ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ का निधन: स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में 96 साल की क्वीन ने अंतिम सांस ली

UK Queen Elizabeth passes away

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ 

लंदन । ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार देर रात निधन हो गया। वह पिछले कुछ वक्त से बीमार थीं। 96 साल की महारानी स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में रह रही थीं। यहीं उन्होंने अंतिम सांस ली। वे सबसे लंबे समय तक (70 साल) ब्रिटेन की क्वीन रहीं।

अब प्रिंस विलियम 40 साल की उम्र में ब्रितानी सिंहासन के उत्तराधिकारी बन गए हैं। उनके पिता प्रिंस चार्ल्स (73 साल) अब किंग हो गए हैं।

महारानी एलिजाबेथ-II के साथ उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स। ये तस्वीर अक्टूबर 2019 में लंदन में संसद के उद्घाटन के दौरान ली गई थी।

महारानी एलिजाबेथ-II के साथ उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स। ये तस्वीर अक्टूबर 2019 में लंदन में संसद के उद्घाटन के दौरान ली गई थी।

कुछ अहम तस्वीरें

ये क्वीन एलिजाबेथ की आखिरी तस्वीर है। इसे 6 सितंबर 2022 को लिया गया था। वे पिछले कुछ दिनों से स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में थीं।

ये क्वीन एलिजाबेथ की आखिरी तस्वीर है। इसे 6 सितंबर 2022 को लिया गया था। वे पिछले कुछ दिनों से स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में थीं।

महारानी एलिजाबेथ सार्वजनिक समारोह के दौरान अपनी शाही बग्घी में सवार होकर निकलती थीं। उनके साथ रॉयल ऑर्मी मार्च करती थी।

महारानी एलिजाबेथ सार्वजनिक समारोह के दौरान अपनी शाही बग्घी में सवार होकर निकलती थीं। उनके साथ रॉयल ऑर्मी मार्च करती थी।

मेडिकल सुपरविजन में थीं महारानी
गुरुवार दोपहर को महारानी एलिजाबेथ की तबीयत नाजुक होने की खबर सामने आई थी। इसके बाद वे डॉक्टर्स की देखरेख में थीं। बीमारी की वजह से महारानी बाल्मोरल महल में रह रही थीं। वे सभी आधिकारिक काम इसी पैलेस से कर रही थीं। ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने 6 सितंबर को यहीं आकर उनसे मुलाकात की और यहीं शपथ ली थी।

शाही परिवार ने बताया था कि महारानी Episodic Mobility की दिक्कत से जूझ रही थीं। इस बीमारी में मरीज को खड़े होने और चलने में परेशानी होती है। उन्हें 19 फरवरी 2022 को कोरोना भी हुआ था।

रॉयल फैमिली की आधिकारिक वेबसाइट पर यह तस्वीर शेयर की गई है। इसमें रानी के निधन की सूचना दी गई है।

रॉयल फैमिली की आधिकारिक वेबसाइट पर यह तस्वीर शेयर की गई है। इसमें रानी के निधन की सूचना दी गई है।

शोक में शाही परिवार और ब्रिटेन
महारानी एलिजाबेथ के पति प्रिंस फिलिप की मौत 9 अप्रैल 2021 को हुई थी। अब महारानी भी नहीं रहीं। शाही परिवार अब आधिकारिक रूप से शोक में होगा। सभी अधिकारिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। शाही महलों और घरों पर यूनियन जैक आधा झुका दिया गया है। इसके अलावा ब्रिटेन की सभी बाहरी पोस्टों और सैन्य ठिकानों पर भी झंडा झुका रहेगा।

यह तस्वीर 6 सितंबर यानी 2 दिन पहले की है, जब ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस महारानी के पास शपथ लेने गई थीं।

यह तस्वीर 6 सितंबर यानी 2 दिन पहले की है, जब ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस महारानी के पास शपथ लेने गई थीं।

PM मोदी ने दुख जताया, कहा- वो एक दिग्गज शासक थीं
PM नरेंद्र मोदी ने एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- एलिजाबेथ द्वितीय को हमारे समय की एक दिग्गज शासक के रूप में याद किया जाएगा। दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं।

उन्होंने बताया- मैं 2015 और 2018 में UK की यात्राओं के दौरान महारानी से मिला था। एक बैठक के दौरान उन्होंने मुझे एक रूमाल दिखाया था, जो महात्मा गांधी ने उनकी शादी में गिफ्ट किया था।

