आज का पंचांग बुधवार 17 अगस्त 2022 भाद्रपद कृष्ण पक्ष, षष्ठी  बलराम जयन्ती, रांधण छठ, सिंह संक्रान्ति

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Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी 

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आज का पंचांग बुधवार 17 अगस्त 2022  

आज हल षष्ठी व्रत
धर्म ग्रंथों के अनुसार, हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को हल षष्ठी का व्रत किया जाता है। मान्यता है कि इसी तिथि पर द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम ने अवतार लिया था। बलराम स्वयं शेषनाग के अवतार कहे जाते हैं। ये परम शक्तिशाली हैं। इनका अस्त्र हल है। इनके क्रोध से सभी डरते हैं। श्रीमद्भागवत के अनुसार, इन्होंने कई युद्धों में भगवान श्रीकृष्ण का साथ दिया था।

बुधवार 17 अगस्त 2022 का पंचांग  
17 अगस्त 2022, दिन बुधवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है। इस दिन हल षष्ठी का उत्सव मनाया जाता है। इसे हलछठ या उपछठ भी कहते हैं। इस दिन सूर्योदय अश्विनी नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। बुधवार को अश्विनी नक्षत्र होने से मृत्यु नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। साथ ही इस दिन गण्ड नाम का अन्य अशुभ योग भी रहेगा। बुधवार को राहुकाल दोपहर 12:30 से 02:06 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
बुधवार को चंद्रमा मीन से मेष राशि में, और सूर्य कर्क से सिंह राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन शुक्र कर्क राशि में, बुध सिंह राशि में, शनि मकर राशि (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि निकलना पड़े तो तिल या धनिया खाकर घर से बाहर निकलें।

बुधवार 17 अगस्त 2022 के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- भादौ
पक्ष- कृष्ण
दिन- बुधवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र-अश्विनी
करण- गर और वणिज
सूर्योदय - 05:32 प्रातः 
सूर्यास्त - 06:32 सायं 
चन्द्रोदय - अगस्त 17 10:10 रात्रि 
चन्द्रास्त - अगस्त 18 10:35 प्रातः 
तिथि    षष्ठी - 08:24 रात्रि तक उपरांत सप्तमी
नक्षत्र    अश्विनी - 09:57 रात्रि तक उपरांत भरणी
योग    गण्ड - 08:57 रात्रि तक उपरांत वृद्धि
चन्द्र राशि    मेष
सूर्य राशि    कर्क - 07:37 प्रातः तक उपरांत सिंह
विजय मुहूर्त    02:12 दोपहर से 03:04 दोपहर
अमृत काल    02:30 दोपहर से 04:09 सायं 
रवि योग    05:32 प्रातः से 07:37 प्रातः उपरांत 09:57 रात्रि से 05:33 प्रातः , अगस्त 18

अभिजीत मुहूर्त- बुधवार को नहीं है

बुधवार 17 अगस्त 2022 का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल दोपहर 12:30 से 02:06 तक 
यम गण्ड - 7:43 प्रातः  – 9:19 प्रातः 
कुलिक - 10:55 प्रातः  – 12:30 दोपहर
दुर्मुहूर्त - 12:05 दोपहर – 12:56 दोपहर
वर्ज्यम् - 08:12 प्रातः – 09:55 प्रातः

निवास और शूल
होमाहुति    गुरु
दिशा शूल    उत्तर
अग्निवास    पाताल - 08:24 रात्रि तक उपरांत पृथ्वी
चन्द्र वास    पूर्व
राहु वास    दक्षिण-पश्चिम
भद्रावास    स्वर्ग - 08:24 रात्रि से पूर्ण रात्रि तक 
शिववास    भोजन में - 08:24 रात्रि तक उपरांत श्मशान में 

कुंडली का आठवां भाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्मपत्रिका में अष्टम भाव को मृत्यु का भाव कहा जाता है। साथ ही इस भाव क आयु निर्णय, मृत्यु का कारण, धन का नष्ट होना, किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसकी संपत्ति का प्राप्त होना, आदि का भी विचार किया जाता है। अष्टम भाव आकस्मिक लाभ को भी दर्शाता है। हालांकि सेहत की दृष्टि से यह योग उत्तम नहीं होता है परन्तु आर्थिक दृष्टि से यह योग अत्यंत उत्तम है। 

 
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