झारखंड में सियासी संकट के बीच यूपीए के विधायकों को रायपुर एयरलिफ्ट किया गया

UPA MLAs airlifted to Raipur amid political crisis in Jharkhand Congress-JMM and RJD MLAs reached Raipur
 Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ 

 रायपुर। झारखंड में सियासी संकट के बीच यूपीए के विधायकों को रायपुर एयरलिफ्ट किया गया है। कांग्रेस-जेएमएम और राजद के 32 विधायकों को रांची से इंडिगो के विशेष विमान से रायपुर लाया गया है। विधायकों को 3 बसों में बैठाकर नवा रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट ले जाया गया। रिसॉर्ट के बाहर चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इस रिसॉर्ट को 2 दिनों के लिए बुक किया गया है।

विधायकों को रायपुर भेजकर सीएम सोरेन अपने आवास के लिए निकल गए। एयरपोर्ट के बाहर सीएम ने पत्रकारों से कहा- आप लोगों को क्या जानना है? पहले ये बताइए। ये कोई आश्चर्यजनक या नई परिपाटी नहीं है और न ही अनहोनी होने जा रही है। हर परिस्थिति का सामना करने के लिए सत्ता पक्ष तैयार है। रणनीति के तहत कार्य किए जाते हैं। उसी रणनीति का छोटा सा कार्य ये आपने देखा। आगे भी देखने को मिलेगा। सरकार षड्यंत्रकारियों को जवाब देने के लिए तैयार है।


विधायकों के लिए रिसॉर्ट में शराब पहुंची

नवा रायपुर के जिस मेफेयर रिसॉर्ट में विधायकों को ठहराया गया है, वहां शराब भेजी गई है। छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग की एक गाड़ी में महंगी शराब पेटियों में पहुंचाई गई है। बताया जा रहा है कि ये विधायकों के लिए ही भेजी गई है।

सरकार गिराने की साजिश रची जा रही: हेल्थ मिनिस्टर

इससे पहले, CM हाउस पहुंचे हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है। भाजपा काला अध्याय लिखने का काम कर रही है। बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है। हम बहुत मजबूत हैं और एकजुट हैं।

सोरेन ने 1 सितंबर को कैबिनेट की बैठक बुलाई

इधर सियासी संकट के बीच CM हेमंत सोरेन ने 1 सितंबर को कैबिनेट की बैठक बुलाई है। इसमें जनता के हित से जुड़े कई अहम फैसले लेने संबंधी बातें कही जा रही हैं। सोमवार को CM सोरेन के भाई बसंत सोरेन की विधायकी पर भी चुनाव आयोग में चर्चा हुई, लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं हो सका।

चुनाव आयोग को राज‌‌भवन के पत्र का इंतजार

चुनाव आयोग के एक बड़े पदाधिकारी की मानें तो गेंद अभी भी राजभवन के पाले में हैं। चुनाव आयोग ने पहले ही मामले की पूरी जांच-पड़ताल के बाद अपना निर्णय सुना दिया है। आदेश राज्यपाल को जारी करना है। राजभवन के निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। राजभवन इस संबंध में गैजेट जारी करेंगे, जिसे राज्य निर्वाचन आयोग विधानसभा स्पीकर को देगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।

अब CM ने भी साधा राज्यपाल पर निशाना

चुनाव आयोग से आए निर्देश संबंधी सवाल पूछने पर CM हेमंत सोरेन ने राज्यपाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह तो राज्यपाल रमेश बैस ही बताएंगे। वे भी इंतजार कर रहे हैं। मौजूदा स्थिति के विषय में ज्यादा अच्छे से राजभवन ही बता पाएगा। CM ने कहा कि वह कुर्सी से दिल्लगी नहीं करते। वे राज्य के सवा तीन करोड़ लोग, आदिवासी, दलित, पिछड़े, गरीब, मजदूरों से दिल्लगी करते हैं।

 

रिलैक्स दिखने की कोशिश कर रहे सोरेन बोले- चिंता की कोई बात नहीं

CM हेमंत सोरेन ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं। नकदी के साथ कोलकाता में गिरफ्तार किए गए कांग्रेस के तीन विधायकों का संदर्भ देते हुए विधायकों की खरीद-फरोख्त के सवाल पर उन्होंने कहा- तीनों विधायकों की गिरफ्तारी की वजह जांच का विषय है। कुछ ऐसे हैं जो बिकने के लिए खड़े हो जाते हैं और कुछ नहीं बिकते। पकड़े जाने वाले मुसीबत में फंसते हैं। जो बच जाते हैं, उनकी बल्ले-बल्ले हो जाती है।

सोरेन की पत्नी का नाम सबसे आगे

अगर सोरेन की मुख्यमंत्री की कुर्सी जाती है तो इस पद के लिए सबसे पहला नाम सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का है। दूसरे और तीसरे नंबर पर जोबा मांझी और चंपई सोरेन हैं। दोनों सोरेन परिवार के काफी करीबी और विश्वस्त हैं। कांग्रेस ने भी इन नामों पर अभी तक नहीं किसी तरह की आपत्ति नहीं जताई है।

क्या है खनन पट्टे का मामला?

10 फरवरी को पूर्व CM रघुवर दास के नेतृत्व में BJP के एक डेलिगेशन ने गवर्नर से मुलाकात की थी। BJP ने राज्यपाल से CM सोरेन की सदस्यता रद्द करने कि मांग की थी। BJP ने आरोप लगाया था कि CM सोरेन ने पद पर रहते हुए रांची के अनगड़ा में 88 डिसमिल पत्थर माइनिंग लीज लिया है। BJP का आरोप है कि यह लोक जनप्रतिनिधित्व अधिनियम (RP) 1951 की धारा 9A का उल्लंघन है। गवर्नर ने BJP की यह शिकायत चुनाव आयोग को भेजी।

 

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