चौबीस घंटे के युद्ध में यूक्रेन की पूरी राजधानी बारूदी बारिश से छलनी,नाटो सदस्य देशों की भी बेचैनी बढ़ी

Ukraine's entire capital riddled with rain in a twenty-four hour war

Newspoint24/संवाददाता/एजेंसी इनपुट के साथ
 
कीव। यूक्रेन पर रूस  के आक्रमण का आज 21वां दिन है और कोई नहीं जानता कि ये युद्ध कब तक चलेगा, लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन  ने दोनों देशों के बीच चल रही पीस डील को लेकर एक अहम खुलासा किया है। पुतिन ने कहा है कि कुछ मुद्दों पर सहमति बनती दिख रही है।  खासतौर पर यूक्रेन को न्यूट्रल स्टेट रखने पर कीव सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। मॉस्को के टॉप नेगोशिएटर व्लादिमीर मेडेंस्की ने बताया है कि यूक्रेन की ओर से ऑस्ट्रिया या स्वीडिश मॉडेल की चर्चा की जा रही है यानी यूक्रेन एक न्यूट्रल डीमिलिटराइज स्टेट बन सकता है, जिसके पास अपनी मिलिट्री और नेवी होगी। जाहिर है रूस की ये मांग पूरी होती दिख रही है कि जेलेंस्की अब नाटो से ना जुड़ने पर राजी हो रहे हैं।

रूस-यूक्रेन के बीच एक तरफ तो शांति वार्ता जारी है, तो दूसरी ओर यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूसी सेना भीषण बमबारी कर रही है, जिसमें बेकसूर आम अवाम मारी जा रही है। आज कीव पर रूस की सेना ने ताबड़तोड़ मिसाइलें दागीं। ये मिसाइलें कीव के एक अपार्टमेंट, एक सबवे स्टेशन और बाकी असैन्य ठिकानों पर दागी गईं।

मिसाइलों के अलावा कीव में सुबह-सुबह तोपों से भी हमला किया गया। यूक्रेन के अधिकारियों के मुताबिक रूस से किए जा रहे ये हमले व्यवस्थित नजर आ रहे हैं। दरअसल, अब तक रूस दावा करता रहा है कि वो सिर्फ यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर ही हमला कर रहा है, लेकिन मानवीय गलियारा देने के बाद रूस की सेना कीव में हर इमारत को निशाना बना रही है और चौबीस घंटे के युद्ध में यूक्रेन की पूरी राजधानी बारूदी बारिश से छलनी नजर आ रही है।

समुद्र तट पर बसे शहर ओडेसा को यूक्रेन का मोती कहा जाता है, लेकिन रूसी मिसाइलों ने इस शहर को खंडहर बना दिया गया है। मेल ऑनलाइन के मुताबिक इस शहर पर रूस की नेवी ब्लैक सी यानी काला सागर से मिसाइल हमले कर रही है और चौबीस घंटे के अंदर शहर पर पांच सौ मिसाइलें ताबड़तोड़ बरसाई हैं।

जेलेंस्की का नाटो से मोहभंग होने लगा
जिस ओडेसा के बारे में कहा जाता था कि ये शहर कभी सोता नहीं है। वहां रूसी हमले के बाद सन्नाटा पसरा हुआ है। शहर में दुकान-दफ्तर सब बंद पड़े हैं।और इस शहर की सुरक्षा के लिए लोग खुद सैनिक बनकर सेना का साथ दे रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने ओडेसा पर बमबारी को हिस्टोरिकल क्राइम कहा है। लेकिन रूस काला सागर से जुड़े इस हिस्से को आइसोलेट कर देना चाहता है।

अब तक जो बाइडेन की गलती गिनाते रहे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने माना है कि उन्हें क्रेमलिन के इरादों को समझ पाने में गलती हुई। जब रूस ने यूक्रेन बॉर्डर पर अपनी सेना भेजी तो उन्हें लगा था कि व्लादिमीर पुतिन नेगोशिएट कर रहे हैं, लेकिन जब पुतिन ने यूक्रेन का इनवेजन शुरू किया तो उन्हें बहुत आश्चर्य हुआ। ट्रंप को पुतिन का करीबी माना जाता रहा है, लेकिन उन्होंने वाशिंगटन एग्जामिनर को दिए इंटरव्यू में कहा कि पुतिन अब बहुत बदल गए हैं।

ट्रंप ने इससे पहले रूस के यूक्रेन पर हमले को पुतिन का स्मार्ट स्टेप कहा था और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की तीखी आलोचना की थी। ट्रंप ने कहा था कि उनके राष्ट्रपति रहते रूस या चीन की ओर से ऐसी गुस्ताखी नहीं हो सकती थी।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की का अमेरिका की अगुवाई में बने नाटो से मोहभंग होने लगा है, लेकिन 21 दिन के युद्ध के बाद यूक्रेन की मदद बढ़ाने का नाटो ने फैसला किया है। 24 फरवरी को रूस के हमले के बाद से नाटो देश अब तक यूक्रेन को बड़े पैमाने पर हथियार सप्लाई कर चुके हैं, जिनमें 20 हजार एंटी टैंक वेपन शामिल हैं। नाटो डिफेंस मिनिस्टर्स की इमरजेंसी मीटिंग में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि हमें यूक्रेन की आत्मरक्षा की क्षमता पर पूरा भरोसा है, लेकिन नाटो एकजुट होकर यूक्रेन की मदद करता रहेगा।

