पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर भाजपा में शामिल हुए , पंजाब लोक कांग्रेस का भी भाजपा में विलय

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। उनकी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का भी भाजपा में विलय हो गया। इससे पहले उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस से अलग होकर नई सियासी दल बनाया था। कैप्टन की पत्नी परनीत कौर इस समय पटियाला से कांग्रेस सांसद हैं। वह अभी कांग्रेस में ही रहेंगी।
We think that right thinking people of the country should be united. A sensitive state like Punjab should be handled carefully. During his tenure as CM, he never kept politics before national security: Union minister Kiren Rijiju on Capt Amarinder Singh joining BJP pic.twitter.com/B0IHTYzH4j
— ANI (@ANI) September 19, 2022
Former Punjab CM Capt Amarinder Singh joined BJP in the presence of Union Ministers Narendra Singh Tomar, Kiren Rijiju, BJP leader Sunil Jakhar & BJP Punjab chief Ashwani Sharma. pic.twitter.com/kXatMlvPVP
— ANI (@ANI) September 19, 2022
बीते विधानसभा चुनाव में कैप्टन ने कांग्रेस से किनारा कर पंजाब लोक कांग्रेस का गठन कर पंजाब में भाजपा के साथ गठबंधन किया था। उस समय उनके बेटे रणइंद्र सिंह ने ही भाजपा के साथ तालमेल कर टिकटों की बंटवारे में अहम भूमिका अदा की थी लेकिन पंजाब में आप की आंधी के सामने कैप्टन की पार्टी उड़ गई और भाजपा भी हाशिये पर चली गई। पंजाब में भाजपा जगह बनाने के लिए प्रयास कर रही है।
भाजपा लंबे समय से पंजाब में एक मजबूत सिख चेहरे की तलाश कर रही है, जो हिंदू निर्वाचन क्षेत्र को भी स्वीकार्य हो। अमरिंदर सिंह के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अच्छे व्यक्तिगत संबंध हैं। जब वह पंजाब के सीएम थे तो उन्होंने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि पीएम संपर्क करने पर हमेशा सहयोग करते हैं।
75 साल की उम्र से अधिक को टिकट नहीं
कैप्टन अमरिंदर सिंह दो बार कांग्रेस से पंजाब के मुख्यमंत्री रहे हैं लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी क्या भूमिका रहेगी। कैप्टन इस समय 80 साल के हैं। वहीं भाजपा 75 से ऊपर नेताओं को टिकट नहीं देती है। ऐसे में कैप्टन के लिए डगर थोड़ी मुश्किल हो सकती है। हालांकि बेटी जय इंदर कौर उनका राजनीतिक काम संभालती हैं। पंजाब के चुनाव में उनकी भूमिका पहली कतार में थी। ऐसे में माना जा रहा है कि उनकी बेटी को भी कोई महत्वपूर्ण भूमिका मिल सकती है।
यह भी पढ़ें : चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में वीडियो वायरल करने के मामले में स्टूडेंट्स की मांग प्रशासन ने मानी , धरना रात 1.30 बजे खत्म