बिहार में महागठबंधन सरकार : नीतीश कुमार ने सीएम तेजस्वी यादव ने  डिप्टी सीएम पद की शपथ ली

Mahagathbandhan government in Bihar: Nitish Kumar takes oath as CM Tejashwi Yadav as Deputy CM

नीतीश कुमार ने 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। राज्यपाल फागू चौहान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश ने हिंदी में ईश्वर के नाम की शपथ ली।

उनके तुरंत बाद तेजस्वी यादव ने डिप्टी CM के तौर पर शपथ ली। शपथ लेते ही तेजस्वी ने नीतीश कुमार के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।

बेटे तेजस्वी के शपथ समारोह में शामिल होने के लिए राबड़ी देवी भी राजभवन पहुंचीं। हालांकि, तेजस्वी के पिता और राजद सुप्रीमो लालू यादव खराब सेहत की वजह से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके।

हालांकि, शपथ से पहले नीतीश ने लालू से फोन पर बात करके उन्हें सियासी हालात की जानकारी दी।

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ  


पटना। नीतीश कुमार ने मंगलवार को बीजेपी से नाता तोड़ने का ऐलान किया था। बिहार की महागठबंधन सरकार में विभागों को लेकर फॉर्मूला तय हो गया है। गृह मंत्रालय नीतीश कुमार अपने पास ही रखेंगे। पिछली सरकार में जदयू के पास जो मंत्रालय थे, वे उस पर ही रहेंगे। जबकि बीजेपी के पास जो मंत्रालय थे, वे आरजेडी-कांग्रेस को दिए जाएंगे। जदयू के नेता नीतीश कुमार ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही राजद नेता और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने दूसरी बार डिप्टी सीएम पद की शपथ ली।

राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन में दोनों नेताओं को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। 22 साल में यह 8वां मौका है, जब नीतीश कुमार राज्य के सीएम बने हैं। वे साल 2000 में सबसे पहले 7 दिनों के लिए सीएम बने थे।

राबड़ी बोलीं- सब माफ है

राबड़ी देवी ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं। ये सब आप लोगों की वजह से ही हुआ है। इतना ही नहीं इस दौरान राबड़ी ने कहा कि पुराना सब माफ है। 

शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए राबड़ी देवी अपने परिवार के साथ राजभवन में पहुंचीं। उनके साथ तेजस्वी की पत्नी भी मौजूद रहीं। 


नीतीश कुमार ने लालू से की बात

नीतीश कुमार ने शपथ ग्रहण से पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से फोन पर बात की है। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने लालू यादव को राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम की जानकारी दी। इस दौरान लालू यादव ने नीतीश कुमार के फैसले का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी।

 
वैकल्पिक विपक्ष पर नहीं हुआ विचार - पीके
 
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा, मेरा मानना ​​है कि बिहार में जो ताजा राजनीतिक घटनाक्रम है वह सिर्फ राज्य के स्तर पर है। मुझे नहीं लगता कि यह देश में राष्ट्रीय स्तर पर वैकल्पिक विपक्ष बनाने के विचार के बाद किया गया है।

 
नीतीश ने महाराष्ट्र से सबक लिया- शरद पवार
 
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में जो कुछ भी हुआ, उसे देखकर नीतीश कुमार ने ये सोचा होगा कि अगर वे बीजेपी के साथ रहते हैं तो उनके साथ क्या होगा? इसलिए उन्होंने तुरंत इस्तीफा दिया और बीजेपी से अपने रिश्ते खत्म कर लिए। 

 
आरजेडी कोटे से होगा स्पीकर
 
बताया जा रहा है कि बिहार विधानसभा के नए स्पीकर आरजेडी कोटे से होंगे। 

 
ये जनादेश की घर वापसी- मनोज झा
 
 RJD के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा, ये सिर्फ सरकार शपथ नहीं लेने जा रही है बल्कि 2017 से लेकर 2020 तक के जनादेश की घर वापसी हो रही है। ये बहुत महत्वपूर्ण है ऐसे दौर में जब मौजूदा भाजपा ने ये तय कर लिया है कि लोकतांत्रिक मूल्यों को क्षत-विक्षत करना है. बिहार ने एक संदेश दिया है। 

 
BJP के पास जो मंत्रालय थे, वे RJD-कांग्रेस को मिलेंगे- सूत्र
 
सूत्रों के मुताबिक, सरकार गठन के फॉर्मूले पर बात बन गई है। नीतीश कुमार ने महागठबंधन की पार्टियों से साफ कर दिया है कि जो विभाग जदयू के पास थे, वे उनके पास ही रहेंगे। जबकि जो मंत्रालय बीजेपी के पास थे, वे आरजेडी और कांग्रेस के पास जाएंगे। वहीं, जीतन राम मांझी के पास जो मंत्रालय थे, वे उनके पास ही रहेंगे। 

सियासी उठापटक के बड़े अपडेट्स...

  • भाजपा के स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ महागठबंधन अविश्वास प्रस्ताव लाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फ्लोर टेस्ट के समय ही नए स्पीकर के लिए भी चुनाव होगा। महागठबंधन की ओर से स्पीकर की कुर्सी RJD को मिल सकती है। हालांकि, कांग्रेस ने भी स्पीकर की कुर्सी पर दावा किया है।
  • भाजपा नेता पार्टी मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। इन्होंने नीतीश कुमार पर विश्वासघात करने का आरोप लगाया है। धरने पर बैठे भाजपा नेता शहनवाज हुसैन ने कहा कि नीतीश कुमार ने अच्छा सिला दिया हम लोगों के प्यार का।
  • पूर्व CM जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी के लिए 2 मंत्री पद की मांग की है। उन्होंने कहा कि मैंने नीतीश कुमार को बिना शर्त समर्थन दिया है। पार्टी को कम से कम 2 मंत्री पद मिलने चाहिए।
  • सूत्रों के मुताबिक तय फॉर्मूले में RJD को 16 मंत्री पद मिले हैं, जबकि JDU के खाते में 13 और कांग्रेस के 4 विधायक मंत्री बन सकेंगे। 12 विधायकों वाली CPI(ML) ने सरकार में शामिल होने पर अभी कोई फैसला नहीं किया है।

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