राजनीतिक हिंसा : टीएमसी नेता की हत्या के बाद पार्टी वर्कर्स ने 10 लोगों की हत्या की , उग्र भीड़ ने 10-12 घरों के गेट को बंद करके उसमें आग लगाई
![Political violence: After the murder of TMC leader, party workers killed 10 people, furious mob closed the gates of 10-12 houses and set them on fire](https://newspoint24.com/static/c1e/client/84309/uploaded/ebb75c391a30dd9dfcaa539a76891d27.png)
बंगाल के बीरभूम में तृणमूल नेता की हत्या के बाद भड़की हिंसा में 10 लोगों की जान चली गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बागुती गांव में भादू शेख के डिप्टी प्रधान के मर्डर के बाद हिंसा भड़की। इसके बाद भीड़ ने घरों में आगजनी की और इस दौरान 10 लोग जिंदा जल गए। एक ही घर से 7लाशें मिली हैं।
भादू शेख तृणमूल कांग्रेस के नेता थे और उन पर बम से तब हमला किया गया था, जब वे एक दुकान पर गए थे। पुलिस ने बताया कि हत्या के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
Newspoint24/संवाददाता/एजेंसी इनपुट के साथ
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में रामपुरहाट में राजनीति हिंसा का बड़ा मामला सामने आया है। यहां एक टीएमसी नेता की हत्या के बाद पार्टी के कार्यकर्ता हिंसा पर उतर आए। पूरे इलाके में हिंसा फैल गई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि उग्र भीड़ ने10-12 घरों के गेट को बंद करके उसमें आग लगा दी। कहा जा रहा है कि इसमें 10 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, घटना सोमवार रात की है। पुलिस को आगजनी की सूचना मिली थी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक उपद्रवियों ने 10-12 घरों में आग लगा दी थी। पुलिस को मौके से 10 जले हुए शव मिले हैं। 7 शव अकेले एक घर से मिले। क्षेत्र में अभी भी तनाव है। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस की शुरुआती जांच में यह आपसी रंजिश का मामला माना जा रहा है।
घटना कल रात की है,10-12 घर थे जो जल चुके हैं, कुल 10 लोगों की मृत्यु हुई है जिनकी बॉडी रिकवर की गई है। एक ही घर से 7 लोगों के शव निकाले गए हैं: रामपुरहाट में तृणमूल नेता की हत्या के बाद कथित रूप से भीड़ द्वारा घरों में आग लगाने से कई लोगों की मृत्यु पर दमकल अधिकारी, बीरभूम pic.twitter.com/66ptPD3NXK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 22, 2022
यह सामने आई हिंसा के पीछे की वजह
शुरुआती मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस(TMC) के स्थानीय नेता और बरशल ग्राम पंचायत बोकतुई के उप प्रमुख भादु शेख की सोमवार को किसी रंजिश के चलते हत्या कर दी गई। शेख पर बम से हमला किया गया था। उनकी हत्या की खबर जैसे ही टीएमसी के कार्यकर्ताओं तक पहुंची, देखते ही देखते उपद्रव शुरू हो गया। इसके बाद बड़ी संख्या में TMC के समर्थकों ने आरोपियों के घरों में आग लगा दी। पुलिस भी इसे राजनीतिक हिंसा से जोड़कर जांच कर रही है। क्षेत्र में तनाव को देखते हुए इलाके में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
हिंसा का शिकार बने भाजपा समर्थक थे
स्थानीय सूत्रों और भाजपा समर्थकों ने बताया है कि टीएमसी सदस्यों ने जिनके घरों में आग लगाई वे भाजपा समर्थक थे। लेकिन पुलिस शार्ट सर्किट से आग लगाना बता रह है। पुलिस ने केवल 7 मौतों की पुष्टि की है, लेकिन अनौपचारिक सूत्रों ने यह संख्या 12 बताई है, जबकि मीडिया में इसे 10 बताया जा रहा है। टीएमसी के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने भी कहा है कि टीवी सेट में शॉर्ट सर्किट से घरों में आग लगी। हिंसा में कई लोग घायल हैं। 3 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीजीपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। इधर, इस घटना के लिए भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इस्तीफा मांगा है। राज्य के सीपीएम सचिव एमडी सेलिम ने इसे नरसंहार कहा है।