महाराष्ट्र की राजीनीति में गहराए संकट के बीच एकनाथ शिंदे की ताकत में इजाफा , शिंदे बोले असली शिवसेना और शिव सैनिक हम ही हैं संजय राउत बोले अब क़ानूनी लड़ाई होगी

महाराष्ट्र राजीनीति में गहराए संकट के बीच एकनाथ शिंदे की ताकत में इजाफा होता जा रहा है। वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं।
इस बीच सूत्रों का दावा है कि एकनाथ शिंदे के खेमे में शिवसेना के विधायकों की संख्या 50 से अधिक हो सकती है।
Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
मुंबई। महाराष्ट्र राजीनीति में गहराए संकट के बीच एकनाथ शिंदे की ताकत में इजाफा होता जा रहा है, वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं। इस बीच सूत्रों का दावा है कि एकनाथ शिंदे के खेमे में शिवसेना के विधायकों की संख्या 50 से अधिक हो सकती है क्योंकि आज और विधायकों के गुवाहाटी पहुंचने की संभावना है।
वहीं शिवसेना द्वारा 12 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की याचिका पर बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर पलटवार किया है। शिंदे ने सीएम उद्धव से कहा कि आप हमें डरा नहीं सकते क्योंकि हम बालासाहेब ठाकरे के अनुयायी हैं।
इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा की संख्या बल कागज़ में ज़्यादा हो सकती है लेकिन अब यह लड़ाई क़ानूनी लड़ाई होगी। हमारे जिन 12 लोगों ने बगावत शुरू की है उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की है जिसके लिए हमारे लोगों ने सभापति से मुलाकात की है।
राउत ने कहा की (शरद) पवार साहब को धमकियां देने का काम चल रहा है। अमित शाह और मोदी जी आप के मंत्री पवार साहब को धमकी दे रहे हैं। क्या ऐसी धमकियों को आपका समर्थन है?
शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा, "भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि अगर महाविकास अघाड़ी सरकार को बचाने के प्रयास किया गया तो शरद पवार को घर नहीं जाने दिया जाएगा। महाविकास अघाड़ी सरकार रहे या न रहे लेकिन शरद पवार के लिए ऐसी भाषा का उपयोग स्वीकार्य नहीं है।" pic.twitter.com/XEmbG8oglP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 24, 2022
गौरतलब है कि इस समय एकनाथ शिंदे जो एक तिहाई की संख्या में विधायकों के होने का दावा कर रहे हैं, गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में बागी विधायकों के साथ ठहरे हुए हैं।
शिंदे ने ट्वीट में उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए लिखा कि हम आदरणीय शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के असली शिवसेना और शिव सैनिक हैं। हम बिना नंबर के एक अवैध समूह बनाने के लिए आपके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं। शिंदे ने कहा कि आप किसे डराने की कोशिश कर रहे हैं। हम आपके तरीके और कानून भी जानते हैं। शिंदे ने कहा, संविधान की अनुसूची 10 के अनुसार, व्हिप का इस्तेमाल विधानसभा के काम के लिए किया जाता है, बैठकों के लिए नहीं। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले हैं।
बता दें कि नवनियुक्त शिवसेना विधायक दल के नेता अजय चौधरी ने गुरुवार को राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को एक याचिका सौंपकर शिंदे खेमे के 12 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की।