आज का पंचांग शुक्रवार 19 अगस्त 2022 भाद्रपद कृष्ण पक्ष, अष्टमी  श्री कृष्णा जन्माष्टमी  , दही हाण्डी

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Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी 

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आज का पंचांग शुक्रवार 19 अगस्त 2022  


आज मनाया जाएगा जन्माष्टमी पर्व
आज पूरे देश में जन्माष्टमी पर्व बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाएगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार, द्वापर युग में भादौ मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया था। तभी से इस तिथि पर ये उत्सव मनाया जा रहा है। इस दिन कृष्ण मंदिरों की रौनक देखते ही बनती है। भक्त इस दिन उपवास रखते हैं व अन्य माध्यमों से भी भगवान श्रीकृष्ण की कृपा पाने का प्रयास करते हैं। रात को 12 बजे भगवान का जन्मोत्सव बड़े ही धूम-धूम से मनाया जाता है।

शुक्रवार 19 अगस्त 2022 का पंचांग  
19 अगस्त 2022, दिन शुक्रवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि रहेगी। शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सूर्योदय कृत्तिका नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। शुक्रवार को महालक्ष्मी, बुधादित्य, ध्रुव, छत्र कुलदीपक, भारती, हर्ष और सत्कीर्ति नाम के 8 शुभ योगों का संयोग बन रहा है। शुक्रवार को राहुकाल सुबह 10:54 से 12:30 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
शुक्रवार की सुबह चंद्रमा मेष से निकलकर वृष राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में मंगल पहले से ही स्थित है। इस दिन सूर्य और बुध सिंह राशि में, शुक्र कर्क राशि में, शनि मकर राशि (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।

शुक्रवार 19 अगस्त 2022 के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- भादौ
पक्ष- कृष्ण
दिन- शुक्रवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- कृत्तिका 
करण- बालव और कौलव
सूर्योदय - 05:33 प्रातः 
सूर्यास्त - 06:30 सायं 
चन्द्रोदय - अगस्त 19 11:58 रात्रि 
चन्द्रास्त - अगस्त 19 12:53 दोपहर 
तिथि    अष्टमी - 10:59 रात्रि तक उपरांत नवमी
नक्षत्र    कृत्तिका - 01:53 रात्रि , अगस्त 20 तक उपरांत रोहिणी
योग    ध्रुव - 09:00 रात्रि तक उपरांत व्याघात
करण    बालव - 10:05 प्रातः तक उपरांत कौलव - 10:59 रात्रि तक उपरांत तैतिल
चन्द्र राशि    मेष - 06:07 प्रातः तक उपरांत वृषभ 
सूर्य राशि    सिंह
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:05 से 12:56 तक
विजय मुहूर्त    02:11 दोपहर से 03:03 दोपहर
अमृत काल    11:16 रात्रि से 01:01 रात्रि , अगस्त 20
निशिता मुहूर्त    11:40 रात्रि से 12:24 रात्रि , अगस्त 20

शुक्रवार 19 अगस्त 2022 का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल सुबह 10:54 से 12:30 तक
यम गण्ड - 3:41 दोपहर  – 5:17 सायं 
कुलिक - 7:43 प्रातः  – 9:19 प्रातः 
दुर्मुहूर्त - 08:41 प्रातः – 09:32 प्रातः, 12:56 दोपहर  – 01:46 दोपहर 
वर्ज्यम् - 07:44 रात्रि  – 09:31 रात्रि 

कुंडली का दसवां भाव
ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुंडली के दसवें भाव यानी घर को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इस भाव से ही व्यक्ति की आजीविका, पद-प्रतिष्ठा, बिजनेस और जॉब के बारे में विचार किया जाता है। इस घर में स्थित ग्रहों के अनुसार ही व्यक्ति का बिजनेस और नौकरी तय होती है। दशमेश का मतलब होता है दसवें भाव में जो भी राशि नंबर होगा, उस भाव के स्वामी को दशमेश कहा जाएगा। यदि इस भाव में कुंभ यानी 11 नंबर लिखे होंगे तो उसका स्वामी शनि होगा। 

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