर की दुकानें लगानी पड़ीं। सपना दिखा रहे हैं कि वन ट्रिलियन इकोनॉमी का और ठेला लगाना पड़ रहा है। डेयरी सेक्टर के लिए क्या किया? कुछ दिन पहले पढ़ा कि प्राइवेट हाथ में डेयरी को बेचने जा रहे हैं।

विधानसभा में कई मुद्दों पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा।

विधानसभा में कई मुद्दों पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा।

3- क्या BJP जातीय जनगणना करवाएगी?
BJP क्या जातीय जनगणना करवाएगी? जब BJP सरकार में नहीं होगी, तो जातीय जनगणना की बात करेगी। हमारे नेता सदन बहुत समझदार है। जब हम लोग सदन में आते हैं, तो कोई नया परिवर्तन देखने को मिलता है। कभी टेबल पर आधुनिक चीजें लग जाती हैं। इधर सुना है, बहुत सुंदर गैलरी बनाई है। पहले भी निवेदन किया है कि राइट की तरफ कम देखें, लेफ्ट की तरफ ज्यादा देखें। ऐसे ही गैलरी में फोटो लगाई होगी। सरकार के साढ़े 6 साल पूरे हो गए है। चाल-चरित्र और चेहरा की दावा करते हैं। आज जो पहचान बन गई, नफरत बेरोजगार की पहचान बन गई है।

4- गोरखपुर की ऐसी गली बता दें, जहां पानी न भरा हो
पिछली बार जितने भी सवाल पूछे गए, उनका जबाव नहीं मिला। प्रदेश को बाद में ठीक करें। पहले गोरखपुर को देखें। कोई गली ऐसी बता दें, जहां पानी न भरा हो। नेता सदन साढ़े 6 साल से मुख्यमंत्री है। जो नेता सदन अपना घर नहीं ठीक कर सकते, तो दूसरे का क्या ठीक करेंगे? किसान की आय दोगुनी कर देंगे। नेता सदन बताएं साढ़े 6 साल में नई मंडी बनाई हो। मंडी के साथ-साथ किसानों को फसल के दाम नहीं दे पा रही है।

5- गुलदार, टाइगर और सांड से जानें जा रहीं
उत्तर प्रदेश के नेता सदन बताएं कि अंडे का मार्केट क्या है? कितना अंडा आता है? ये जो जानें जा रही हैं... कभी गुलदार, कभी टाइगर तो कभी सांड से जानें जा रही हैं। नेता सदन जैसे सांड का नाम आते ही आप हंसने लगे हैं। लखीमपुर में 40 से ज्यादा लोगों की जान गई है। लेपर्ड आपके खेतों में घूम रहा है। टाइगर खेतों में घूम रहे हैं। अखिलेश ने सवाल किया- कौन-सा जिला है जहां सांड से जान न गई हो?

सुनने में आ रहा कि सरकार कोई नई गन खरीद रही है। पीलीभीत टाइगर्स रिजर्व में 40 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। सरकार ट्रैक नहीं कर पा रही है। सांड तो इस सरकार का प्रिय है। जब सांड से टकराने से अधिकारी की जान चली जाए, तो आम जनता का क्या होगा। जब लॉयन सफारी नहीं बना पा रहे है तो अपने ही जिले में सांड सफारी बना लो।

6- लॉ एंड ऑर्डर पर जीरो टॉलरेंस की बात, मगर परमानेंट DGP नहीं
कल जब मैं सदन में था, तो मैंने मोबाइल ऑन किया। अपराधी ने मेरठ में जैन परिवार में घर में घुसकर हत्या कर दी थी। क्या यही जीरो टॉलरेंस है। NCRB का आंकड़ा देखेंगे, तो क्या आंकड़ा है। मणिपुर जैसी घटना आपकी सरकार में हुई। हमारे नेता सदन स्टार प्रचारक हैं। वह लॉ एंड ऑर्डर पर जीरो टॉलरेंस की बात कर हैं, मगर परमानेंट DGP ही नहीं हैं। फुल एनकाउंटर 10 हजार हुए हैं। टांग में गोली मारी गई। एनकाउंटर में अभी तक 13 पुलिस शहीद हुए हैं। विकास दुबे कांड में 8 जवान शहीद हुए। कासगंज में चंदन गुप्ता के परिवार को नौकरी नहीं मिली है।

योगी ने सपा को याद दिलाया... 'लड़के हैं, गलती कर देते हैं'