वर्ल्ड लीडर्स ने दुख जताया, जस्टिन ट्रूडो बोले- कनाडा उनके कामों को हमेशा याद रखेगा

  • फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि महारानी ने 70 से साल तक ब्रिटेन को स्थिरता दी। क्वीन ने लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ी है, जिसे लोग हमेशा याद रखेंगे।
  • कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि क्वीन एलिजाबेथ ने कनाडा के लोगों के लिए जो किया, उसे हम कभी नहीं भूलेंगे।
  • अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय एक सम्राट से कहीं अधिक थीं। उनके निधन से एक युग का अंत हो गया।

तस्वीरों में देखें महारानी का सफर...
क्वीन एलिजाबेथ 2 जून 1953 को ब्रिटेन की महारानी के पद पर आसीन हुईं थीं। जब एलिजाबेथ क्वीन बनीं, तब दुनिया ही नहीं, ब्रिटेन में भी राजशाही पर सवाल उठ रहे थे, लेकिन महारानी एलिजाबेथ ने तमाम विरोध के बावजूद शाही परिवार के रुतबे और असर को बरकरार रखा।

25 साल की एलिजाबेथ क्वीन बनी, तब अंग्रेजी हुकूमत का रुतबा और रकबा दोनों घट रहे थे
एक दौर में दुनिया के बड़े हिस्से में ब्रितानी साम्राज्य की एकछत्र हुकूमत थी, लेकिन एलिजाबेथ ने जब ताज पहना तो ब्रितानी साम्राज्य का रुतबा और रकबा दोनों घट रहे थे। ब्रितानी समाज क्रांतिकारी बदलावों के दौर से गुजर रहा था।

एलिजाबेथ का जन्म 21 अप्रैल 1926 को लंदन में हुआ था। उनके पिता क ऑफ यॉर्क अल्बर्ट और उनकी मां एलिजाबेथ बोवेस-लियोन थीं।

एलिजाबेथ का जन्म 21 अप्रैल 1926 को लंदन में हुआ था। उनके पिता क ऑफ यॉर्क अल्बर्ट और उनकी मां एलिजाबेथ बोवेस-लियोन थीं।

ये तस्वीर एलिजाबेथ की है, जब वो 2 साल की थीं। वो अल्बर्ट और बोवेस-लियोन की पहली संतान थीं। एलिजाबेथ कभी स्कूल नहीं गईं थीं। उनकी पढ़ाई घर पर ही हुई।

ये तस्वीर एलिजाबेथ की है, जब वो 2 साल की थीं। वो अल्बर्ट और बोवेस-लियोन की पहली संतान थीं। एलिजाबेथ कभी स्कूल नहीं गईं थीं। उनकी पढ़ाई घर पर ही हुई।

कैसे बनीं महारानी?
ब्रिटेन के किंग जॉर्ज पंचम की 1936 में मौत हुई थी। उनकी मौत के बाद शाही गद्दी पर उनके बड़े बेटे डेविड बैठे थे। उन्होंने अपना शाही नाम एडवर्ड अष्टम रखा था, लेकिन अपने प्रेम प्रसंग के कारण एडवर्ड अष्टम को गद्दी छोड़नी पड़ी। एडवर्ड ने एक तलाकशुदा अमेरिकी महिला से शादी की थी जिसकी वजह से उनका भारी विरोध हुआ। एडवर्ड के बाद एलिजाबेथ के पिता अल्बर्ट हिचकते हुए राजगद्दी पर बैठे और इस तरह एलिजाबेथ के महारानी बनने का रास्ता भी तैयार हुआ।

4 साल की एलिजाबेथ ओलंपिया में एक रॉयल टूर्नामेंट में गई थीं। ये तस्वीर उसी समय ली गई थी। वो कई बार ओलंपिया इंटरनेशनल हॉर्स शो देखने जाती थीं।

4 साल की एलिजाबेथ ओलंपिया में एक रॉयल टूर्नामेंट में गई थीं। ये तस्वीर उसी समय ली गई थी। वो कई बार ओलंपिया इंटरनेशनल हॉर्स शो देखने जाती थीं।

