आज का पंचांग 29 सितंबर 2022 गुरुवार , आश्विन शुक्ल पक्ष, चतुर्थी, विनायक चतुर्थी, सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शारदीय नवरात्रि का चौथा दिन देवी कूष्मांडा की आराधना

Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी
आज का पंचांग 29 सितंबर 2022 गुरुवार
नवरात्रि के चौथे दिन करें देवी कूष्मांडा की पूजा
आज (29 सितंबर, गुरुवार) शारदीय नवरात्रि का चौथा दिन है। इस दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, देवी कूष्मांडा का वाहन सिंह है। देवी की आठ भुजाएं हैं, इसलिए इन्हें अष्टभुजी देवी भी कहा जाता है। इनके हाथों में कमण्डल, धनुष, बाण, कमल का फूल, कलश, चक्र और गदा है। देवी के इस रूप की पूजा करने से लंबी उम्र, मान-सम्मान और बेहतर स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
29 सितंबर 2022 गुरुवार का पंचांग
29 सितंबर 2022, दिन गुरुवार को आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पूरे दिन रहेगी। ये शारदीय नवरात्रि का चौथा दिन रहेगा। इस दिन देवी कूष्मांडा की पूजा की जाएगी। गुरुवार को विशाखा नक्षत्र दिन भर रहेगा। गुरुवार और विशाखा नक्षत्र के योग से वर्धमान नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। इसके अलावा प्रीति योग भी इस दिन रहेगा। राहुकाल दोपहर 01:46 से 03:15 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
गुरुवार को चंद्रमा तुला राशि से निकलकर वृश्चिक में प्रवेश करेगा। इस दिन सूर्य, बुध और शुक्र कन्या राशि में, मंगल वृष राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दही या जीरा मुंह में डाल कर निकलें।
29 सितंबर 2022 गुरुवार के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- आश्विन
पक्ष- शुक्ल
दिन- गुरुवार
ऋतु- शरद
नक्षत्र- विशाखा
करण- वणिज और विष्टि
सूर्योदय - 05:49 प्रातः
सूर्यास्त - 05:47 सायं
चन्द्रोदय - सितंबर 29 08:53 प्रातः
चन्द्रास्त - सितंबर 29 08:06 सायं
तिथि चतुर्थी - 12:08 रात्रि , सितम्बर 30 तक उपरांत पंचमी
नक्षत्र स्वाती - 05:52 प्रातः तक उपरांत विशाखा - 05:13 प्रातः , सितम्बर 30 तक उपरांत अनुराधा
चन्द्र राशि तुला - 11:24 दोपहर पूर्व तक वृश्चिक
सूर्य राशि कन्या
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:53 से दोपहर 12:40
अमृत काल 08:39 दोपहर से 10:13 रात्रि
सर्वार्थ सिद्धि योग 05:13 प्रातः , सितम्बर 30 से 05:49 प्रातः , सितम्बर 30
रवि योग 05:52 प्रातः से 05:13 प्रातः , सितम्बर 30
29 सितंबर 2022 गुरुवार का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल दोपहर 01:46 से 03:15 तक
यम गण्ड - 6:21 प्रातः – 7:50 प्रातः
कुलिक - 9:19 प्रातः – 10:48 प्रातः
दुर्मुहूर्त - 10:18 प्रातः – 11:06 प्रातः और 03:03 दोपहर – 03:50 दोपहर
वर्ज्यम् - 09:04 प्रातः – 10:36 प्रातः
निवास और शूल
होमाहुति सूर्य - 05:52 प्रातः तक उपरांत बुध
दिशा शूल दक्षिण
अग्निवास पाताल - 12:08 रात्रि , सितम्बर 30 तक उपरांत पृथ्वी
चन्द्र वास पश्चिम - 11:24 दोपहर पूर्व तक उपरांत उत्तर - 11:24 पी एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास दक्षिण
भद्रावास पाताल - 12:50 दोपहर से 11:24 रात्रि तक
शिववास क्रीड़ा में - 12:08 रात्रि , सितम्बर 30 तक उपरांत कैलाश पर
क्या होता है यमगण्ड?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहुकाल की तरह ही यम गण्ड भी अशुभ समय होता है। शुभ कार्य के लिए मुहूर्त निकालते समय इसका भी विशेष ध्यान रखा जाता है। इसकी
गणना दिन के घंटों (सूर्योदय से सूर्यास्त तक) को 8 खंडों में विभाजित करके की जाती है। प्रत्येक दिन में सूर्य के पुत्र यम को आवंटित 1.5 घंटे की अवधि होती है। यह यम गण्डम अवधि सूर्योदय और सूर्यास्त के समय के आधार पर भिन्न होती है।
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