देश में बढ़ रहा इन्फ्लूएंजा H3N2 का खतरा:वायरस से अब तक 9 मौतें; महाराष्ट्र के CM शिंदे आज मीटिंग करेंगे, केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में  स्कूल 10 दिन के लिए बंद  

देश में बढ़ रहा इन्फ्लूएंजा H3N2 का खतरा:वायरस से अब तक 9 मौतें; महाराष्ट्र के CM शिंदे आज मीटिंग करेंगे, केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में  स्कूल 10 दिन के लिए बंद

केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में तो स्थिति यह हो गई है कि क्लास 1 से 8 तक के स्कूलों को 10 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। स्कूल 16 मार्च से 26 मार्च तक बंद रहेंगे। पुदुचेरी के शिक्षा मंत्री नमस्सिवम ने फैसले की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इन्फ्लुएंजा के मामले बढ़ने के चलते सरकार ने यह फैसला लिया है।

H3N2 वायरस इन्फ्लुएंजा ए वायरस का सब-टाइप वायरस है। पिछले कुछ समय में भारत में H3N2 वायरस का संक्रमण बढ़ा है। इसका संक्रमण होने पर मरीज को सांस लेने में परेशानी आती है।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

नई दिल्ली। दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में H3N2 वायरस खतरा बढ़ गया है। इस वायरस से देश में अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है।

वहीं, इस वायरस का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में है। यहां अब तक वायरस के 352 मामले सामने आ चुके हैं। BMC के मुताबिक, मुंबई में 32 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 4 H3N2 और 28 H1N1 के मरीज हैं। इन सभी मरीजों की हालत फिलहाल स्थिर है। राज्य में इन्फ्लूएंजा H3N2 के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। मीटिंग में डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत भी मौजूद रहेंगे।

 

आगे पढ़ने से पहले वायरस से जुड़ी अबतक की अपडेट्स...

  • गुजरात के वडोदरा में भी इसी वायरस से 58 साल की एक महिला की मौत का दावा किया जा रहा है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
  • दिल्ली के LNJP अस्पताल में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। यहां नए केस को देखते हुए बेड और डॉक्टरों की सुविधा बढ़ाई जा रही है।
  • पुडुचेरी में एहतियात के तौर पर सभी स्कूल 16 से 26 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं।
  • असम में भी बुधवार को H3N2 वायरस का एक मामला सामने आया है।

महाराष्ट्र में वायरस से दो मौतों का दावा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र में इस वायरस से कथित तौर पर अब तक दो लोगों की मौत हुई है। इनमें अहमदनगर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा एक युवा पिछले हफ्ते अपने दोस्तों के साथ घूमने के लिए अलीबाग गया था। वहां से लौटने के बाद उसकी तबीयत खराब होने लगी।

महाराष्ट्र में अलर्ट पर हैं अस्पताल
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने बताया कि H3N2 वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है और अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि H3N2 वायरस जानलेवा नहीं है और इसे इलाज के जरिए ठीक किया जा सकता है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। गुरुवार को H3N2 वायरस को लेकर एक मीटिंग होगी जिसमें सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस शामिल होंगे।

इंफ्लूएंजा के 79% सैंपल्स में मिला H3N2 वायरस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि लैब में टेस्ट किए गए इंफ्लूएंजा सैंपल्स में से लगभग 79% में H3N2 वायरस पाया गया है। इसके बाद 14% सैंपल्स में इंफ्लूएंजा बी विक्टोरिया वायरस पाया गया है और 7% में इंफ्यूएंजा ए H1N1 वायरस पाया गया है। H1N1 को आम भाषा में स्वाइन फ्लू भी कहा जाता है। मंत्रालय का कहना है कि मार्च एंड से H3N2 वायरस के मामले कम होने लगेंगे।

केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी में तो स्थिति यह हो गई है कि क्लास 1 से 8 तक के स्कूलों को 10 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। स्कूल 16 मार्च से 26 मार्च तक बंद रहेंगे। पुदुचेरी के शिक्षा मंत्री नमस्सिवम ने फैसले की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इन्फ्लुएंजा के मामले बढ़ने के चलते सरकार ने यह फैसला लिया है।

H3N2 वायरस इन्फ्लुएंजा ए वायरस का सब-टाइप वायरस है। पिछले कुछ समय में भारत में H3N2 वायरस का संक्रमण बढ़ा है। इसका संक्रमण होने पर मरीज को सांस लेने में परेशानी आती है। शुक्रवार को केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़े के अनुसार भारत में 2 जनवरी से 5 मार्च के बीच H3N2 वायरस के संक्रमण के 451 केस रिपोर्ट किए गए हैं।

H3N2 से अब तक सात लोगों की हुई है मौत

H3N2 वायरस के चलते देश में रिपोर्ट की गई पहली मौत कर्नाटक के हासन जिले में हुई थी। मृतक की उम्र 82 साल थी। वहीं, सोमवार को गुजरात में इस वायरस के चलते पहली मौत रिपोर्ट की गई थी। भारत में अब तक इस वायरस के संक्रमण के चलते सात लोगों की जान गई है। महाराष्ट्र में H3N2 संक्रमण के 352 मामले सामने आए हैं।

H3N2 के लक्षण

H3N2 का संक्रमण होने पर मरीज में फ्लू के लक्षण दिखते हैं। इसके लक्षणों में शरीर में दर्द, बुखार, ठंड लगना, थकान, दस्त, उल्टी, खांसी, गले में खराश, नाक बहना और सिरदर्द शामिल हैं। H3N2 बेहद संक्रामक है। यह कोरोना वायरस की तरह संक्रमित व्यक्ति द्वारा खांसने, छींकने या बात करने पर निकलने वाली बूंदों से फैलता है। गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को इसका संक्रमण लगने का खतरा अधिक होता है। ऐसे लोग जिनकी रोग निरोधी ताकत बीमारी के चलते कम हो गई हो, उन्हें भी इसका संक्रमण लगने का बहुत अधिक खतरा होता है।

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