आज का पंचांग सोमवार 27 जून 2022 आषाढ़ कृष्ण पक्ष, चतुर्दशी  मासिक शिवरात्रि, रोहिणी व्रत 

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27 जून 2022, दिन सोमवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि रहेगी। इस दिन सूर्योदय रोहिणी नक्षत्र में होगा, जो शाम 4 बजे तक रहेगा, इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।

सोमवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से वर्धमान और उसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के 2 अन्य शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। राहुकाल सुबह 7:27 से 9:08 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें। 

Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी 

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आज का पंचांग सोमवार 27 जून 2022  

शिव चतुर्दशी आज, करें शिवजी की पूजा
प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिव चतुर्दशी का व्रत किया जाता है। इस व्रत में भगवान शिव की पूजा का विधान है। इस बार आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 27 जून, सोमवार को है। इस दिन 4 शुभ योग होने से इस व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है। 

सोमवार 27 जून 2022 का पंचांग  

27 जून 2022, दिन सोमवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि रहेगी। इस दिन सूर्योदय रोहिणी नक्षत्र में होगा, जो शाम 4 बजे तक रहेगा, इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। सोमवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से वर्धमान और उसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के 2 अन्य शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। राहुकाल सुबह 7:27 से 9:08 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
सोमवार को मंगल ग्रह राशि बदलकर मीन से मेष में प्रवेश करेगा, राहु भी इसी राशि में रहेगा। इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में, सूर्य मिथुन राशि में, बुध और शुक्र वृषभ राशि में, केतु तुला राशि में, गुरु मीन में और शनि कुंभ राशि में रहेंगे। सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।

सूर्योदय एवं चन्द्रोदय
सूर्योदय    05:10 प्रातः 
सूर्यास्त    06:52 सायं 
चन्द्रोदय    04:12 प्रातः , जून 28Moonrise
चन्द्रास्त    05:35 सायं 

पञ्चाङ्ग
तिथि    चतुर्दशी - पूर्ण रात्रि तक
नक्षत्र    रोहिणी - 04:02 दोपहर तक उपरांत मॄगशिरा
योग    शूल - 06:48 प्रातः तक उपरांत गण्ड
करण    विष्टि - 04:38 सायं तक उपरांत शकुनि - पूर्ण रात्रि तक
वार    सोमवार
पक्ष    कृष्ण पक्ष
चन्द्र राशि    वृषभ
सूर्य राशि    मिथुन
अभिजित मुहूर्त    11:34 दोपहर पूर्व से 12:28 दोपहर 
विजय मुहूर्त    02:18 दोपहर से 03:13 दोपहर
अमृत काल    12:27 दोपहर से 02:15 दोपहर
सर्वार्थ सिद्धि योग    पूरे दिन
अमृत सिद्धि योग    04:02 सायं से 05:10 प्रातः , जून 28

सोमवार 27 जून 2022 का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल सुबह 7:27 से 9:08 तक
यम गण्ड - 10:49 प्रातः – 12:29 दोपहर 
कुलिक - 2:10 दोपहर – 3:51 दोपहर
दुर्मुहूर्त - 12:56 दोपहर – 01:50 दोपहर और 03:37 दोपहर – 04:31 दोपहर
वर्ज्यम् - 10:21 रात्रि  – 12:09 रात्रि 

निवास और शूल
होमाहुति    केतु
दिशा शूल    पूर्व
अग्निवास    पृथ्वी
नक्षत्र शूल    पश्चिम - 04:02 सायं तक 
भद्रावास    स्वर्ग - 04:38 सायं तक 
चन्द्र वास    दक्षिण
राहु वास    उत्तर-पश्चिम
शिववास    श्मशान में

चन्द्र मास एवं सम्वत
शक सम्वत    1944 शुभकृत् 
आषाढ़ - पूर्णिमान्त चन्द्रमास    
विक्रम सम्वत    2079 राक्षस
ज्येष्ठ - अमान्त

चौथा करण है तैतिल, इसमें पूरे होते हैं अधूरे काम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तिथि के आधे भाग को करण करते हैं। इनकी संख्या 11 है। इनमें से तैतिल करण चौथे क्रम में आता है। इसे सामान्य करण की श्रेणी में रखा गया है। इस करण में सरल काम किए जा सकते हैं जिनमें व्यक्ति को बहुत अधिक परिश्रम न करना पड़े। तैतिल करण में व्यक्ति को अधूरे बचे हुए कामों को पूरा करने का मौका भी मिलता है। इस समय पर व्यक्ति अपनी जीत के लिए बहुत अधिक प्रयसशील रहता है। तैतिल करण में जन्म लेने वाले लोग भाग्यशाली होते हैं एवं अपने जीवन में सुख प्राप्त करते हैं, भाग्यशाली होने के कारण इस करण में जन्मे लोगों को पुरुषार्थ के आभाव में भी अपने सौभाग्य से धन प्राप्त करते हैं।

 

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