जीवनसाथी से मुलाकात
ये वो दौर था जब हिटलर की ताकत बढ़ रही थी और अल्बर्ट देश का दौरा करके लोगों का राजशाही में भरोसा मजबूत कर रहे थे। एलिजाबेथ भी परिवार के साथ दौरे कर रहीं थीं। वो सिर्फ तेरह साल की थीं जब उनकी मुलाकात अपने भविष्य के पति फिलिप से हुई। फिलिप ग्रीस के राजकुमार थे। फिलिप और एलिजाबेथ की कई मुलाकातें हुईं और 1944 में दोनों प्यार में पड़ गए। एलिजाबेथ की फिलिप से नजदीकी किसी से छुपी नहीं थी।

दूसरे विश्व युद्ध में टेरिटोरियल सर्विस में हिस्सा लेने वाली एलिजाबेथ विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद फिलिप से शादी करना चाहती थीं। कई अड़चनों के बाद 20 नवंबर 1947 को एलिजाबेथ की शादी फिलिप से हुई। 1948 में एलिजाबेथ को पहली औलाद प्रिंस चार्ल्स के रूप में मिली। दो साल बाद उनकी बेटी एना का जन्म हुआ।

ये तस्वीर एलिजाबेथ और उनकी बहन मार्गरेट रोज की है। मार्गरेट का जन्म 1930 में हुआ था। दोनों की शिक्षा घर पर ही हुई थी।

ये तस्वीर एलिजाबेथ और उनकी बहन मार्गरेट रोज की है। मार्गरेट का जन्म 1930 में हुआ था। दोनों की शिक्षा घर पर ही हुई थी।

पिता की मौत
एलिजाबेथ अपने पति फिलिप के साथ अफ्रीका के दौरे पर थीं, जब उन्हें अपने पिता किंग अल्बर्ट की मौत की खबर मिली। ब्रिटेन लौटने के तुरंत बाद ही एलिजाबेथ को महारानी घोषित कर दिया गया था। महारानी घोषित किए जाने के सोलह महीने बाद जून 1953 में एलिजाबेथ का कोरोनेशन हुआ था, जिसका प्रसारण दुनियाभर में टीवी पर किया गया था।

ये पहली बार था, जब दुनिया में बहुत से लोगों ने पहली बार टीवी पर लाइव प्रसारण देखा था। ये वो दौर था जब ब्रिटेन दूसरे विश्व युद्ध के बाद खड़ा होने की कोशिश कर रहा था। खर्चों में कटौती हो रही थी और देश के सामने कई चुनौतियां थीं।

14 साल की राजकुमारी एलिजाबेथ ने रेडियो कार्यक्रम चिल्ड्रन ऑवर में उन बच्चों के लिए संदेश भेजा था जिन्हें सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान ब्रिटेन छोड़ना पड़ा था।

14 साल की राजकुमारी एलिजाबेथ ने रेडियो कार्यक्रम चिल्ड्रन ऑवर में उन बच्चों के लिए संदेश भेजा था जिन्हें सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान ब्रिटेन छोड़ना पड़ा था।

ब्रिटेन की राजशाही का घटता रुतबा
दूसरे विश्व युद्ध के बाद दुनियाभर में देश ब्रितानी शासन से आजाद हो रहे थे। भारतीय महाद्वीप सहित दुनिया के कई बड़े इलाके ब्रिटेन के हाथ से निकल गए। इससे ब्रिटेन की आर्थिक और राजनीतिक हैसियत भी घट रही थी। तीन सदियों से एक सुपरपॉवर रहा ब्रिटेन कमजोर हो रहा था।

इस दौर में महारानी एलिजाबेथ ने कॉमनवेल्थ के जरिए ब्रिटेन के रुतबे को बरकरार रखने की कोशिश की। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड का दौरा किया। हालांकि, एलिजाबेथ की कोशिशों के बावजूद ब्रिटेन का पतन नहीं रुका।

1956 में मिस्र ने स्वेज नहर का राष्ट्रीयकरण करके ब्रितानी साम्राज्य के सम्मान को चकनाचूर कर दिया। ब्रिटिश सरकार ने स्वेज पर नियंत्रण बरकरार रखने के लिए सैन्य टुकड़ियां भी भेजीं, लेकिन फिर भी कुछ ना हो सका। निराश ब्रिटिश प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा।

एलिजाबेथ 1937 में गर्ल गाइड बनीं थीं। इस तस्वीर में उन्होंने गर्ल गाइड की यूनिफॉर्म पहन रखी है। गर्ल गाइड एक चैरिटेबल ऑर्गेनाइजेशन है।

