आज का पंचांग 11 अक्टूबर 2022 मंगलवार ,कार्तिक कृष्ण पक्ष, द्वितीया, गण्ड मूल, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग

Newspoint24/ज्योतिषाचार्य प. बेचन त्रिपाठी दुर्गा मंदिर , दुर्गा कुंड ,वाराणसी
आज का पंचांग 11 अक्टूबर 2022 मंगलवार
11 अक्टूबर 2022 मंगलवार का पंचांग
11 अक्टूबर 2022, दिन रविवार को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि पूरे दिन रहेगी। इस दिन अश्विनी नक्षत्र दोपहर 04.17 तक रहेगा। इसके बाद भरणी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। मंगलवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग और उसके बाद भरणी नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
इनके अलावा हर्षण और वज्र नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल दोपहर 03:07 से शाम 04:34 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
मंगलवार को चंद्रमा मेष राशि में, सूर्य, बुध और शुक्र कन्या राशि में, मंगल वृष राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि निकलना पड़े तो गुड़ खाकर यात्रा पर जाना चाहिए।
11 अक्टूबर 2022 मंगलवार के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- कार्तिक
पक्ष- शुक्ल
दिन- मंगलवार
ऋतु- शरद
नक्षत्र- अश्विनी और भरणी
करण- तैतिल और गर
सूर्योदय - 05:54 प्रातः
सूर्यास्त - 05:35 सायं
चन्द्रोदय - अक्टूबर 11 06:37 सायं
चन्द्रास्त - अक्टूबर 12 07:04 प्रातः
तिथि द्वितीया - 01:29 रात्रि , अक्टूबर 12 तक उपरांत तृतीया
नक्षत्र अश्विनी - 04:17 सायं तक उपरांत भरणी
योग हर्षण - 03:17 दोपहर तक उपरांत वज्र
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:50 से दोपहर 12:37 तक
अमृत काल 09:01 प्रातः से 10:38 प्रातः
सर्वार्थ सिद्धि योग 05:54 प्रातः से 04:17 सायं
अमृत सिद्धि योग 05:54 प्रातः से 04:17 सायं
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11 अक्टूबर 2022 मंगलवार का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहुकाल दोपहर 03:07 से शाम 04:34 तक
यम गण्ड - 9:19 प्रातः – 10:46 प्रातः
कुलिक - 12:13 दोपहर – 1:40 दोपहर
दुर्मुहूर्त - 08:45 प्रातः – 09:31 प्रातः, 10:59 रात्रि – 11:49 रात्रि
वर्ज्यम् - 02:14 रात्रि – 03:54 रात्रि
निवास और शूल
होमाहुति चन्द्र - 04:17 सायं तक उपरांत मंगल
दिशा शूल उत्तर
अग्निवास आकाश - 01:29 रात्रि , अक्टूबर 12 तक उपरांत पाताल
राहु वास पश्चिम
शिववास सभा में - 01:29 रात्रि , अक्टूबर 12 तक उपरांत क्रीड़ा में
क्या होता है अभिजीत मुहूर्त?
प्रत्येक दिन का मध्य-भाग (अनुमान से दोपहर 12 बजे) अभिजीत मुहूर्त कहलाता है, जो मध्य से पहले और बाद में 2 घड़ी अर्थात 48 मिनट का होता है। दिनमान के आधे समय को स्थानीय सूर्योदय के समय में जोड़ दें तो मध्य काल स्पष्ट हो जाता है। इसमें 24 मिनट घटाने और 24 मिनट जोड़ने पर अभिजीत का प्रारंभ काल और समाप्ति काल निकल आता है।
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