आज का पंचांग 13 सितंबर 2022 मंगलवार, आश्विन कृष्ण पक्ष, तृतीया ,  चतुर्थी श्राद्ध, विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी, भद्रा, पञ्चक, गण्ड मूल, सर्वार्थ सिद्धि योग

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Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी 

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आज का पंचांग 13 सितंबर 2022 मंगलवार 
 

आज अंगारक चतुर्थी का व्रत
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस मंगलवार को चतुर्थी तिथि का संयोग बनता है, उस दिन अंगारक चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान श्रीगणेश की पूजा से मंगल ग्रह से संबंधित दोष दूर होते हैं। इस दिन मंगल ग्रह से संबंधित शुभ फल पाने के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैं। इस बार अंगारक चतुर्थी का योग 13 सितंबर, मंगलवार को बन रहा है।

13 सितंबर 2022 मंगलवार का पंचांग  
13 सितंबर 2022, दिन मंगलवार को आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि सुबह 10.37 तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन तृतीया तिथि का श्राद्ध किया जाएगा। मंगलवार को दिन भर आश्विन नक्षत्र रहेगा। मंगलवार को आश्विन नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा वृद्धि और ध्रुव 
नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 03:25 से शाम 4:57 तक रहेगा।

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
मंगलवार को चंद्रमा मीन राशि से निकलकर मेष में प्रवेश करेगा। इस दिन बुध ग्रह कन्या में (वक्री), सूर्य और शुक्र सिंह राशि में, मंगल वृष राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि निकलना पड़े तो गुड़ खाकर यात्रा पर जाना चाहिए।

13 सितंबर 2022 मंगलवार के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- आश्विन
पक्ष-कृष्ण
दिन- मंगलवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- आश्विन
करण- विष्टि और बव
सूर्योदय - 05:43 AM 
सूर्यास्त - 06:04 PM 
चन्द्रोदय - सितंबर 13 08:06 PM 
चन्द्रास्त - सितंबर 14 08:21 AM
तिथि    तृतीया - 10:37 AM तक उपरांत चतुर्थी
नक्षत्र    रेवती - 06:36 AM तक उपरांत अश्विनी
योग    वृद्धि - 07:37 AM तक उपरांत ध्रुव 
अभिजीत मुहूर्त: 11:58 AM से 12:47 PM
अमृत काल    11:39 PM से 01:16 AM, सितम्बर 14
सर्वार्थ सिद्धि योग    06:36 AM से 05:43 AM, सितम्बर 14
अमृत सिद्धि योग    06:36 AM से 05:43 AM, सितम्बर 14

13 सितंबर 2022 मंगलवार का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल दोपहर 03:25 से 4:57 PM तक
यम गण्ड - 9:19 AM – 10:51 AM
कुलिक - 12:22 PM – 1:54 PM
दुर्मुहूर्त - 08:43 AM – 09:31 AM, 11:12 PM – 11:59 PM
वर्ज्यम् - 02:54 AM – 04:31 AM

निवास और शूल
होमाहुति    मंगल
दिशा शूल    उत्तर
अग्निवास    पाताल - 10:37 AM तक उपरांत पृथ्वी
चन्द्र वास    उत्तर - 06:36 AM तक उपरांत पूर्व - 06:36 AM से पूर्ण रात्रि तक
भद्रावास    मृत्यु - 06:36 AM तक उपरांत 
राहु वास    पश्चिम
शिववास    क्रीड़ा में - 10:37 AM तक उपरांत कैलाश पर


भगवान विष्णु की तिथि है द्वादशी 
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कृष्ण और शुक्ल पक्ष मिलाकर कुल 16 तिथियां होती हैं। इनमें से 1 से लेकर 14 तक की तिथियां समान होती हैं। इनमें बारहवीं तिथि बहुत खास होती है। इसे द्वादशी तिथि कहते हैं। धर्म ग्रंथों में इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। भगवान विष्णु की तिथि होने से इस दिन व्रत और पूजा करने से कई पुण्य फल मिलता है। नारद पुराण का कहना है कि द्वादशी तिथि पर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने और बारह नाम बोलते हुए सूर्य को प्रणाम करने से दोष खत्म होते हैं। बीमारियां दूर होती हैं और उम्र भी बढ़ती है।  

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