आज का पंचांग शनिवार 09 जुलाई 2022 आषाढ़ शुक्ल पक्ष, दशमी गौरी व्रत प्रारम्भ (गुजरात) , सर्वार्थ सिद्धि योग

9 जुलाई 2022, दिन शनिवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। इसे आशा दशमी कहते हैं। इस दिन सूर्योदय स्वाती नक्षत्र में होगा, जो सुबह 11.25 तक रहेगा, इसके बाद विशाखा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
शनिवार को पहले स्वाती नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद विशाखा नक्षत्र होने शुभ नाम के योग बन रहे हैं। इनके अलावा सिद्धि और साध्य नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 09:11 से 10:51 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी
आज का पंचांग शनिवार 09 जुलाई 2022
आशा दशमी व्रत-पूजा
प्रत्येक महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को आशा दशमी का व्रत-पूजा की जाती है। इस बार ये तिथि 9 जुलाई, शनिवार को है। इस दिन देवी पार्वती की पूजा की जाती है। मान्यता है कि यदि कुंवारी लड़कियां ये व्रत करे तो उन्हें योग्य वर मिलता है और विवाहित महिलाएं ये व्रत करें तो उनके वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है। इस व्रत का महत्व भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया था। ऐसी भी मान्यता है कि इस व्रत को करे से शरीर निरोगी बना रहताा है और की तरह की परेशानियां अपने आप ही खत्म हो जाती हैं।
शनिवार 9 जुलाई 2022 का पंचांग
9 जुलाई 2022, दिन शनिवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। इसे आशा दशमी कहते हैं। इस दिन सूर्योदय स्वाती नक्षत्र में होगा, जो सुबह 11.25 तक रहेगा, इसके बाद विशाखा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। शनिवार को पहले स्वाती नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद विशाखा नक्षत्र होने शुभ नाम के योग बन रहे हैं। इनके अलावा सिद्धि और साध्य नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 09:11 से 10:51 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
शनिवार को दोपहर में चंद्रमा तुला राशि से निकलकर वृश्चिक में प्रवेश करेगा। बुध और सूर्य मिथुन राशि में, मंगल और राहु मेष राशि में, शुक्र वृषभ राशि में, केतु तुला राशि में, गुरु मीन में और शनि कुंभ राशि में रहेंगे। शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। पूर्व दिशा में यात्रा करना पड़े तो अदरक, उड़द या तिल खाकर घर से निकलें।
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शनिवार 9 जुलाई 2022 के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- आषाढ़
पक्ष- शुक्ल
दिन- शनिवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- स्वाती और विशाखा
करण- गर और वणिज
सूर्योदय - 05:14 प्रातः
सूर्यास्त - 06:52 सायं
चन्द्रोदय - 02:14 दोपहर
चन्द्रास्त - 01:31 रात्रि , जुलाई 10
अभिजीत मुहूर्त- 12:05 दोपहर – 12:58 दोपहर
विजय मुहूर्त 02:19 दोपहर से 03:14 दोपहर
चन्द्र राशि तुला - 04:21 प्रातः , जुलाई 10 तक उपरांत वृश्चिक
सूर्य राशि मिथुन
शनिवार 9 जुलाई 2022 अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल सुबह 09:11 से 10:51 तक
यम गण्ड - 2:12 दोपहर – 3:52 दोपहर
कुलिक - 5:51 प्रातः – 7:31 प्रातः
दुर्मुहूर्त - 07:38 प्रातः – 08:31 प्रातः
वर्ज्यम् - 04:40 सायं – 06:10 सायं
निवास और शूल
होमाहुति शुक्र - 11:25 दोपहर पूर्व तक उपरांत शनि
दिशा शूल पूर्व
चन्द्र वास पश्चिम - 04:21 प्रातः , जुलाई 10 तक उपरांत उत्तर - 04:21 प्रातः , जुलाई 10 से पूर्ण रात्रि तक
अग्निवास पाताल - 04:39 सायं तक उपरांत पृथ्वी
राहु वास पूर्व
भद्रावास पाताल - 03:31 रात्रि , जुलाई 10 से 04:21 प्रातः , जुलाई 10 तक
शिववास सभा में - 04:39 सायं तक उपरांत क्रीड़ा में
शुभ योग है शोभन
पंचांग पांच अंगों से मिलकर बना रहा है। ये हैं – योग, तिथि, नक्षत्र, करण और वार। ज्योतिष शास्त्र में योगों की संख्या 27 बताई गई है। इनमें से कुछ शुभ और कुछ अशुभ हैं। 27 में से पांचवां योग है शोभन। इस योग में जन्में लोग सुन्दर और आकर्षक होते हैं। इनकी पत्नी सुन्दर और अच्छे गुणों वाली होती है। संतान पक्ष से भी ये बहुत भाग्यशाली होते हैं। इनकी संतान आज्ञाकारी होती है और इन्हें संतान से सुख प्राप्त होता है। इन्हें युद्ध करना पसंद होता है।