CM ने सपा पर तंज कसा- 'लड़के हैं, गलती कर देते हैं' ऐसे ही तमाम वक्तव्य इनके सामने आए।

CM ने सपा पर तंज कसा- 'लड़के हैं, गलती कर देते हैं' ऐसे ही तमाम वक्तव्य इनके सामने आए।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अभिभाषण के दौरान सपा के हंगामे को लेकर कहा, 'मातृशक्ति की प्रतीक महिला राज्यपाल (आनंदीबेन पटेल) जब सदन को संबोधित कर रही थीं, उस समय नारे लगाना, उनको वापस जाने के लिए कहना, असंसदीय व्यवहार करना कितना सही है? ये प्रदेश की आधी आबादी को अपमान करने जैसा है। जब सालों पहले गेस्ट हाउस कांड में घटना घटी थी, तब भी इनका आचरण सामने आया था। 'लड़के हैं, गलती कर देते हैं' ऐसे ही तमाम वक्तव्य सामने आए थे। ये लोग लोकतंत्र की बात करते हैं, ये आश्चर्यजनक स्थिति है।

माफिया को मिट्टी में मिला देंगे: CM योगी

CM योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा- माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे।

CM योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा- माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे।

प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हुई। विधानसभा सत्र के दौरान सपा ने यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए, तब योगी ने विधानसभा में कहा- माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। योगी ने सवाल उठाया- उमेश पाल की हत्या में जिस अपराधी ने घटना को अंजाम दिया। क्या वह समाजवादी पार्टी की ओर से पोषित नहीं किए गए थे?

योगी ने कहा था कि ये जो अपराधी और माफिया हैं...आखिर ये पाले किसके द्वारा गए हैं? क्या ये सच नहीं है कि जिसके खिलाफ FIR दर्ज है, उन्हें सपा ने ही सांसद बनाया था? आप अपराधी को पालेंगे और उसके बाद आप तमाशा बनाते हैं। इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।

योगी के माफिया के बयान पर अखिलेश ने कहा- बहुजन समाज पार्टी से आपकी दोस्ती है। इसीलिए आप उनका नाम नहीं ले रहे।

योगी के माफिया के बयान पर अखिलेश ने कहा- बहुजन समाज पार्टी से आपकी दोस्ती है। इसीलिए आप उनका नाम नहीं ले रहे।

सपा पर हमलावर CM बोले- आपने अपराधियों को माला पहनाई
सीएम योगी ने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उस माफिया को आपने विधायक बनाया। 2004 और 2009 में उस माफिया को सांसद बनाने का काम भी सपा ने किया। माफिया किसी भी पार्टी का हो, हमारी सरकार उसकी कमर तोड़ने का काम करेगी। सपा पर हमला करते हुए योगी ने कहा- आपने अपराधियों को माला पहनाई। उसके बाद सदन में दोषारोपण कर रहे हैं। यह लोग माफियाओं के सरपरस्त हैं। यह लोग यही करते रहे हैं। अपराध के अलावा इनका कोई काम नहीं है।

CM की भाषा सही नहीं: अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि माफिया खत्म हों, लेकिन सीएम की यह क्या भाषा है कि मिट्टी में मिला देंगे? यह भाषा सही नहीं है। क्या प्रयागराज की घटना मामूली घटना है? इस बीच सपा विधायकों के हंगामे के बीच अखिलेश यादव और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के बीच बहस हुई।

चिन्मयानंद के जिक्र पर भड़के थे सीएम योगी

रेप के आरोपी चिन्मयानंद का जिक्र होते ही अखिलेश-योगी में तीखी बहसबाजी शुरू हो गई।

रेप के आरोपी चिन्मयानंद का जिक्र होते ही अखिलेश-योगी में तीखी बहसबाजी शुरू हो गई।

अखिलेश यादव ने रेप के आरोपी चिन्मयानंद का जिक्र करते हुए कहा था- ये भी बताएं कि चिन्मयानंद किसका गुरु है? शर्म आनी चाहिए। यह सुनते ही सीएम योगी भड़क गए और अखिलेश की ओर देखते हुए बोले- शर्म तुम्हें करनी चाहिए, जो अपने बाप का भी सम्मान नहीं कर पाए। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच आमने-सामने तीखी बहसबाजी शुरू हो गई। यह देख सपा और बीजेपी के विधायक हंगामा करने लगे। विवाद बढ़ता देखा स्पीकर ने दोनों पक्षों को शांत कराया।

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