राहुल को सरकारी बंगला खाली करना होगा:लोकसभा की हाउसिंग कमेटी ने भेजा नोटिस, विपक्ष का सदन में काले कपड़ों में प्रदर्शन

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सांसदी जाने के बाद अब लोकसभा हाउसिंग कमेटी ने उन्हें सरकारी आवास खाली करने को लेकर नोटिस जारी किया है। कमेटी ने 22 अप्रैल तक 12 तुगलक रोड का सरकारी आवास खाली करने का आदेश दिया है। नोटिस के बाद राहुल को एक महीने के अंदर आवास खाली करना होगा।
सूरत कोर्ट ने मानहानी केस में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद पिछले शुक्रवार को उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई थी।
Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नई दिल्ली । कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सांसदी जाने के बाद अब लोकसभा हाउसिंग कमेटी ने उन्हें सरकारी आवास खाली करने को लेकर नोटिस जारी किया है। कमेटी ने 22 अप्रैल तक 12 तुगलक रोड का सरकारी आवास खाली करने का आदेश दिया है। नोटिस के बाद राहुल को एक महीने के अंदर आवास खाली करना होगा।
सूरत कोर्ट ने मानहानी केस में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी, जिसके बाद पिछले शुक्रवार को उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई थी।
विपक्ष का ब्लैक प्रोटेस्ट, सोनिया भी काले कपड़े पहनकर संसद पहुंची
अडाणी मामले पर सोमवार को विपक्ष ने ब्लैक प्रोटेस्ट किया। इसमें 17 विपक्षी दल शामिल हुए। सोनिया गांधी भी काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचीं। उधर, लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने भारी हंगामा किया। एक सांसद तो लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के आसन तक पहुंच गया और काला कपड़ा लहराने लगा। यह देख स्पीकर सभा को स्थगित कर चले गए।
लोकसभा में कांग्रेसी सांसदों ने स्पीकर ओम बिड़ला के मुंह के सामने काला कपड़ा लहराया।
दरअसल, सुबह 11 बजे जैसे ही दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। इससे राज्यसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक और लोकसभा की कार्यवाही को 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 2 बजे राज्यसभा की कार्यवाही और 4 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, लेकिन हंगामे के कारण इन्हें मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस के प्रदर्शन में खड़गे काली पगड़ी में दिखे, बोले-लोकतंत्र के लिए काला अध्याय
विपक्ष ने संसद में गांधी प्रतिमा के सामने नारेबाजी की।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया- 'लोकतंत्र के लिए "काला अध्याय" ! पहली बार सत्ता पक्ष संसद को ठप कर रहा है। क्यों? क्योंकि मोदी जी के परम मित्र के काले कारनामे उजागर हो रहे हैं! एकजुट विपक्ष JPC की मांग पर कायम रहेगा।'
खड़गे ने कहा, 'हम काले कपड़ों में क्यों आए हैं? हम दिखाना चाहते हैं कि पीएम मोदी इस देश में लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं। पहले उन्होंने स्वायत्त संस्थाओं को खत्म किया, इसके बाद जहां-जहां जिसने चुनाव जीता, उसे डरा-धमकाकर पीएम ने अपनी सरकार बनवाई। जो लोग उनके आगे नहीं झुके, उन्हें झुकाने के लिए ED और CBI का इस्तेमाल किया।'
विपक्ष ने संसद से विजय चौक तक मार्च निकाला। इस दौरान उन्होंने सत्यमेव जयते का बैनर और सेव डेमोक्रेसी के पोस्टर थाम रखे थे।
कांग्रेस की ऑल-पार्टी मीटिंग में पहली बार शामिल हुई TMC
खड़गे ने आज संसद की कार्यवाही शुरू होने के पहले अपने चैम्बर में विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक रखी। इसमें कांग्रेस, डीएमके, सपा, जेडीयू, बीआरएस, सीपीएम, आरजेडी, एनसीपी, सीपीआई, आप और टीएमसी समेत 17 पार्टियां शामिल हुईं।
इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस का आना चौंकाने वाला रहा। इस सत्र में TMC अब तक किसी विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के साथ नहीं आई थी। TMC नेताओं के आने पर खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए जो भी आगे आएगा, हम उसका स्वागत करेंगे।
संसद में कांग्रेस पार्टी के सांसदों की बैठक हुई, जिसमें सोनिया गांधी भी शामिल हुईं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के चैम्बर में मौजूद विपक्षी दलों के नेता।
राहुल गांधी को संसद से डिस्क्वालिफाई किए जाने पर कांग्रेसी सांसद काले कपड़े पहनकर संसद आए हैं।
संसद के आज के अपडेट्स:
- संसद के गतिरोध और रणनीति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, नितिन गडकरी समेत अन्य नेता शामिल हुए।
- केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि राहुल गांधी को अपने डिस्क्वालिफिकेशन को लेकर सावरकर पर बोलने की बजाय कोर्ट में अपील करनी चाहिए। कांग्रेस को अपने अंदर झांककर देखना चाहिए। आप घोड़ों की रेस में गधे को दौड़ाना चाहते हैं।
- अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी ने पूरे OBC समुदाय का अपमान किया और माफी भी नहीं मांगी। ये लोग कोर्ट का आदेश नहीं मानते। राहुल कभी सावरकर नहीं बन सकते क्योंकि सावरकर कभी 6 महीने के लिए फॉरेन टूर पर नहीं गए।
- लक्षद्वीप के सांसद मोहम्मद फैजल की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने के बाद उन्होंने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस मामले में कोर्ट 28 मार्च को सुनवाई करेगा। हत्या के मामले में दोषी ठहराए गए फैजल की सजा पर केरल हाईकोर्ट ने 25 जनवरी को रोक लगा दी थी, इसके बाद भी लोकसभा सचिवालय ने सदस्यता बहाल नहीं की थी।