बीजेपी और शिंदे गुट मिलकर सरकार बनाने की तैयारी में : शिंदे अपने साथ 49 विधायकों का समर्थन पत्र लेकर मुंबई आ रहे 

Devendra Fadnavis will take oath as CM tomorrow: Shinde coming to Mumbai with letters of support of 49 MLAs

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ

मुंबई। महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है। देवेंद्र फडणवीस आज राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रहे हैं। वहीं एकनाथ शिंदे अपने साथ 49 विधायकों का समर्थन पत्र लेकर आ रहे हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात के दौरान वह यह समर्थन पत्र सौंपेंगे। इसके बाद वह देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करेंगे। राज्य में बीजेपी और शिंदे गुट मिलकर सरकार बनाने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि दोपहर तीन बजे बीजेपी सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे राज्यपाल से मुलाकात में दावा पेश करेंगे।

उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद मुंबई में देवेंद्र फडणवीस के सागर बंगले पर भाजपा विधायक दल की बैठक हो रही है। शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे भी आज मुंबई पहुंचेंगे। शिंदे मुंबई लौटने को लेकर सुरक्षा के काफी सख्त इंतजाम किए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक शिंदे गोवा से मुंबई के लिए निकल चुके हैं। सामने आई जानकारी के मुताबिक शिंदे गोवा से मुंबई 49 विधायकों का समर्थन पत्र लेकर आ रहे हैं। वहीं अन्य बागी विधायक गोवा में ही हैं।

एकनाथ शिंदे ने कहा है कि मंत्रिमंडल को लेकर अफवाहों पर ध्यान न दें 
शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा है कि मंत्रिमंडल को लेकर अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि कौन और कितने मंत्री पद होंगे, इसपर बीजेपी से अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है। इसपर जल्द ही चर्चा होगी। तब तक किसी भी मंत्रिस्तरीय सूचियों और इसके बारे में अफवाहों पर विश्वास न करें।

राउत ने कहा उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया तो हम सब भावुक हो गए
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि कल(29 जून को) जब उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया तो हम सब भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे पर सभी का है भरोसा। उन्हें हर जाति और धर्म के लोगों का समर्थन मिलता है। सोनिया गांधी और शरद पवार को उन पर भरोसा है।

राउत ने कहा कि शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई है, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है। यह हमेशा से बालासाहेब ठाकरे का मंत्र रहा है। हम काम करेंगे और एक बार फिर अपने दम पर सत्ता में आएंगे।

शिवसेना राज्य में दूसरे से पांचवे नंबर की पार्टी हुई 
महाराष्ट्र के सियासी संग्राम के बीच शिवसेना राज्य में दूसरे से पांचवे नंबर की पार्टी हो गई है। दरअसल राज्य के विधानसभा चुनाव के जब नतीजे आए थे तो शिवसेना भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। लेकिन ढाई साल बाद अब शिवसेना के सिर्फ 16 विधायक बचे हैं। दरअसल शिवसेना के 39 विधायकों ने अपना एकनाथ शिंदे की अगुवाई में अपना अलग गुट बना लिया है।

ऐसे में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना पार्टी को मुख्य विरोधी नेता यानी विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष पद भी नहीं मिल पायेगा। संख्या बल के हिसाब से देखें तो महाराष्ट्र विधानसभा में अब नेता प्रतिपक्ष की सीट एनसीपी के खाते में जाएगी।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है, जिसके पास 106 विधायक हैं, वहीं दूसरे नंबर पर एनसीपी(54 विधायक), तीसरे नंबर पर कांग्रेस(44 विधायक), चौथे नंबर का गुट एकनाथ शिंदे गुट(39 विधायक) और पांचवे नंबर का दल शिवसेना है जिसे पास 16 विधायक बचे हैं।

वहीं महाराष्‍ट्र में नई सरकार बनाने के लिए बीजेपी पूरी तरह तैयार है। 29 जून 2022 की रात को शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से इस्‍तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद राज्य में राजनीतिक घमासान पर लगाम लगती दिख रही है। अब महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़णवीस की अगुवाई में सरकार गठन का रास्ता साफ हो गया है। इसी बीच बीजेपी की तरफ से किए गये एक ट्वीट में कहा गया है कि यह तो झांकी है, मुंबई महापालिका अभी बाकी है…! इस ट्वीट में देवेंद्र फडणवीस अपने हाथ में बैट लिए दिखाई दे रहे हैं।

बता दें कि बीजेपी को सरकार बनाने के लिए 144 विधायकों का समर्थन चाहिए, हालांकि वह विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन उसके पास 106 विधायक ही हैं। ऐसे में उसे कम से कम 38 विधायकों का समर्थन चाहिए। शिवसेना से बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे गुट में 39 विधायक हैं। शिंदे ने कई निर्दलीय विधायकों के समर्थन का भी दावा किया है।

गोवा में बागी गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर बोले- हम ही असली शिवसेना
दीपक केसरकर ने कहा कि कल सीएम उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया। हमने किसी भी तरह के जश्न में शामिल नहीं किया क्योंकि उन्हें हटाना हमारा इरादा नहीं था। हम अभी भी शिवसेना में हैं और उद्धव ठाकरे को ठेस पहुंचाना और उनका अपमान करना हमारा मकसद नहीं है।

यह भी पढ़ें :  उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा देने का ऐलान किया
 

Share this story