आज का पंचांग रविवार 14 अगस्त 2022 भाद्रपद कृष्ण पक्ष, तृतीया कजरी तीज, भद्रा, पञ्चक, सर्वार्थ सिद्धि योग

रविवार को चंद्रमा कुंभ राशि से निकलकर मीन में प्रवेश करेगा। इस दिन मंगल वृषभ राशि में, शुक्र कर्क राशि में, बुध सिंह राशि में, सूर्य कर्क राशि में, शनि मकर राशि (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे।
रविवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दलिया, घी या पान खाकर ही घर से निकलें।
Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी
आज का पंचांग रविवार 14 अगस्त 2022
आज कजरी तीज व्रत
उत्तर भारतीय राज्यों, विशेषकर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में महिलाओं द्वारा तीज उत्सव बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। तीन प्रसिद्ध तीज जो सावन और भाद्रपद महीनों के दौरान महिलाओं द्वारा मनाई जाती हैं -
- हरियाली तीज
- कजरी तीज
- हरतालिका तीज
अन्य तीज त्योहार जैसे अखा तीज जिसे अक्षय तृतीया और गणगौर तृतीया के रूप में भी जाना जाता है, उपरोक्त तीन तीज का हिस्सा नहीं हैं।
हरियाली तीज के पन्द्रह दिनों के बाद आने वाली हरियाली तीज के बाद अगली तीज कजरी तीज कहलाती है। आमतौर पर कजरी तीज रक्षा बंधन के तीन दिन बाद और कृष्ण जन्माष्टमी से पांच दिन पहले आती है । उत्तर भारतीय पंचांग के अनुसार यह भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष में और दक्षिण भारतीय पंचांग के अनुसार श्रावण मास के कृष्ण पक्ष में पड़ता है। हालांकि दोनों कैलेंडर में कजरी तीज एक ही दिन पड़ती है।
रविवार 14 अगस्त 2022, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन कजरी तीज का पर्व मनाया जाएगा। इस व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है। मान्यता है कि ये व्रत करने से विवाहित महिलाओं का सौभाग्य अखंड रहता है वहीं कुंवारी लड़कियां मनचाहे वर के लिए ये व्रत करती हैं। इस बार ये व्रत कई शुभ योगों में किया जाएगा, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
रविवार 14 अगस्त 2022 का पंचांग
14 अगस्त 2022, दिन रविवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन कजरी तीज का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सूर्योदय पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। रविवार को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग बनेगा, साथ ही सुस्थिर, सवार्थसिद्धि और सुकर्मा नाम के अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे। रविवार को राहुकाल सुबह 09:18 से 10:55 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
रविवार को चंद्रमा कुंभ राशि से निकलकर मीन में प्रवेश करेगा। इस दिन मंगल वृषभ राशि में, शुक्र कर्क राशि में, बुध सिंह राशि में, सूर्य कर्क राशि में, शनि मकर राशि (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। रविवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दलिया, घी या पान खाकर ही घर से निकलें।
रविवार 14 अगस्त 2022 के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- भादौ
पक्ष- कृष्ण
दिन- रविवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- पूर्वा भाद्रपद
करण- वणिज और विष्टि
सूर्योदय - 05:31 प्रातः
सूर्यास्त - 06:34 रात्रि
चन्द्रोदय - अगस्त 14 8:58 रात्रि
चन्द्रास्त - अगस्त 15 9:09 प्रातः
तिथि तृतीया - 10:35 रात्रि तक उपरांत चतुर्थी
सर्वार्थ सिद्धि योग 09:56 रात्रि से 05:31 प्रातः , अगस्त 15
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:05 से 12:57 तक
रविवार 14 अगस्त 2022 का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल सुबह 09:18 से 10:55 तक
यम गण्ड - 12:31 दोपहर – 2:07 दोपहर
कुलिक - 3:44 दोपहर – 5:20 सायं
दुर्मुहूर्त - 05:13 सायं – 06:05 सायं
वर्ज्यम् - 07:12 प्रातः – 08:45 प्रातः
निवास और शूल
होमाहुति मंगल
दिशा शूल पश्चिम
अग्निवास पृथ्वी - 10:35 रात्रि तक उपरांत आकाश
नक्षत्र शूल दक्षिण - 09:56 रात्रि तक उपरांत
चन्द्र वास पश्चिम - 04:15 सायं तक उपरांत उत्तर - 04:15 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
भद्रावास मृत्यु - 11:39 दोपहर पूर्व से 10:35 रात्रि तक
शिववास क्रीड़ा में - 10:35 रात्रि तक उपरांत कैलाश पर
कुंडली का पांचवा भाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्म कुंडली का पंचम भाव का संबंध शिक्षा से माना जाता है। यदि किसी की कुंडली के पंचम भाव में भाव पर पाप ग्रह राहु-केतु की दृष्टि पड़ती है तो शिक्षा में समस्याएं आने लगती हैं। इसके अलावा यदि कुंडली में शनि और मंगल की स्थिति सही न हो तो भी शिक्षा संबंधित समस्याएं आने लगती हैं। यदि किसी की कुंडली में ये ग्रह अशुभ हो तो तुरंत उन्हें अनुकूल बनाने के प्रयास करने चाहिए।