केजरीवाल और सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ी : ईडी ने चार्जशीट दायर कर दावा किया 100 करोड़ रुपए ली गई रिश्वत की रकम

Arvind Kejriwal   Minister Manish Sisodia

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

नई दिल्ली। दिल्ली में 2022 में आबकारी नीति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के नए रूख से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम व आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ गई है। इस बार ईडी ने आबकारी नीति घोटाले में स्पेशल कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर ईडी ने दावा किया है कि उन्हें 100 करोड़ रुपए ली गई रिश्वत की रकम की जानकारी मिली है।

जिस रकम को सीएम केजरीवाल के आदेश पर गोआ के चुनाव प्रचार में खर्च किया था। इसके लिए एक्साइज पॉलिसी में शामिल आरोपियों में से एक विजय नायर के फोन से फेस टाइम पर विडियो कॉल कर विजय नायर को अपना आदमी बताते हुए आबकारी नीति के घोटाले में रिश्वत की रकम आरोपियों से देने को कहा था।

ED का दावा- शराब घोटाले में सबूतों को मिटाने की कोशिश की गई
आबकारी नीति में हुई घोटाले के कोर्ट में दाखिल सप्लीमेंटरी चार्जशीट में ईडी ने बताया है कि कैसे शराब घोटाले में सबूतों को मिटाने की कोशिश की गई। ईडी ने दावा किया है कि एक्साइज पॉलिसी के जरिए शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाया गया और बदले में 100 करोड़ रुपए की रिश्वत के सबूत मिले हैं।

ईडी ने चार्जशीट में यह भी खुलासा किया है कि शराब घोटाले को अंजाम देने वाले नेताओं, मंत्रियों और उनके सहयोगियों ने इन पैसों का इस्तेमाल किया। ईडी ने स्पेशल कोर्ट को बताया कि आरोपियों और उनके सहयोगियों ने सबूत मिटाने की भी भरपूर कोशिश की। मनीष सिसोदिया ने एक दर्जन से अधिक फोन बदले हैं। इसके अलावा उन्होंने दूसरे के नाम पर खरीदे गए सिमकार्ड का भी इस्तेमाल किया।

अरविंद ने कहा- आबकारी नीति की ड्राफ्ट जीओएम उन्हें दी गई थी
सप्लीमेंट्री चार्जशीट में ईडी ने सिसोदिया के पूर्व सेक्रेटरी और गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के आधार पर कई सनसनीखेज दावे किए हैं। ईडी ने कहा कि सिसोदिया के सचिव रहे अरविंद ने कहा कि उन्हें उनके बॉस ने सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर बुलाया था।

जहां उन्हें ड्राफ्ट जीओएम रिपोर्ट दी गई। सिसोदिया के अलावा वहां सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे। सत्येंद्र जैन एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद हैं। ईडी ने कहा कि निजी हाथों में होलसेल कारोबार देने और 12 फीसदी प्रॉफिट मार्जिन (6 फीसदी रिश्वत के साथ) तय करने पर मंत्रिमंडल में चर्चा भी नहीं की गई।

केजरीवाल की थी आरोपियों से मिलीभगत
ईडी ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में दिल्ली के सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल का भी जिक्र किया है। आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल की भी घोटाले के आरोपियों के साथ मिलीभगत थी। उन्होंने कथित तौर पर शराब कारोबारी समीर महेंद्रू से बात की थी और विजय नायर को अपना आदमी बताते हुए भरोसा करने को कहा था। बताया गया है कि विजय नायर ने दोनों की बात फेस टाइम ऐप से करवाई थी।

चार्जशीट स्पष्ट करती है कि आप का शराब घोटालेबाजों से व्यवसायिक संबंध: लेखी
ईडी के द्वारा आबकारी नीति घोटाले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट में अपना नाम होने पर सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा सवाल उठाने पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने आम आदमी पार्टी और सीएम केजरीवाल को निशाने पर लिया है। मीनाक्षी लेखी ने प्रेस वार्ता कर सीएम केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ईडी की चार्जशीट स्पष्ट करती है कि आप पार्टी आबकारी नीति के भ्रष्टाचार में शामिल आरोपियों से व्यवसायिक गठजोड़ है।

ईडी के सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर सवाल उठाने पर केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे साबित होता है कि वह भ्रष्टाचार में शामिल थे। बता दें कि दिल्ली की आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के संबंध में पांच व्यक्तियों और सात कंपनियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर सप्लीमेंट्री चार्जशीट कोर्ट में दाखिल किया है।

केजरीवाल बोले- ED की चार्जशीट पूरी तरह से काल्पनिक

ED का दावा- केजरीवाल समीर महेंद्रू से कहा था - विजय मेरा लड़का है, आपको उस पर भरोसा करना चाहिए। इन आरोपों को केजरीवाल ने पूरी तरह काल्पनिक बताया है।

ED का दावा- केजरीवाल समीर महेंद्रू से कहा था - विजय मेरा लड़का है, आपको उस पर भरोसा करना चाहिए। इन आरोपों को केजरीवाल ने पूरी तरह काल्पनिक बताया है।

इस पर CM केजरीवाल ने कहा कि ED ने इस सरकार के कार्यकाल में 5000 चार्जशीट दायर की होगी। उनमें से कितनों को सजा हुई? ED के मामले फर्जी हैं। वे भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए केस फाइल नहीं करते। ED का इस्तेमाल विधायकों की खरीद-फरोख्त, सरकार बनाने और तोड़ने के लिए किया जाता है। इसलिए, ED की चार्जशीट पूरी तरह से काल्पनिक है।

शराब लाइसेंस लेने वालों को फायदा दिया गया
ED और CBI ने दावा किया है कि शराब लॉबी की मिलीभगत और रिश्वत के साथ दिल्ली की आबकारी नीति को संशोधित करते हुए अनियमितताएं की गईं। शराब लाइसेंस फीस माफ या कम की गई और शराब लाइसेंस लेने वालों को अनुचित लाभ दिया गया। यह भी आरोप लगाया गया कि शराब फर्मों ने इस प्रक्रिया में 12% लाभ कमाया। जिसमें से 6% हैदराबाद के बिजनेसमैन अभिषेक बोनीपल्ली जैसे बिचौलियों के माध्यम से सरकारी अफसरों को दिया गया।

मामले में दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया को आरोपी बनाया गया है और उनसे पूछताछ की गई है। केस के अन्य आरोपियों में तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्ण, उपायुक्त आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त पंकज भटनागर शामिल हैं। आप ने दावा किया था कि यह मामला, जो गुजरात चुनावों के दौरान सामने आया था, BJP की ध्यान भटकाने की रणनीति थी। जिसने बाद BJP ने चुनावों में जीत हासिल की। ED अधिकारियों ने सिसोदिया से नौ घंटे तक पूछताछ की थी।

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