कई राज्यों में भारी बारिश का दौर : गुजरात के 6 जिलों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात, स्कूल-कॉलेज बंद; राजस्थान, महाराष्ट्र और एमपी में भी अलर्ट

मौसम विभाग ने कहा है कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना समेत 25 राज्यों में भारी बारिश के आसार हैं। महाराष्ट्र में एक जून से अब तक बारिश और बाढ़ से हुए हादसों में 76 लोगों की जान जा चुकी है।
पिछले 24 घंटे में ही 9 लोग मारे गए हैं। महाराष्ट्र के रत्नागिरि समेत 4 जिलाें में ऑरेंज और 8 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियता के चलते कई राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है। इससे बाढ़ आ गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुजरात, महाराष्ट्र के अलावा मध्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, उत्तरी तेलंगाना, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर,केरल, मराठवाड़ा, दक्षिणपूर्व राजस्थान में भी भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने कहा है कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना समेत 25 राज्यों में भारी बारिश के आसार हैं। महाराष्ट्र में एक जून से अब तक बारिश और बाढ़ से हुए हादसों में 76 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में ही 9 लोग मारे गए हैं। महाराष्ट्र के रत्नागिरि समेत 4 जिलाें में ऑरेंज और 8 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में भारी बारिश हुई है। असम में बाढ़ के पानी में बहने से दो लोग मारे गए हैं। राजस्थान में भी अगले दो दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, पंजाब में बारिश के बीच सड़क निर्माण को लेकर राज्य सरकार 4 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि, बिहार, झारखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में मानसून पूरी तरह से नहीं आया है। हालांकि, बिहार, झारखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में मानसून पूरी तरह से नहीं पहुंचा है।
राजस्थान: 7 में से 6 संभागों में बारिश का कोटा पूरा
प्रदेश में मानसून भले ही 8 दिन देर से आया लेकिन लगातार बारिश से 6 संभागों में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। अभी तक केवल उदयपुर संभाग में सामान्य से कम बारिश हुई है। 1 जून से 10 जुलाई तक के बारिश के आंकड़ें देखें तो इस अवधि में पिछले साल केवल 2 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश थी जबकि इस बार 20 जिले तर हो चुके हैं। सामान्य से कम बारिश भी इस साल अभी तक केवल 4 जिलों में दर्ज हुई है। पिछले साल इस अवधि में 26 जिलों में सामान्य से कम बारिश थी।
मध्यप्रदेश: भोपाल में 6 इंच बारिश, 17 साल में पहली बार जुलाई में दो बार 4.5 इंच से ज्यादा
एमपी के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे में अच्छी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक राज्य के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। भोपाल में शनिवार आधी रात के बाद से छह घंटे में 5 इंच से ज्यादा बारिश हुई। रविवार को दिन भर धूप चटकी रही, लेकिन शाम 7 बजे के बाद फिर बारिश शुरू हो गई। रात 8:30 तक एक इंच पानी और बरस चुका था। यानी 20 घंटे में 6 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी थी।
गुजरात: अगले दो दिन तक भारी बारिश का अलर्ट, कई सड़के बंद
गुजरात के दक्षिण और मध्य के 6 जिले छोटा उदयपुर, डांग, नर्मदा , वलसाड, नवसारी और पंचमहाल में बाढ़ से हालात हैं। अहमदाबाद के कई इलाकों में रविवार को 3 से 12 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। यहां जगह-जगह सड़कों और घरों में पानी भरने से लोगों को परेशानी हुई। इसके चलते सभी सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
केरल समेत चार राज्यो ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने रविवार को केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और महाराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक केरल के चार जिले कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में अगले 24 घंटों में भारी के बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
तेलंगाना और महाराष्ट्र शनिवार से रेड अलर्ट पर हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने भारी बारिश से जुड़े विभागों को जरूरी कदम उठाने को कहा है। साथ ही उन्होंने लोगों की अपील की है कि जब तक कोई इमरजेंसी न हो, भारी बारिश के दौरान जोखिम न लें या घर से बाहर ना निकलें।
असम में बाढ़ से अब तक 192 लोगों की मौत: असम में बाढ़ की स्थिति में काफी सुधार होने के बावजूद रविवार को दो और लोगों की मौत हो गई। असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथारिटी (ASDMA) के बुलेटिन के अनुसार, दोनों मौतें हैलाकांडी जिले में हुईं। इस साल बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 192 हो गई। अभी भी 12 जिलों में 5,39,334 बाढ़ से पीड़ित हैं। 18 राजस्व मंडलों के कुल 390 गांव पानी में डूबे हैं।कछार सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है, जहां 3,55,960 लोग अब भी प्रभावित हैं। इसके बाद मोरीगांव का नंबर आता है जहां 1,42,662 लोग बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में 38,000 से अधिक लोग 114 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। 48 राहत वितरण केंद्र चालू हैं। एएसडीएमए ने कहा कि कुल 7,368.41 हेक्टेयर फसल क्षेत्र बाढ़ के पानी में है। राज्य में कोई भी बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही हैं।
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