आज का पचांग शुक्रवार 15 जुलाई 2022 श्रावण कृष्ण पक्ष, द्वितीया भद्रा, पञ्चक, सर्वार्थ सिद्धि योग

15 जुलाई 2022, दिन शुक्रवार को श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि है। इस दिन सूर्योदय श्रवण नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। शुक्रवार को श्रवण नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
इसके अलावा इस दिन प्रीति नाम का एक अन्य शुभ योग भी बन रहा है। इस दिन राहुकाल सुबह 10:53 से दोपहर 12:32 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी
श्रावण मास का महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार साल का पांचवां महीना श्रावण होता है। इस महीने को शिव का महीना भी कहते हैं क्योंकि इस महीने में शिवजी की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। श्रावण के अंतिम दिन यानी पूर्णिमा तिथि पर रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। इस दिन चंद्रमा श्रवण नक्षत्र में होता है इसलिए इस महीने का नाम श्रावण रखा गया है। इस बार ये महीना 14 जुलाई से 11 अगस्त तक रहेगा।
शुक्रवार 15 जुलाई 2022 का पंचांग
15 जुलाई 2022, दिन शुक्रवार को श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि है। इस दिन सूर्योदय श्रवण नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। शुक्रवार को श्रवण नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा इस दिन प्रीति नाम का एक अन्य शुभ योग भी बन रहा है। इस दिन राहुकाल सुबह 10:53 से दोपहर 12:32 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
शुक्रवार को चंद्रमा मकर राशि में, शुक्र, सूर्य और बुध मिथुन में, शनि मकर राशि (वक्री), मंगल और राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में और गुरु (वक्री) मीन राशि में रहेंगे। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।
शुक्रवार 15 जुलाई 2022 के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- श्रावण
पक्ष- कृष्ण
दिन- शुक्रवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- श्रवण
करण- गण और वणिज
सूर्योदय - 05:33 प्रातः
सूर्यास्त - 07:21 रात्रि
चन्द्रोदय - जुलाई 15 09:08 रात्रि
चन्द्रास्त - जुलाई 16 06:57 प्रातः
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:06 से 12:59 तक
विजय मुहूर्त 02:45 दोपहर से 03:40 दोपहर
अमृत काल 08:20 प्रातः से 09:44 प्रातः
सर्वार्थ सिद्धि योग 05:33 प्रातः से 05:31 सायं
चन्द्र राशि मकर - 04:17 प्रातः , जुलाई 16 तक उपरांत कुम्भ
सूर्य राशि मिथुन
शुक्रवार 15 जुलाई 2022 का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल सुबह 10:53 से दोपहर 12:32 तक
यम गण्ड - 3:52 दोपहर – 5:31 सायं
कुलिक - 7:33 प्रातः – 9:13 प्रातः
दुर्मुहूर्त - 08:33 प्रातः – 09:26 प्रातः, 12:59 दोपहर – 01:52 दोपहर
वर्ज्यम् - 09:08 रात्रि – 10:34 रात्रि
पञ्चक 04:17 प्रातः , जुलाई 16 से 05:34 प्रातः , जुलाई 16
निवास और शूल
होमाहुति मंगल
दिशा शूल पश्चिम
अग्निवास पृथ्वी - 04:39 सायं तक उपरांत आकाश
चन्द्र वास दक्षिण - 04:17 प्रातः , जुलाई 16 तक उपरांत पश्चिम - 04:17 प्रातः , जुलाई 16 से पूर्ण रात्रि तक
भद्रावास पाताल - 02:59 रात्रि , जुलाई 16 से 04:17 रात्रि , जुलाई 16 तक
उपरांत मृत्यु - 04:17 प्रातः , जुलाई 16 से पूर्ण रात्रि तक
शिववास सभा में - 04:39 सायं तक उपरांत क्रीड़ा में
वृद्धि योग
ज्योतिष शास्त्र में 27 शुभ-अशुभ योगों के बारे में बताया गया है। ये पंचांग के 5 अंगों में से एक है। इनमें से ग्यारहवें योग का नाम वृद्धि है। इस योग में जन्म लेने वाला व्यक्ति रूप और स्वभाव दोनों से सुन्दर होता है। इनकी पत्नी और पुत्र दोनों ही अच्छे स्वभाव और गुणों वाले होते हैं। ये पराक्रमी एवं शक्ति से सम्पन्न होते हैं और सांसारिक सुखों का उपभोग करते हैं यानी इन्हें हर तरह की खुशियां मिलती हैं।
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