नाटो सदस्य देशों की भी बेचैनी बढ़ी
रायटर्स के मुताबिक कम से कम दस बड़े नाटो देशों ने पूर्वी फ्रंट पर अपनी सेना की तैनाती, जंगी जहाज और फाइटर प्लेन्स तैनात कर दिए हैं। पोलैंड के करीब मिसाइल दागकर नाटो देशों को रूस सख्त चेतावनी दे चुका है। इससे नाटो सदस्य देशों की भी बेचैनी बढ़ी है।

यूक्रेन युद्ध के इक्कीसवें दिन वॉर क्राइम की वीभत्स तस्वीरें सामने आने लगी हैं। इन्हीं में से एक है ड्रोन से ली गई ये तस्वीर, जिसमें रूस की सेना पर कोल्ड ब्लडेड मर्डर का आरोप लग रहा है। मेल ऑनलाइन के मुताबिक ये ड्रोन फटेड जर्मन ब्रॉडकास्टर जेडडीएफ की है, जिसमें कीव के पश्चिम में एक सिल्वर कलर की कार जाती हुई दिख रही है। ये कार कीव की ओर जा रही थी, लेकिन रूस की सेना और रूसी टैंक देखकर इसने यू टर्न ले लिया।कार में यूक्रेनी का पूरा परिवार था और ये सरेंडर के मोड में कार से बाहर निकल आया, लेकिन रूसी सैनिकों ने पलक झपकते ही उसे गोली मार दी।

कुछ देर बाद रूस के सैनिक आम नागरिक के बेजान शरीर को घसीटकर पेड़ के पीछे ले जाते दिखे, जबकि उसकी पत्नी और बच्चे को बंधक बना लिया। यूक्रेन लगातार रूस पर वॉर क्राइम का आरोप लगा रहा है और युद्ध के मैदान के रोंगटे खड़े कर देने वाले वीडियो जारी कर रहा है। अमेरिकी इंटेलिजेंस ने दावा किया है कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस ने अब अपने सीक्रेट हथियार बाहर निकाल लिए हैं। रूसी सेना अपने सबसे डेडली सीक्रेट वेपन डेकॉय डार्ट से हमले कर रही है।

यूक्रेन के अहम ठिकानों पर हमला करने करती आ रही है, जिसका रेंज 500 किलोमीटर है, लेकिन माना जा रहा है कि पश्चिमी देशों की ओर से मुहैया कराए गए मोबाइल रॉकेट लॉन्चर इस्कंदर मिसाइलों के काल बन रहे हैं। इसके बाद रूस ने डेकॉय डार्ट से हमला शुरू किया है. डेकॉय डार्ट की तकनीक दुनिया को पता नहीं है। इसलिए ये मिसाइलें यूक्रेन में बड़े पैमाने पर तबाही मचा रही हैं।

रूस के साढ़े 13 हजार सैनिक मारे जा चुकेः यूक्रेन का दावा
यूक्रेन पर हमले के बाद से रूस की सेना को भारी नुकसान हुआ है। पुतिन के चार जनरल और सात स्वैट फाइटर्स की अब तक मौत हो चुकी है, जो रूस के लिए बहुत बड़ा नुकसान है। कीव ने दावा किया है कि मारियूपोल में यूक्रेनी सेना ने रूस के मेजर जनरल ओलेग मितयेव को मार गिराया है। वो राइफल डिवीजन के कमांडर थे। ये रूस के चौथे कमांडर की मौत है। इसके अलावा यूक्रेन ने सात स्वैट फाइटर्स को मार गिराने का दावा किया है। ये वो रूसी फाइटर्से हैं, जो सीधे पुतिन के अंडर में काम करते हैं।और इन्हें युद्ध की कड़ी ट्रेनिंग दी जाती है। यूक्रेन का दावा है कि 21 दिन के युद्ध में रूस के साढ़े तेरह हजार सैनिक मारे जा चुके हैं. हालांकि रूस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

अमेरिकी संसद के वर्चुअली संबोधन में प्रेसिडेंट जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के हर शहर में आसमान से मौत बरस रही है। ऐसे में उन्हें अमेरिका की मदद चाहिए। जेलेंस्की ने अमेरिका से आधुनिक और घातक हथियारों की मांग की।और पूछा कि यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित क्यों नहीं कर रहे हैं। रूसी हमलों से पूरा यूक्रेन त्राहिमाम कर रहा है। रूसी फौज के हमलों में अब तक 103 बच्चों की मौत हुई है। 100 से ज्यादा बच्चे गंभीर तौर घायल हुए हैं। यूक्रेनियन राजदूत एस्टोनिया मारियाना ने कहा कि हमारे बच्चों को इन हमलों से बचाना होगा।

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