तवांग झड़प पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया , बोले- हाथापाई में दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें , हमारे जवानों ने चीनियों को खदेड़ा

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश में एलएसी (LAC) पर 14 हजार फीट की ऊंचाई पर 9 दिसंबर को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प का मामला संसद के शीतकालीन सत्र में 'गर्मी' की वजह बन गया है। जैसे ही संसदी की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद रक्षामंत्री ने अपना बयान दिया। तवांग इलाके में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बयान दिया। राजनाथ ने कहा- 9 दिसंबर 2022 को पीएलए (PLA) ट्रूप्स ने तवांग में एलएसी (LAC) का उल्लंघन कर नियम तोड़े थे। भारतीय सेना ने पीएलए (PLA) को अतिक्रमण से रोका। उन्हें उनकी पोस्ट पर जाने के लिए मजबूर कर दिया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि इस घटना में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें भी आई हैं। हमारे किसी भी सैनिक की न तो मृत्यु हुई है और न कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है। समय से हमने हस्तक्षेप किया। इसकी वजह से चीनी सैनिक वापस चले गए। इसके बाद लोकल कमांडर ने 11 दिसंबर को चाइनीज काउंटर पार्ट के साथ व्यवस्था के तहत फ्लैग मीटिंग की। चीन को ऐसे एक्शन के लिए मना किया गया और शांति बनाए रखने को कहा।
इससे पहले तवांग झड़प को लेकर संसद में भारी हंगामा हुआ। इस पर गृहमंत्री अमित शाह ने संसद के बाहर कहा कि भारत की एक इंच जमीन पर चीन ने कब्जा नहीं किया। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों ने बहादुरी दिखाई। कांग्रेस दोहरा व्यवहार कर रही है। कांग्रेस ने प्रश्न काल चलने नहीं दिया। हमने जवाब देने की बात कह दी थी। उसके बावजूद इन्होंने संसद नहीं चलने दी।
शाह ने आरोप लगाया कि चीन पर कांग्रेस का रवैया दोहरा है। राजीव गांधी फाउंडेशन का सवाल प्रश्न काल में रखा गया था। मैं बता दूं कि इसका fcra लाइसेंस रद्द किया गया था। इसी पर सवाल था। उस फाउंडेशन को चीन से पैसे मिले। 1.38 करोड़ रुपए मिले थे। कांग्रेस शासन में 1962 में चीन ने हजारों एकड़ जमीन हड़प ली थी।
भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प को लेकर संसद में भारी हंगामा, विपक्ष मोदी से जवाब की मांग पर अड़ा
अरुणाचल प्रदेश में तवांग के पास भारत-चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प, दोनों तरफ के कई जवान घायल हुए