कुश्ती के दांव को पॉलिटिक्स में आजमाने वाले मुलायम सिंह यादव नहीं रहे  

Mulayam Singh Yadav, who tried wrestling bets in politics, is no more  Former Uttar Pradesh Chief Minister Mulayam Singh Yadav, one of the veteran leaders of socialism in the country, died on Monday (October 10)
देश में समाजवाद के दिग्गज नेताओं में शुमार उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव(Mulayam Singh Yadav) का सोमवार(10 अक्टूबर) को लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। उनके निधन से राजनीति गलियारों में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक जताते हुए उनके साथ अपनी दो पुरानी-यादगार तस्वीरें शेयर की हैं। मोदी ने tweet करके लिखा कि मुलायम सिंह यादव जी एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे। उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के रूप में व्यापक रूप से सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

गुरुग्राम । समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया। उन्होंने सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। 82 साल के मुलायम यूरिन इन्फेक्शन के चलते 26 सितंबर से मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। मंगलवार को दोपहर 3 बजे उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुलायम को 2 अक्टूबर को ऑक्सीजन लेवल कम होने के बाद ICU में शिफ्ट किया गया था। उन्हें यूरिन में इन्फेक्शन के साथ ही ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ गई थी। बाद में उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था।

देश में समाजवाद के दिग्गज नेताओं में शुमार उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव(Mulayam Singh Yadav) का सोमवार(10 अक्टूबर) को लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। उनके निधन से राजनीति गलियारों में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक जताते हुए उनके साथ अपनी दो पुरानी-यादगार तस्वीरें शेयर की हैं। मोदी ने tweet करके लिखा कि मुलायम सिंह यादव जी एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे। उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के रूप में व्यापक रूप से सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे। उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की और लोकनायक जेपी और डॉ. लोहिया के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उत्तर प्रदेश सरकार ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

 बता दें कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का लंबे समय से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। 82 वर्षीय मुलायम सिंह यादव को रविवार 2 अक्टूबर को उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें क्रिटिकल केयर यूनिट में स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसके बाद उनकी हालत में कोई खास सुधार देखने को नहीं मिला था। प्रधानमंत्री मोदी ने योगी आदित्यनाथ से उनकी सेहत की जानकारी ली थी। साथ ही अखिलेश यादव से भी बात की थी।

देशभर से श्रद्धांजलियां

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा-मुलायम सिंह यादव का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। साधारण परिवेश से आए मुलायम सिंह यादव जी की उपलब्धियां असाधारण थीं। ‘धरती पुत्र’ मुलायम जी जमीन से जुड़े दिग्गज नेता थे। उनका सम्मान सभी दलों के लोग करते थे। उनके परिवार-जन व समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदनाएं!

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा-मुलायम सिंह यादव जी के निधन से गहरा दुख हुआ। वह एक शानदार राजनीतिक नेता थे, जिन्होंने अपना जीवन लोगों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया।

पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा-मुलायम सिंह यादव के साथ मेरा कई वर्षों से पुराना जुड़ाव रहा है। वह राष्ट्रीय राजनीति के दिग्गज और जनता के जमीनी नेता थे।

कांग्रेस ने अपने twitter पर लिखा-समाजवादी पार्टी के संरक्षक, देश के पूर्व रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिवार एवं समर्थकों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने दुख व्यक्त किया-मुलायम सिंह यादव जी के निधन का दुखद समाचार मिला। भारतीय राजनीति में UP के पूर्व मुख्यमंत्री, भारत सरकार के रक्षामंत्री व सामाजिक न्याय के सशक्त पैरोकार के रूप में उनका योगदान याद रखा जाएगा।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा-राजनीति में विरोधी होने के बावजूद मुलायम सिंह जी से सबसे अच्छे संबंध थे। जब भी उनसे भेंट होती, तो वे बड़े खुले मन से अनेक विषयों पर बात करते। अनेक अवसरों पर उनसे बातचीत मेरी स्मृति में सदैव तरोताजा रहेगी। दु:ख की इस घड़ी में उनके परिजनों एवं समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा-उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव जी के निधन का दुखद समाचार मिला। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं उनके सभी प्रशंसकों और परिजनों को ये अपार दुख सहने की शक्ति दें। ॐ शांति।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा-मुलायम सिंह यादव जी अपने अद्वितीय राजनीतिक कौशल से दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहे। आपातकाल में उन्होंने लोकतंत्र की पुर्नस्थापना के लिए बुलंद आवाज उठाई। वह सदैव एक जमीन से जुड़े जननेता के रूप में याद किए जाएंगे। उनका निधन भारतीय राजनीति के एक युग का अंत है। दु:ख की इस घड़ी में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने चरणो में स्थान दें। ऊं शांति शांति शांति।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा-समाजवादी नेता और उत्तर प्रदेश के धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव नेताजी के निधन का समाचार भारतीय लोकतांत्रिक नींव के एक पत्थर के ढह जाने जैसा है। यूपी के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने जनता की सेवा की। वे आजीवन साम्प्रदायिकता के खिलाफ खड़े रहे।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा-वह हमारे बीच में नहीं रहे इससे हमें काफी दु:ख है। मैं अपनी और हरियाणा सरकार की तरफ से उनके लिए भगवान से शांति की प्रार्थना करता हूं।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा-नेता जी सबके प्रिय थे, उन्होंने लंबा समय देश के लिए राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से अपना जीवन समर्पित किया। उत्तर प्रदेश और पूरे देश के लिए क्षति है। उनका आशीर्वाद हमेशा मुझे मिला।भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और पूरे परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दे।

