देश के परमवीरों के नाम पर अंडमान-निकोबार के 21 द्वीप

Newspoint24/newsdesk/एजेंसी इनपुट के साथ
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अंडमान-निकोबार के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों के नामकरण समारोह में शामिल हुए। ये परमवीर चक्र से सम्मानित 21 सैनिकों के नाम पर रखे गए हैं। इनमें कारगिल हीरो कैप्टन बत्रा, मनोज पांडे और भारत-चीन जंग में पैर से मशीनगन चलाने वाले शैतान सिंह के नाम शामिल हैं।
साथ ही मेजर सोमनाथ शर्मा, सूबेदार और मानद कैप्टन (तत्कालीन लांस नायक) करम सिंह, द्वितीय लेफ्टिनेंट रामा राघोबा राणे, नायक जदुनाथ सिंह, कैप्टन जीएस सलारिया; लेफ्टिनेंट कर्नल (तत्कालीन मेजर) धन सिंह थापा, सूबेदार जोगिंदर सिंह मेजर शैतान सिंह, कंपनी क्वार्टरमास्टर हवलदार अब्दुल हमीद, लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोर, लांस नायक अल्बर्ट एक्का सूबेदार मेजर संजय कुमार और सूबेदार मेजर योगेंद्र सिंह यादव (सेवानिवृत्त) शामिल हैं।
इस दौरान PM ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप पर बनने वाले नेताजी को समर्पित राष्ट्रीय स्मारक के मॉडल का भी अनावरण किया। यह कार्यक्रम नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर हुआ है।
आज का दिन भारतीय सेना के तीनों अंगों के लिए महत्वपूर्ण दिन है। आज प्रधानमंत्री जी की ये पहल कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े द्वीपों को हमारे 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम के साथ जोड़कर उनकी स्मृति को चीरंजीव करने का प्रयास किया गया है: गृह मंत्री अमित शाह pic.twitter.com/rppP76Xr0R
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 23, 2023
द्वीप समूह के सांसद की सरकार से अपील
अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के सांसद कुलदीप राय शर्मा ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने कहा- मुझे खुशी है कि सरकार ने हमारे वीर सैनिकों के सम्मान में अंडमान और निकोबार के 21 द्वीपों का नामकरण उनके नाम पर करने का फैसला लिया है। कुलदीप ने सरकार से अपील की है कि इस बारे में स्कूलों बच्चों के लिए एक किताब भी प्रकाशित करें, जिससे बच्चे भी अपने देश के जवानों के बलिदान के बारे में जान सकें।
उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार सुबह दो दिन के दौरे पर अंडमान-निकोबार पहुंचे हैं। वे यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती के समारोह में भाग लेंगे।
रॉस द्वीप का नाम नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप किया था
2018 में पीएम अंडमान-निकोबार द्वीप समूह की यात्रा पर थे। तब उन्होंने ने रॉस द्वीप का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप कर दिया गया था। इसके साथ ही नील द्वीप और हैवलॉक द्वीप का नाम बदलकर शहीद द्वीप और स्वराज द्वीप कर दिया गया था।