50 साल बाद इन 4 राशि वालों की गोचर कुंडली में बना ‘विपरीत राजयोग’, मिल सकता है अपार पैसा और पद- प्रतिष्ठा

 50 साल बाद इन 4 राशि वालों की गोचर कुंडली में बना ‘विपरीत राजयोग’, मिल सकता है अपार पैसा और पद- प्रतिष्ठा

Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी

 

वैदिक ज्योतिष मुताबिक ग्रह एक निश्चित अंतराल पर गोचर करके शुभ और अशुभ योग बनाते हैं। जिसका प्रभाव मानव जीवन और देश- दुनिया पर देखने को मिलता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं विपरीत राजयोग के बारे में, जो 50 साल बाद 4 राशियों की गोचर कुंडली में बन रहा है। यह योग तब बनता है, जब तीसरे, छठे, अष्टम और 12वें भाव के स्वामी वो 3,6,8 या 12 भाव में चलें जाएं और साथ में कोई पापी ग्रह बैठा हो। वहीं कोई शुभ ग्रह की दृष्टि नहीं पड़ रही हो तो विपरीत राजयोग का निर्माण होता है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति को धनलाभ और भाग्योदय के योग बनते हैं। इसलिए इस योग के प्रभाव से 4 राशि के जातकों आकस्मिक धनलाभ और तरक्की के योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं ये लकी राशियां कौन सी हैं…

मेष राशि (Mesh Zodiac)

आप लोगों के लिए विपरीत राजयोग लाभदायक साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली के 12वें स्थान पर गुरु, सूर्य और बुध की युति बनी हुई है और तीसरे भाव के स्वामी बुध ग्रह 12वें स्थान में स्थित हैं, वो भी सूर्य के साथ। साथ ही शनि और राहु के पापकर्तरी योग में फंसे हुए हैं। इसलिए इस समय आपको आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। साथ ही पुराने निवेश से लाभ के योग हैं। नौकरी में तरक्की के योग बन रहे हैं। वहीं जो छात्र किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उनको जॉब मिल सकती है।

 

सिंह राशि (Leo Zodiac)

विपरीज राजयोग बनने से सिंह राशि के लोगों के अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। क्योंकि आपकी राशि से स्वामी अष्टम भाव में साथ में बुध और गुरु भी विराजमान हैं। वहीं आपके तीसरे भाव के स्वामी शुक्र के साथ स्थित हैं। साथ ही किसी शुभ ग्रह की कोई दृष्टि नहीं है। इस समय आपके आत्मविश्वास में वृद्धि देखने को मिलेगा। साथ ही बेरोजगार लोगों को इस समय नौकरी मिल सकती है। वहीं नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर जूनियर और सीनियर का साथ मिलेगा।

 

तुला राशि (Tula Zodiac)

आप लोगों के लिए विपरीत राजयोग बनने से अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। क्योंकि आपके तीसरे भाव के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं और वह छठे भाव में स्थित हैं। साथ ही नीच बुध के साथ में बैठे हैं। साथ ही कोई शुभ ग्रह की दृष्टि नहीं है। इसलिए आप लोगों के लिए नीचभंग और विपरीज राजयोग का लाभ मिलेगा। इसलिए आपको फंसा हुआ धन मिल सकता है। साथ ही कारोबारियों को उधार धन मिल सकता है। वहीं इस समय आपको कोर्ट- कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। साथ ही इस समय आप काम- कारोबार के सिलसिले से यात्रा भी कर सकते हैं, जो शुभ साबित हो सकती है।

 

मकर राशि (Makar Zodiac)

विपरीत राजयोग मकर राशि के लोगों को शुभ साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली के तीसरे स्थान पर गुरु, बुध और सूर्य विराजमान हैं। वहीं आपके अष्टम का स्वामी तीसरे भाव में आ गए। इसलिए आपकी गोचर कुंडली में नीचभंग, विपरीत और धन राजयोग बन रहे हैं। इसलिए इस अवधि में आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी। साथ ही कार्यों की सिद्धि होगी। वहीं इस समय जो कारोबारी हैं, उनको अच्छा धनलाभ हो सकता है। वहीं इस समय अविवाहित लोगों का रिश्ता पक्का हो सकता है या बात चल सकती है।

Share this story