आज का पंचांग 21 मार्च 2023 मंगलवार: चैत्र कृष्ण पक्ष, अमावस्या, चैत्र अमावस्या, पञ्चक, सर्वार्थ सिद्धि योग

Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी
आज का पंचांग 21 मार्च 2023 मंगलवार
चैत्र मास की अमावस्या आज
हिंदू पंचांग के अनुसार, कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि अमावस्या होती है। इस बार चैत्र अमावस्या तिथि 21 मार्च, मंगलवार को है। इसे भूतड़ी अमावस्या कहते हैं। मंगलवार को अमावस्या तिथि होने से ये भौमवती अमावस्या भी कहलाएगी। ये हिंदू वर्ष का अंतिम दिन होता है। इसके अगले दिन से हिंदू नववर्ष का आरंभ होता है। धर्म ग्रंथों में इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। कई तीर्थ स्थानों पर इस दिन धार्मिक मेलों का आयोजन भी किया जाता है।
21 मार्च का पंचांग (Aaj Ka Panchang 21 March 2023)
21 मार्च 2023, दिन मंगलवार को चैत्र अमावस्या तिथि पूरे दिन रहेगी। मंगलवार को अमावस्या तिथि होने से ये भौमी अमावस्या कहलाएगी। इसे भूतड़ी अमावस्या भी कहते हैं। मंगलवार को पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र शाम 05.25 तक रहेगा, इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। मंगलवार को पहले पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग और इसके बाद उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा शुभ और शुक्ल नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 3:34 से शाम 5:04 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
मंगलवार को चंद्रमा कुंभ राशि से निकलकर मीन में प्रवेश करेगा। इस राशि में पहले से ही बुध, सूर्य और गुरु ग्रह स्थित है। इस तरह मीन राशि में 4 ग्रह एक साथ होने से चतुर्ग्रही योग बनेगा। इस दिन मंगल मिथुन राशि में, शनि कुंभ राशि में, केतु तुला राशि में और राहु व शुक्र मेष राशि में रहेंगे। मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि निकलना पड़े तो गुड़ खाकर यात्रा पर जाना चाहिए।
21 मार्च के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- चैत्र
पक्ष- कृष्ण
दिन- मंगलवार
ऋतु- वसंत
नक्षत्र- पूर्वाभाद्रपद और उत्तरा भाद्रपद
करण- चतुष्पद और नाग
सूर्योदय - 06:01 ए एम
सूर्यास्त - 06:09 पी एम
चन्द्रोदय - चन्द्रोदय नहीं
चन्द्रास्त - 05:53 पी एम
तिथि अमावस्या - 10:52 पी एम तक उपरांत प्रतिपदा
नक्षत्र पूर्व भाद्रपद - 05:26 पी एम तक उपरांत उत्तर भाद्रपद
योग शुभ - 12:42 पी एम तक उपरांत शुक्ल
करण चतुष्पाद - 12:17 पी एम तक उपरांत नाग - 10:52 पी एम तक
चन्द्र मास एवं सम्वत
शक सम्वत 1944 शुभकृत्
चन्द्रमास चैत्र - पूर्णिमान्त
विक्रम सम्वत 2080 नल
फाल्गुन - अमान्त
राशि तथा नक्षत्र
चन्द्र राशि कुम्भ - 11:57 ए एम तक उपरांत मीन
सूर्य राशि मीन
नक्षत्र पद पूर्व भाद्रपद उपरांत उत्तर भाद्रपद - 04:26 ए एम, मार्च 22 तक
ऋतु तथा अयन
द्रिक ऋतु वसन्त
द्रिक अयन उत्तरायण
वैदिक अयन उत्तरायण
शुभ समय
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:11 से 12:59
अमृत काल 10:10 ए एम से 11:37 ए एम
सर्वार्थ सिद्धि योग 05:26 पी एम से 06:00 ए एम, मार्च 22
21 मार्च का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल दोपहर 3:34 से शाम 5:04 तक
यम गण्ड - 9:34 ए एम – 11:04 ए एम
कुलिक - 12:34 पी एम – 2:04 पी एम
दुर्मुहूर्त - 08:58 ए एम – 09:46 ए एम और 11:21 PM – 12:09 ए एम
वर्ज्यम् - 02:16 ए एम – 03:44 ए एम
पञ्चक पूरे दिन
निवास और शूल
होमाहुति केतु - 05:26 पी एम तक उपरांत सूर्य
दिशा शूल उत्तर
नक्षत्र शूल दक्षिण - 05:26 पी एम तक
अग्निवास पाताल - 10:52 पी एम तक उपरांत आकाश
चन्द्र वास पश्चिम - 11:57 ए एम तक उपरांत उत्तर - 11:57 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास पश्चिम
शिववास गौरी के साथ - 10:52 पी एम तक उपरांत श्मशान में