पटना दौरे पर पीएम मोदी आतंकियों के निशाने पर थे : आतंकी अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन गिरफ्तार

प्रधानमंत्री के दौरे से एक दिन पहले ही पुलिस ने दो संदिग्ध आतंकियों अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया।
अतहर ने पुलिस को बताया कि इस मुहिम में 26 लोग शामिल थे, जिनकी पटना में ट्रेनिंग चल रही थी।
सभी पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया यानी एसडीपीआई (SDPI) से भी जुड़े थे।
इन दोनों की सूचना पर गुरुवार को फुलवारी शरीफ के रहने वाले अरमान मलिक को गिरफ्तार किया गया है।
Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
पटना। आतंकियों के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। पटना दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन आतंकियों के निशाने पर थे। इसके लिए 15 दिन से ट्रेनिंग दी जा रही थी। इन लोगों ने नूपुर शर्मा समेत इस्लाम के खिलाफ बोलने वालों की लिस्ट तैयार की थी। राजस्थान के उदयपुर और महाराष्ट्र के अमरावती की तरह बदला लेने की प्लानिंग थी।
बिहार पुलिस ने पटना के फुलवरिशरीफ में छापेमारी कर देश विरोधी साजिश का भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
बुधवार को पुलिस ने नयाटोला में चलाए जा रहे एक कार्यालय में छापेमारी कर दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जबकि गुरुवार को तीसरे की गिरफ्तारी की गई। कार्यालय से पुलिस को कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं।
आतंकियों के पास से इंडिया 2047 नाम के डॉक्यूमेंट भी मिला
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मानवजीत सिंह ढिल्लो ने गुरुवार को बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज तथा अरमान मलिक के रूप में हुई है। अरमान मलिक प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित करता था।
पटना के एसएसपी ढिल्लो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ये सभी भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की कार्ययोजना पर भी काम कर रहे थे। इनके पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं।
उन्होंने बताया कि इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें 26 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। इनमें से अधिकांश लोग बिहार के हैं, जबकि कुछ लोग बिहार के बाहर के भी हैं।
प्रधानमंत्री के दौरे से एक दिन पहले ही पुलिस ने दो संदिग्ध आतंकियों अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया। अतहर ने पुलिस को बताया कि इस मुहिम में 26 लोग शामिल थे, जिनकी पटना में ट्रेनिंग चल रही थी। सभी पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया यानी एसडीपीआई (SDPI) से भी जुड़े थे। इन दोनों की सूचना पर गुरुवार को फुलवारी शरीफ के रहने वाले अरमान मलिक को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में यह तीसरी बड़ी गिरफ्तारी है। अरमान भी PFI की मीटिंग में शामिल होता था। तीनों संदिग्धों से अभी पूछताछ चल रही है। कुल 26 लोगों पर एफआईआर (FIR) दर्ज है।
आतंकियों के पास से इंडिया 2047 नाम के डॉक्यूमेंट भी मिला है। पुलिस के हाथ लगे 7 पेज के डॉक्यूमेंट में पूरी प्लानिंग का जिक्र है। बताया गया है कि पटना के फुलवारी शरीफ के अहमद पैलेस की दूसरी मंजिल को ट्रेनिंग सेंटर बना दिया गया था। इसमें बिहार के बाहर के लोग भी आ रहे थे।
IB (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के इनपुट पर 80 लाख से ज्यादा का ट्रांजैक्शन मिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना दौरे से एक दिन पहले यानी 11 जुलाई की शाम काे IB (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के इनपुट पर पुलिस ने नया टोला में छापेमारी कर जलालुद्दीन और गुलिस्तां मोहल्ला स्थित घर से अतहर काे पकड़ा था। इनके बैंक अकाउंट से 80 लाख से ज्यादा का ट्रांजैक्शन मिला है।
फुलवारी शरीफ के एएसपी (ASP) मनीष कुमार ने बताया कि ये मिशन 2047 पर काम कर रहे थे। ये लोग भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहते थे। इसी टारगेट को पूरा करने के लिए मुस्लिम युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी। ईडी (ED) अब इन्हें फंडिंग करने वालों की जांच करेगी।
गिरफ्तार एक आतंकी झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दारोगा
गिरफ्तार आतंकियों में एक झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दरोगा जलालुद्दीन और दूसरा उसका साथी अतहर परवेज है। इन दोनों पर आरोप है कि मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा देने के नाम पर हथियार चलाने की ट्रेनिंग देते थे। दोनों पर धार्मिक उन्माद फैलाने और आतंकवादी गतिविधि करने का भी आरोप है।
पटना एसएसपी (SSP) ने कहा जैसे ट्रेनिंग RSS में होती है वैसे आतंकियों की ट्रेनिंग
गुरुवार को संदिग्ध आतंकियों के मनसूबों का खुलासा करते हुए पटना SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों ने उनकी ट्रेनिंग को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जोड़ दिया है। उन्होंने कहा, 'मदरसे से यह लोगों को मोबिलाइज करते थे और कट्टरता की ओर मोड़ रहे थे। इसका मोडस वैसे ही था जैसे शाखा की होती है। RSS की शाखा ऑर्गेनाइज की जाती है और लाठी की ट्रेनिंग होती है, वैसे ही ये फिजिकल ट्रेनिंग के नाम पर यूथ को प्रशिक्षण दे रहे थे और अपने प्रोपोगेंडे के माध्यम से ब्रेनवाश कर रहे थे।' पूरी खबर पढ़ें
कई ब्लास्ट के अभियुक्तों का बेलर था अतहर
एएसपी ने यह भी बताया कि 2001, 2003 और 2013 में आतंकी गतिविधियों में हुई सभी गिरफ्तारी में अतहर बेलर रहा है। पुलिस ने इसका सत्यापन कर लिया है।
साजिश: भारत को 2047 तक इस्लामी राष्ट्र बनाना
6-7 जुलाई को मार्शल आर्ट के नाम पर बिहार, तमिलनाडु, झारखंड और पश्चिम बंगाल से आए युवकों को ट्रेनिंग दी गई। साजिश थी भारत को 2047 तक इस्लामी राष्ट्र बनाना।
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