आज का पंचांग 14 अक्टूबर 2022 शुक्रवार कार्तिक कृष्ण पक्ष, पञ्चमी,  रोहिणी व्रत

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Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी  

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आज का पंचांग 14 अक्टूबर 2022 शुक्रवार  

14 अक्टूबर 2022 शुक्रवार का पंचांग  
14 अक्टूबर 2022, दिन शुक्रवार को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि पूरे दिन रहेगी। इस दिन रोहिणी नक्षत्र पूरे दिन रहेगा। शुक्रवार को नक्षत्र होने से मित्र नाम का शुभ योग पूरे दिन रहेगा। इसके अलावा व्यातिपात और वरियान नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 10:46 से दोपहर 12:12 तक रहेगा। 

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
शुक्रवार को चंद्रमा वृषभ राशि में, सूर्य, बुध और शुक्र कन्या राशि में, मंगल वृष राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।

14 अक्टूबर 2022 शुक्रवार के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- कार्तिक
पक्ष- कृष्ण
दिन- शुक्रवार
ऋतु- शरद
नक्षत्र- रोहिणी
करण- कौलव और तैतिल
सूर्योदय - 05:56 प्रातः 
सूर्यास्त - 05:32 सायं 
चन्द्रोदय - अक्टूबर 14 08:37 रात्रि 
चन्द्रास्त - अक्टूबर 15 09:58 प्रातः 
तिथि    पञ्चमी - 04:52 प्रातः , अक्टूबर 15 तक उपरांत षष्ठी
नक्षत्र    रोहिणी - 08:47 रात्रि तक उपरांत मॄगशिरा
योग    व्यतीपात - 01:58 दोपहर तक वरीयान्
चन्द्र राशि    वृषभ
सूर्य राशि    कन्या
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 11:49 से 12:35 तक
अमृत काल    05:18 सायं से 07:03 रात्रि 


14 अक्टूबर 2022 शुक्रवार का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल सुबह 10:46 से दोपहर 12:12 तक 
यम गण्ड - 3:05 दोपहर – 4:32 सायं 
कुलिक - 7:53 प्रातः – 9:19 प्रातः
दुर्मुहूर्त - 08:45 प्रातः – 09:31 प्रातः, 12:35 दोपहर – 01:21 दोपहर
वर्ज्यम् - 02:59 रात्रि  – 04:45 रात्रि 

निवास और शूल
होमाहुति    मंगल - 08:47 रात्रि तक उपरांत गुरु
दिशा शूल    पश्चिम
नक्षत्र शूल    पश्चिम - 08:47 रात्रि तक उपरांत 
अग्निवास    पृथ्वी
चन्द्र वास    दक्षिण
राहु वास    दक्षिण-पूर्व
शिववास    नन्दी पर - 04:52 प्रातः , अक्टूबर 15 तक उपरांत भोजन में     


सुख-संपत्ति और प्रेम का कारक है शुक्र ग्रह
आज शुक्रवार है। इसे शुक्र ग्रह का दिन माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवग्रहों में शुक्र का भी विशेष स्थान है। इसे सुख-संपत्ति और प्रेम का कारक माना जाता है। शुक्र वृषभ और तुला राशि का स्वामी होता है और मीन इसकी उच्च राशि है, जबकि कन्या इसकी नीच राशि कहलाती है। शुक्र को 27 नक्षत्रों में से भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है।

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