एलिजाबेथ 1937 में गर्ल गाइड बनीं थीं। इस तस्वीर में उन्होंने गर्ल गाइड की यूनिफॉर्म पहन रखी है। गर्ल गाइड एक चैरिटेबल ऑर्गेनाइजेशन है।

सीमित अधिकार
ब्रिटेन की महारानी की भूमिका सांकेतिक ही ज्यादा थी। शाही परिवार को सम्मान तो बहुत प्राप्त है, लेकिन संवैधानिक अधिकार सीमित हैं। ब्रिटेन में सरकार प्रधानमंत्री चलाते हैं, वो महारानी को रिपोर्ट करते हैं, लेकिन महारानी सत्ता संचालन में बहुत दखल नहीं देती हैं।

20 नवंबर 1947 को एलिजाबेथ ने ग्रीस के प्रिंस फिलिप से शादी की। वह प्रिंस एंड्रयू ऑफ ग्रीस एंड डेनमार्क और प्रिंसेस एलिस ऑफ बटनबर्ग की इकलौती संतान थे।

20 नवंबर 1947 को एलिजाबेथ ने ग्रीस के प्रिंस फिलिप से शादी की। वह प्रिंस एंड्रयू ऑफ ग्रीस एंड डेनमार्क और प्रिंसेस एलिस ऑफ बटनबर्ग की इकलौती संतान थे।

पहली प्रधानमंत्री थैचर से तनावपूर्ण संबंध
1979 में मार्गेरेट थैचर ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं। थैचर और एलिजाबेथ के रिश्ते बहुत अच्छे नहीं थे। एलिजाबेथ ब्रितानी कॉमनवेल्थ और अफ्रीका में निवेश को बढ़ाना चाहती थीं। थैचर इसके समर्थन में नहीं थीं।

यह तस्वीर महारानी एलिजाबेथ II और पति फिलिप की है। ये 2 जून 1953 को बकिंघम पैलेस में महारानी के राज्याभिषेक या ताजपोशी के दौरान ली गई थी।

यह तस्वीर महारानी एलिजाबेथ II और पति फिलिप की है। ये 2 जून 1953 को बकिंघम पैलेस में महारानी के राज्याभिषेक या ताजपोशी के दौरान ली गई थी।

महल में आग, खर्च पर सवाल
1992 में शाही निवास विंडसर कासल में आग लग गई। इस घटना ने शाही परिवार के खर्चों पर सवाल खड़े कर दिए। देश दो धड़ों में बंट गया- एक का तर्क था कि शाही परिवार खुद मरम्मत का खर्च उठाए, तो दूसरे का कहना था कि टैक्स के पैसों से ये काम हो।

मरम्मत का खर्च निकालने और शाही परिवार के खर्च पूरे करने के लिए बकिंघम पैलेस को आम जनता के लिए खोल दिया गया। एलिजाबेथ ने अपने और अपने बेटे प्रिंस चार्ल्स की आमदनी पर टैक्स देने की घोषणा भी कर दी।

महारानी एलिजाबेथ की पहली संतान यानी प्रिंस चार्ल्स का जन्म 1948 में हुआ। उनकी दूसरी संतान यानी उनकी बेटी एनी का जन्म 1950 में हुआ।

महारानी एलिजाबेथ की पहली संतान यानी प्रिंस चार्ल्स का जन्म 1948 में हुआ। उनकी दूसरी संतान यानी उनकी बेटी एनी का जन्म 1950 में हुआ।

अब रानी की जिंदगी से जुड़ी सबसे बेहतरीन तस्वीरें

मुस्कुराती हुई क्वीन एलिजाबेथ II की ये तस्वीर 1957 में उनकी पहली टेलीविजन क्रिसमस स्पीच के पहले खींची गई थी। क्वीन एलिजाबेथ II ने कभी कोई इंटरव्यू नहीं दिया, लेकिन वो किसी न किसी तरीके से जनता तक अपनी मन की बातें पहुंचाती रहती थीं।

मुस्कुराती हुई क्वीन एलिजाबेथ II की ये तस्वीर 1957 में उनकी पहली टेलीविजन क्रिसमस स्पीच के पहले खींची गई थी। क्वीन एलिजाबेथ II ने कभी कोई इंटरव्यू नहीं दिया, लेकिन वो किसी न किसी तरीके से जनता तक अपनी मन की बातें पहुंचाती रहती थीं।