RJD सांसद व नेता मनोज झा ने  कहा-आज एक युग का अंत हुआ है। एक ऐसा युग जिसने राजनीति को राजमहल से मुक्त कर सड़कों, गांवों तक ले गए। मैं समझता हूं कि इस क्षति की भरपाई कोई नहीं कर सकता... भगवान उनके परिवार, समर्थकों को इस दुख को सहन करने की शक्ति दे।

नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फ़ारुख़ अब्दुल्ला ने कहा-वह बड़े नेता थे जिसे देश को जरूरत थी। वह ज़मीन और लोगों से जुड़े नेता थे। वह संसद में ऐसी बातें बोलते थे जो हुकूमत सुन सकती थी। उन्होंने गरीबों को उठाने और उनकी बदहाली दूर करने के लिए अपनी ज़िंदगी दी।

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा-मुलायम जी का निधन बेहद दुखद है। उनका इलाज चल रहा था सब इस आस में थे कि वे वापस इलाज करवाकर लौटेंगे लेकिन यह खबर आई। राजनीतिक दृष्टि से यह एक युग का अंत है।

अमित शाह ने मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह यादव को दी श्रद्धांजलि

 

अमित शाह ने मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह यादव को दी श्रद्धांजलि)

मुलायम सिंह यादव के निधन से जुड़े बड़े अपडेट्स...

  • गृह मंत्री अमित शाह मेदांता पहुंचे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी पहुंचेंगे।
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुलायम सिंह को धरती पुत्र बताया और कहा कि उनकी उपलब्धियां असाधारण थीं।
  • यूपी में 3 दिन का राजकीय शोक रहेगा।

मोदी ने कहा- उनके विचार जानने को हमेशा तत्पर रहता था


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ अपनी कई तस्वीरें पोस्ट कीं। लिखा- मुलायम जमीन से जुड़े नेता थे, जो लोगों की मुश्किलों को समझते थे। उन्होंने अपनी जिंदगी लोकनायक जयप्रकाश और डॉ. लोहिया के विचारों के लिए समर्पित कर दी। इमरजेंसी के दौरान वे लोकतंत्र के अहम सैनिक थे। रक्षा मंत्री के तौर पर उन्होंने सशक्त भारत के लिए काम किया।

प्रधानमंत्री ने लिखा- जब मैं मुख्यमंत्री था, तब मेरी कई बार मुलायम सिंह यादव जी से बातचीत हुई। हमारा करीबी जुड़ाव चलता रहा और मैं हमेशा ही उनके विचार जानने के लिए तत्पर रहता था। मुलायमजी के निधन से मुझे दुख है। उनके परिवार और लाखों समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाए हैं। ओम शांति..

तस्वीरों में देखिए मोदी के मुलायम

मुलायम सिंह के साथ प्रधानमंत्री की ये तस्वीर तब की है, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

मुलायम सिंह के साथ प्रधानमंत्री की ये तस्वीर तब की है, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

इस तस्वीर में प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलायम और साथ में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नजर आ रहे हैं।

इस तस्वीर में प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलायम और साथ में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नजर आ रहे हैं।

यह तस्वीर भी तब की है, जब मोदी गुजरात और मुलायम यूपी के मुख्यमंत्री थे। अपने ट्वीट में PM मोदी ने इन मुलाकातों का जिक्र किया है।

यह तस्वीर भी तब की है, जब मोदी गुजरात और मुलायम यूपी के मुख्यमंत्री थे। अपने ट्वीट में PM मोदी ने इन मुलाकातों का जिक्र किया है।

 

मेदांता से सामने आई थी बीमार मुलायम की ये तस्वीर, नीतीश कुमार मिलने पहुंचे थे

यह फोटो 6 सितंबर की है। नीतीश कुमार और अखिलेश यादव मुलायम सिंह का हाल जानने मेदांता अस्पताल पहुंचे थे।

