मां काली पूरे भारत की भक्ति का केंद्र मां का असीम आशीर्वाद हमेशा भारत के साथ : पीएम मोदी  

Maa Kali is the center of devotion of the whole of India, the infinite blessings of Maa Kali always with India: PM Modi

प्रधानमंत्री स्वामी आत्मस्थानानंद की जन्मजयंती के कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बेलूर मठ का जिक्र किया।

बोले- वहां जब भी जाना होता था तो गंगा के तट पर बैठे हुए दूर मां काली का मंदिर दिखाई देता था। तब एक स्वाभाविक लगाव बन जाता था।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ


नई दिल्ली। माँ काली पर जारी पोस्टर विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मां काली पूरे भारत की भक्ति का केंद्र हैं। उनका आशीर्वाद देश पर बना रहे। देश में मां काली के पोस्टर को लेकर चल रहे विवाद के बीच प्रधानमंत्री का यह पहला बयान है।

प्रधानमंत्री स्वामी आत्मस्थानानंद की जन्मजयंती के कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बेलूर मठ का जिक्र किया। बोले- वहां जब भी जाना होता था तो गंगा के तट पर बैठे हुए दूर मां काली का मंदिर दिखाई देता था। तब एक स्वाभाविक लगाव बन जाता था।

मां काली का असीम आशीर्वाद हमेशा भारत के साथ
पीएम मोदी ने आगे कहा- जब आस्था इतनी पवित्र हो तो शक्ति साक्षात हमारा पथ प्रदर्शन करती है। मां काली का असीम आशीर्वाद हमेशा भारत के साथ है। भारत इसी अध्यात्मिक ऊर्जा को लेकर आज विश्व कल्याण की भावना से आगे बढ़ रहा है।

स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने मां काली का स्पष्ट साक्षात्कार किया था। वो कहते थे- ये सम्पूर्ण जगत, ये चर-अचर, सब कुछ मां की चेतना से व्याप्त है। यही चेतना बंगाल की काली पूजा में दिखती है। यही चेतना बंगाल और पूरे भारत की आस्था में दिखती है।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस एक ऐसे संत थे जिन्होंने मां काली का स्पष्ट साक्षात्कार किया था। उन्होंने मां काली के चरणों में अपना सबकुछ समर्पित कर दिया था। वह करते थे यह संपूर्ण जगत मां की चेतना से व्याप्त है। यही चेतना बंगाल की काली पूजा में दिखती है। यही चेतना बंगाल और पूरे भारत की आस्था में दिखती है। इसी चेतना और शक्ति के एक पूंज को स्वामी विवेकानंद जैसे युग पुरुषों के रूप में स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने प्रदिप्त किया था। 

माता काली की भक्ति में बच्चे की तरह विह्वल हो जाते थे विवेकानंद
मां काली की अनुभूति और उनके आध्यात्मिक दर्शन ने स्वामी विवेकानंद के भीतर असाधारण ऊर्जा और सामर्थ्य का संचार किया था। स्वामी विवेकानंद जैसा ओजस्वी व्यक्तित्व, इतना विराट चरित्र, लेकिन जगत माता काली की स्मृति में, उनकी भक्ति में, वह छोटे बच्चे की तरह विह्वल हो जाते थे। 

भक्ति की ऐसी निश्छलता और शक्ति साधना का ऐसा सामर्थ्य मैं हमेशा स्वामी आत्मस्थानंद के भीतर देखता था। उनकी बातों में भी मां काली की चर्चा होती रहती थी। मां काली का असीम आशीर्वाद हमेशा भारत को प्राप्त हुआ है। भारत इसी आध्यात्मिक ऊर्जा को लेकर विश्व कल्याण की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है।

गौरतलब है कि फिल्मकार लीना मणिमेकलाई ने अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' का विवादित पोस्टर ट्वीट किया था। पोस्टर में माता काली के किरदार को सिगरेट पीता दिखाया गया था। इसके बाद विवाद शुरू हो गया। लीना पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप लगाए गए। इसी संबंध में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने भी विवादित बयान दे दिया था। उन्होंने कहा था कि मां काली मांस खाने वाली और शराब स्वीकार करने वाली देवी हैं।

यह भी पढ़ें  :  भारत स्वभाव और संस्कृति से कृषि आधारित देश रहा , आर्थिक सफलता का जरिया है प्राकृतिक खेती

Share this story