महारानी एलिजाबेथ को जानवरों से बेहद प्यार था। उनके पास कॉर्गी ब्रीड के 30 डॉग्स थे।

महारानी एलिजाबेथ को जानवरों से बेहद प्यार था। उनके पास कॉर्गी ब्रीड के 30 डॉग्स थे।

ये तस्वीर 20 अक्टूबर 2003 की है। तब दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला लंदन के बकिंघम पैलेस आए थे। महारानी एलिजाबेथ ने हाथ मिलाकर उनका स्वागत किया था। मंडेला पहले भी 1996 में ब्रिटेन का दौरा कर चुके थे।

ये तस्वीर 20 अक्टूबर 2003 की है। तब दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला लंदन के बकिंघम पैलेस आए थे। महारानी एलिजाबेथ ने हाथ मिलाकर उनका स्वागत किया था। मंडेला पहले भी 1996 में ब्रिटेन का दौरा कर चुके थे।

प्रिंस फिलिप एलिजाबेथ को प्यार से 'लिलिबेट' बुलाते थे। शादी के 73 साल बाद प्रिंस फिलिप का अप्रैल 2021 में निधन हो गया।

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प्रिंस के निधन के बाद क्वीन एलिजाबेथ II काफी देर तक सेंट जॉर्ज चैपल में अकेले बैठी रही थीं।

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जून में महारानी एलिजाबेथ के शासन की प्लेटिनम जुबली सेलिब्रेट की गई। प्लेटिनम जुबली समारोह शाही इतिहास में अपनी तरह का पहला समारोह रहा।

जून में महारानी एलिजाबेथ के शासन की प्लेटिनम जुबली सेलिब्रेट की गई। प्लेटिनम जुबली समारोह शाही इतिहास में अपनी तरह का पहला समारोह रहा।

दिवंगत महारानी से जुड़ी ये तीन खबरें भी जरूर पढ़ें...

25 की उम्र में संभाला था शासन, 17 PHOTOS में देखें प्रिंसेस से क्वीन तक का सफर
महारानी एलिजाबेथ II ने 6 फरवरी 1952 को पिता किंग जॉर्ज की मौत के बाद ब्रिटेन का शासन संभाला। तब उनकी उम्र सिर्फ 25 साल थी। तब से 70 साल तक उन्होंने शासन किया। उन्होंने 2 दिन पहले ‌‌ब्रिटेन की 15वीं PM लिज ट्रस को शपथ दिलाई थी। वे ब्रिटेन के इतिहास में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली पहली महिला सम्राट हैं।  

नोटों और सिक्कों से हटाई जा सकती है एलिजाबेथ की फोटो; राष्ट्रगान में भी बदलाव की संभावना

ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद अब कई शाही प्रतीक बदले जा सकते हैं। फ्लैग, नोट, सिक्के में अभी तक महारानी की अलग-अलग तस्वीर होती थी। अब इसे हटाकर नए किंग बने प्रिंस चार्ल्स की फोटो लगाए जाने की उम्मीद है।  

15 देशों की सिंबॉलिक महारानी थीं एलिजाबेथ-II, रोज मिलता था सरकारी काम का ब्योरा
लिजाबेथ सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं, 14 अन्य आजाद देशों की भी महारानी थीं। ये सभी देश कभी न कभी ब्रिटिश हुकूमत के अधीन रहे थे। 

3 बार भारत आईं एलिजाबेथ-II, रिपब्लिक डे पर शाही मेहमान बनीं
एलिजाबेथ-II तीन बार भारत आईं। 1961, 1983 और 1997 में वो भारत की शाही मेहमान बनी थीं। 1961 में भारत के गणतंत्र दिवस की परेड में भी शामिल हुई थीं। उनके साथ प्रिंस फिलिप भी थे। 

प्रिंस चार्ल्स बने ब्रिटेन के नए किंग, 24 घंटे के भीतर सौंपा जाएगा ताज
एलिजाबेथ-II के निधन के बाद उनके बेटे प्रिंस चार्ल्स नए किंग बन गए हैं। अब उन्हें किंग चार्ल्स-III के नाम से जाना जाएगा। महारानी के निधन के 24 घंटों के भीतर लंदन स्थित सेंट जेम्स पैलेस में एक सेरेमोनियल बॉडी के बीच चार्ल्स को आधिकारिक तौर पर राजा घोषित किया जाएगा।

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