राजा रामु अवध रजधानी : अयोध्या के राम मंदिर में राम लला विराजमान, प्राण-प्रतिष्ठा का विधान पूरा

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Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

 

अयोध्या । अयोध्या के राम मंदिर में राम लला विराजमान हो चुके हैं। अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का विधान पूरा हो गया है। श्रीराम के प्रथम दर्शन हो गए हैं। इससे पहले मंदिर के गर्भगृह में मोदी पहुंचे और उन्होंने प्राण-प्रतिष्ठा पूजा के लिए संकल्प लिया। फिर पूजा शुरू की। पीएम ने ही रामलला की आंख से पट्टी खोली और कमल का फूल लेकर पूजन किया। रामलला पीतांबर से सुशोभित हैं। उन्होंने हाथों में धनुष-बाण धारण किया है।

देश-विदेश से कई अतिथि पहुंचे हैं। इनमें संघ प्रमुख मोहन भागवत, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, मुकेश-नीता अंबानी, गौतम अडाणी, अमिताभ बच्चन, रजनीकांत शामिल हैं। पीएम नरेंद्र मोदी सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर अयोध्या पहुंचे। उधर, लालकृष्ण आडवाणी अयोध्या नहीं आए। पूजन के दौरान सेना के हेलिकॉप्टर से अयोध्या में पुष्प वर्षा की गई।

सोमवार सुबह समारोह की शुरुआत मंगल ध्वनि से हुई। सुबह 10 बजे से 18 राज्यों के 50 वाद्ययंत्र बजाए रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर बनाने वाले श्रमजीवियों से मुलाकात करेंगे। कुबेर टीला जाकर भगवान शिव का पूजन करेंगे।

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, RSS चीफ मोहन भागवत, सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिरकत की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम लला के चरणों में छत्र अर्पित किया। 

कल से राम मंदिर आम लोगों के लिए खुलेगा। राम मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से और निकास दक्षिण दिशा से होगा। मंदिर तीन मंजिला होगा। मुख्य मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु पूर्वी दिशा से 32 सीढ़ियां चढ़ेंगे।

पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर परिसर 380 फीट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा। मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची होगी और इसमें 392 खंभे और 44 द्वार होंगे।

 

भगवान की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान करने के बाद रामलला की पहली तस्वीर सामने आ गई

अयोध्या में श्रीरामजन्म भूमि पर सोमवार को पीएम मोदी के भगवान की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान करने के बाद रामलला की पहली तस्वीर सामने आ गई है। प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान के दौरान गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा, आरएसएस के मुखिया मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ तथा सभी यजमान मौजूद रहे। पूजा अभिजीत मुहूर्त की शुभ घड़ी में वैदिक पुरोहितों और आचार्यों के मंत्रोच्चार के साथ कराई गई।

विशेष मुहूर्त पर मुख्य अनुष्ठान कराया गया

भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का पूजा अनुष्ठान सोमवार दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू हुआ। 12 बजकर 29 मिनट और 8 सेकंड से लेकर 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड के विशेष मुहूर्त पर मुख्य अनुष्ठान कराया गया। मुख्य अनुष्ठान पूरा करने के बाद प्रधानमंत्री ने भगवान का साष्टांग दंडवत कर प्रणाम किया और सभी आचार्यों को उपहार दिया।

पूरे परिसर में मंगल ध्वनि की गूंज होती रही

कार्यक्रम का साक्षी बनने के लिए 8 हजार से ज्यादा विशिष्ट अतिथियों तथा संत-महात्माओं और धर्माचार्यों को आमंत्रित किया गया था। पूजा के दौरान पूरे राम जन्मभूमि मंदिर परिसर और आसपास मंगल ध्वनि की गूंज होती रही।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुनहरी रंग का कुर्ता, क्रीम रंग की धोती और उत्तरीय पहनकर पूजा में शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी नवनिर्मित राम मंदिर के मुख्य द्वार से अंदर तक पैदल चलकर कार्यक्रम स्थल पहुंचे और गर्भगृह में प्रवेश किया। प्रधानमंत्री इस दौरान अपने हाथ में लाल रंग के कपड़े में लिपटा हुआ चांदी का छत्र भी लेकर आए। गर्भगृह में मोदी ने पंडितों के मंत्रोच्चारण के बीच अनुष्ठान शुरू किया। उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए ‘संकल्प’ लिया।

 

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