बंगाल में हिंसक हुआ भाजपा का नबन्ना चलो मार्च: कार्यकर्ताओं ने पुलिस की गाड़ी फूंकी

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मंगलवार को ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ भाजपा का नबन्ना चलो मार्च हिंसक हो गया। प्रदेशभर में भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई है। कोलकाता के लाल बाजार एरिया में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी फूंक दी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर पत्थरबाजी भी की।
भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। इस दौरान कोलकाता से भाजपा पार्षद मीना पुरोहित का सिर फट गया, जिसके बाद उन्हें तत्काल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
विपक्ष के नेता से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक हिरासत में
पुलिस ने आंदोलन का नेतृत्व कर रहेक विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजुमदार को भी हिरासत में लिया। हिरासत में लिए जाने के दौरान शुभेंदु अधिकारी का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में शुभेंदु एक महिला पुलिस ऑफिसर से कह रहे हैं- डोंट टच माय बॉडी, आई एम मेल। वीडियो को अभिषेक बनर्जी ने भी पोस्ट किया है।
इसके अलावा आसनसोल से विधायक लॉकेट चटर्जी समेत कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने डिटेन कर लिया। लॉकेट वही नेता हैं जिन्होंने आसनसोल से टीएमसी प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि वे चुनाव हार गई थीं।
(आगजनी के बाद फायर ब्रिगेड ने तुरंत आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक गाड़ी का आधे से ज्यादा हिस्सा जल चुका था।)
भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा का मार्च
भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर प्रदेशव्यापी आंदोलन का ऐलान किया था। इसे सचिवालय चलो मार्च (नबन्ना चलो मार्च) नाम दिया गया है।इसके लिए दो दिन पहले से ही पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों से भाजपा कार्यकर्ता और नेता ट्रेन और बसों से कोलकाता पहुंच रहे थे।
पुलिस ने प्रदर्शन के खिलाफ सख्ती दिखाई। भाजपा कार्यकर्ताओं को विभिन्न जिलों में ही पुलिस ने हिरासत में लेना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं ट्रेन और बसों से आने वाले कार्यकर्ताओं को रेलवे स्टेशन और बस टर्मिनल पर ही पुलिस ने हिरासत में लिया था। पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध भी हुआ।
बंगाल में उत्तर कोरिया की तरह तानाशाही
सांतरागाछी रेलवे स्टेशन के पास नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी, सांसद लॉकेट चटर्जी समेत कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस दौरान भाजपा नेता अधिकारी ने कहा, 'बंगाल की जनता ममता बनर्जी के साथ नहीं है, इसलिए वह बंगाल में उत्तर कोरिया की तरह तानाशाही कर रही हैं।' दिलीप घोष ने बंगाल पुलिस पर तृणमूल कार्यकर्ताओं की तरह काम करने का आरोप लगाया है।
शुभेंदु अधिकारी को सांतरागाछी रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिया गया। इस दौरान शुभेंदु और पुलिस अधिकारियों में नोकझोंक भी हुई।
- कॉलेज स्क्वॉड के पास पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव किया।
- हिरासत में लेने के दौरान रानीगंज और बोलपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं की बंगाल पुलिस के साथ झड़प हुई।
- शांतिपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने ट्रेन में अर्पिता और पार्थ चटर्जी के पोस्टर लहराए। पोस्टर पर चोर लिखा हुआ था।
- भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांतो मजमूदार को कोलकाता पुलिस ने हावड़ा रेलवे स्टेशन पर ही रोककर हिरासत में ले लिया।
3 तरफ से घेराबंदी की प्लानिंग, स्पेशल फोर्स तैनात
भाजपा ने सचिवालय की तीन तरफ से घेराबंदी की प्लानिंग की थी। हावड़ा रेलवे स्टेशन से सुकांतो मजूमदार, सांतरागाछी से शुभेंदु अधिकारी और स्क्वॉड से दिलीप घोष को सचिवालय जाना था, लेकिन पुलिस ने तीनों को रोक लिया। नेताओं को रोकने के लिए बंगाल पुलिस ने स्पेशल फोर्स की तैनाती की थी।
हुगली से भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने हावड़ा स्टेशन के बाहर बैरिकेडिंग को लेकर पुलिस पर सवाल उठाया।
सचिवालय जाने वाली सड़कों पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए स्पेशल फोर्स भी लगाई गई है।
(हावड़ा ब्रिज के पास भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बंगाल पुलिस ने 2 लेयर की बैरिकेडिंग की है।)
विधानसभा सत्र से पहले शक्ति प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल में 14 सितंबर से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा का यह प्रदर्शन सड़क पर ताकत दिखाने की कोशिश है। प्रदर्शन में भाजपा ने बंगाल में तृणमूल नेताओं के भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाया है। भ्रष्टाचार के आरोप में तृणमूल के दो कद्दावर नेता पार्थ चटर्जी और अनुब्रत मंडल जेल में हैं।
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