आज का पंचांग बुधवार 7 सितंबर 2022  भाद्रपद शुक्ल पक्ष, द्वादशी, वामन जयन्ती, भुवनेश्वरी जयन्ती, वैष्णव परिवर्तिनी एकादशी

panchang

Newspoint24/ ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी 

panchang

 आज का पंचांग बुधवार 7 सितंबर 2022   

आज करें भगवान वामन की पूजा
धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को वामन द्वादशी कहते हैं। इस बार ये तिथि 7 सितंबर, बुधवार को है। इस दिन भगवान विष्णु के वामन स्वरूप की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान वामन में दैत्यों के राजा बलि से तीन पग भूमि दान में मांगी थी और तीनों लोकों को अपने अधीन कर लिया था। इस दिन वामन भगवान की कथा सुनने का भी विशेष महत्व है।

बुधवार 7 सितंबर 2022 का पंचांग  
7 सितंबर 2022, दिन बुधवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि दिन भर रहेगी। इस दिन वामन द्वादशी का व्रत किया जाएगा। बुधवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र शाम 4 बजे तक रहेगा। इसके बाद श्रवण नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। बुधवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से मुद्गर और उसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से छत्र नाम के शुभ योग इस दिन बनेंगे। इसके अलावा शोभन और अतिगण्ड नम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:24 से 1:57 तक रहेगा।

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
बुधवार को चंद्रमा मकर राशि में, शुक्र और सूर्य सिंह राशि में, बुध कन्या राशि में, मंगल वृष राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि निकलना पड़े तो तिल या धनिया खाकर घर से बाहर निकलें।

बुधवार 7 सितंबर 2022 के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- भादौ
पक्ष- शुक्ल
दिन- बुधवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- उत्तराषाढ़ा और श्रवण
करण- बव और बालव
सूर्योदय - 05:41 प्रातः 
सूर्यास्त - 06:11 सायं 
चन्द्रोदय - सितंबर 07 04:12 सायं 
चन्द्रास्त - सितंबर 08 03:05 रात्रि 
तिथि    द्वादशी - 12:04 रात्रि , सितम्बर 08 तक उपरांत त्रयोदशी
नक्षत्र    उत्तराषाढा - 04:00 सायं तक उपरांत श्रवण
योग    शोभन - 01:16 रात्रि , सितम्बर 08 तक उपरांत अतिगण्ड
चन्द्र राशि    मकर
सूर्य राशि    सिंह
अभिजीत मुहूर्त: इस दिन नहीं है
अमृत काल    10:11 प्रातः  से 11:38 दोपहर पूर्व तक 

यह भी पढ़ें :  Shraddha Paksha 2022: पितरों के श्राद्ध से पहले जान लें ये 10 बातें

बुधवार 7 सितंबर 2022 का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल दोपहर 12:24 से 1:57 तक
यम गण्ड - 7:47 प्रातः  – 9:19 प्रातः 
कुलिक - 10:52 प्रातः  – 12:24 दोपहर 
दुर्मुहूर्त - 12:00 दोपहर – 12:49 दोपहर
वर्ज्यम् - 07:38 रात्रि  – 09:05 रात्रि 

निवास और शूल
होमाहुति    शनि
दिशा शूल    उत्तर
अग्निवास    आकाश - 12:04 रात्रि , सितम्बर 08 तक उपरांत पाताल
चन्द्र वास    दक्षिण
राहु वास    दक्षिण-पश्चिम
शिववास    कैलाश पर - 12:04 रात्रि  , सितम्बर 08 तक उपरांत नन्दी पर

षष्ठी तिथि के स्वामी हैं कार्तिकेय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कृष्ण और शुक्ल पक्ष मिलाकर कुल 16 तिथियां होती हैं। इनमें से 1 से लेकर 14 तक की तिथियां समान होती हैं। इनमें से छठी तिथि को षष्ठी कहते हैं। इस तिथि के स्वामी भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय हैं। जब रविवार या मंगलवार को षष्ठी तिथि होती है तो मृत्युदा योग बनता है। अगर षष्ठी तिथि शुक्रवार को हो तो सिद्धिदा योग बनता है। इसे नन्दा तिथि भी कहते हैं। 


 यह भी पढ़ें :   Shraddha Paksha 2022 : पुत्र ही पिता को पुं नामक नरक से मुक्ति दिलाता है

Share this story