यह फोटो 6 सितंबर की है। नीतीश कुमार और अखिलेश यादव मुलायम सिंह का हाल जानने मेदांता अस्पताल पहुंचे थे।

मुलायम पिछले दो साल से बीमार चल रहे थे

मुलायम सिंह यादव दो साल से बीमार चल रहे थे। परेशानी अधिक बढ़ने पर उन्हें अक्सर हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाता रहा। पिछले साल उन्हें कोरोना भी हुआ था।

  • 26 सितंबर 2022 को आखिरी बार चेकअप के लिए मुलायम सिंह यादव मेदांता गुरुग्राम पहुंचे थे। तब से वे आखिर तक वहीं भर्ती थे।
  • 5 सितंबर 2022 को भी मुलायम सिंह को मेदांता में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।
  • 13 अगस्त 2022 को भी मुलायम सिंह यादव को मेदांता में भर्ती कराया गया था।
  • 24 जून 2022 को रूटीन चेकअप के लिए मुलायम सिंह यादव मेदांता गए थे। तबीयत खराब होने पर उन्हें 2 दिन के लिए भर्ती किया गया था।
  • 15 जून 2022 को भी मुलायम मेदांता में भर्ती हुए थे। जांच के बाद उन्हें उसी दिन डिस्चार्ज कर दिया गया था।
  • 1 जुलाई 2021 को मुलायम सिंह यादव की तबीयत बिगड़ी थी, तब उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
  • अक्टूबर 2020 में मुलायम कोरोना पॉजिटिव भी हो गए थे, हालांकि उन्होंने वैक्सीन लगवाई थी।
  • अगस्त 2020 में पेट दर्द के चलते मेदांता में भर्ती कराए गए थे। जांच में यूरिन इन्फेक्शन का पता चला था।

तीन बार UP के मुख्यमंत्री और सात बार सांसद रहे
जवानी के दिनों में पहलवानी का शौक रखने वाले मुलायम सिंह ने 55 साल तक राजनीति की। मुलायम सिंह 1967 में 28 साल की उम्र में जसवंतनगर से पहली बार विधायक बने। जबकि उनके परिवार का कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं था। 5 दिसंबर 1989 को मुलायम पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। बाद में वे दो बार और प्रदेश के CM रहे। उन्होंने केंद्र में देवगौड़ा और गुजराल सरकार में रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाली। नेताजी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह सात बार लोकसभा सांसद और नौ बार विधायक चुने गए।

1992 में सपा बनाई, फिर सियासत के महारथी बन गए
मुलायम सिंह यादव ने 4 अक्टूबर 1992 को लखनऊ में समाजवादी पार्टी बनाने की घोषणा की थी। मुलायम सपा के अध्यक्ष, जनेश्वर मिश्र उपाध्यक्ष, कपिल देव सिंह और मोहम्मद आजम खान पार्टी के महामंत्री बने। मोहन सिंह को प्रवक्ता नियुक्त किया गया। इस ऐलान के एक महीने बाद यानी 4 और 5 नवंबर को बेगम हजरत महल पार्क में उन्होंने पार्टी का पहला राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया। इसके बाद नेताजी की पार्टी ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में स्थायी मुकाम बना लिया।

मुलायम सिंह यादव ने 4 अक्टूबर 1992 को लखनऊ में समाजवादी पार्टी बनाने की घोषणा की थी। यह फोटो पार्टी के पहले अधिवेशन की है।

मुलायम सिंह यादव ने 4 अक्टूबर 1992 को लखनऊ में समाजवादी पार्टी बनाने की घोषणा की थी। यह फोटो पार्टी के पहले अधिवेशन की है।

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यूं ही अलग नहीं कहलाते थे मुलायम: परीक्षा छोड़ कुश्ती लड़ते थे, दरोगा को मंच पर पटक दिया था
राजनीति में एंट्री करने से पहले मुलायम कुश्ती लड़ते थे। एग्जाम छोड़कर कुश्ती लड़ने चले जाते थे। 1960 में जब मुलायम कॉलेज में पढ़ते थे, तब कवि सम्मेलन के मंच पर दरोगा को एक युवा ने चित कर दिया।

22 नवंबर 1939 को सैफई में जन्मे मुलायम सिंह यादव की पढ़ाई-लिखाई इटावा, फतेहाबाद और आगरा में हुई। मुलायम कुछ दिन तक मैनपुरी के करहल में जैन इंटर कॉलेज में प्राध्यापक भी रहे। पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर मुलायम सिंह की दो शादियां हुईं। पहली पत्नी मालती देवी का निधन मई 2003 में हो गया था। अखि‍लेश यादव मुलायम की पहली पत्नी के ही बेटे हैं।

 

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