आज का पंचांग सोमवार 22 अगस्त 2022 भाद्रपद कृष्ण पक्ष, एकादशी सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग

सोमवार को चंद्रमा मिथुन राशि में, सूर्य सिंह राशि में, बुध कन्या राशि में, मंगल वृष राशि में, शुक्र कर्क राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।
Newspoint24/ ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी
आज का पंचांग सोमवार 22 अगस्त 2022
सोमवार 22 अगस्त 2022, दिन शनिवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि रहेगी। इस दिन सूर्योदय मृगशिरा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 07.41 तक रहेगा। इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। सोमवार को पहले मृगशिरा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग और उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र होने से कालदण्ड नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। साथ ही वज्र नाम का एक अन्य योग भी इस दिन रहेगा। सोमवार को राहुकाल सुबह 07:44 से 09:19 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
सोमवार को चंद्रमा मिथुन राशि में, सूर्य सिंह राशि में, बुध कन्या राशि में, मंगल वृष राशि में, शुक्र कर्क राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।
सोमवार 22 अगस्त 2022 के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- भादौ
पक्ष- कृष्ण
दिन- सोमवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- मृगशिरा और आर्द्रा
करण- बव और बालव
सूर्योदय - 05:34 प्रातः
सूर्यास्त - 06:27 सायं
चन्द्रोदय - अगस्त 22 01:41 रात्रि
चन्द्रास्त - Aug 22 03:12 दोपहर
तिथि एकादशी - पूर्ण रात्रि तक
नक्षत्र मॄगशिरा - 07:41 प्रातः तक उपरांत आर्द्रा
योग वज्र - 11:41 रात्रि तक उपरांत सिद्धि
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:04 से 12:55 तक
सोमवार 22 अगस्त 2022 का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल सुबह 07:44 से 09:19 तक
यम गण्ड - 10:54 प्रातः – 12:29 दोपहर
कुलिक - 2:04 दोपहर – 3:39 दोपहर
दुर्मुहूर्त - 12:55 दोपहर – 01:45 दोपहर, 03:27 दोपहर – 04:17 सायं
वर्ज्यम् - 05:09 सायं – 06:57 सायं
निवास और शूल
होमाहुति राहु
दिशा शूल पूर्व
अग्निवास आकाश
चन्द्र वास पश्चिम
राहु वास उत्तर-पश्चिम
शिववास कैलाश पर
हिंदू नववर्ष का दूसरा महीना है वैशाख
पंचांग के अनुसार, हिंदू वर्ष का दूसरा महीना वैशाख होता है। इस महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा विशाखा नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने का नाम वैशाख रखा गया है। इस माह को माधव नाम से भी जाना जाता है। माधव विष्णु का एक नाम है। ऐसी मान्यता है कि वैशाख मास में भगवान विष्णु के साथ ही शिवजी और ब्रह्माजी की पूजा करने से विशेष लाभ होते हैं और जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।