क्या करके पद्म श्री मिला, क्या-क्या चाटने से ये पद मिला है कंगना पर शिवसेना सांसद तुमाने का विवादित बयान
शिवसेना सांसद तुमाने ने जवाब दिया कि सत्ता की लालसा होती तो महात्मा गांधी,
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को कुछ भी हो सकता था। उन्होंने यह भी आपत्तिजनक
बयान दिया कि दिल्ली के सभी सांसद और विधायक जानते हैं कि कंगना रनौत
को पद्मश्री क्यों मिला और हाथ चाटकर पुरस्कार किसे मिला।
Newspoint24/ एजेंसी इनपुट के साथ
नयी दिल्ली । देश को भिखारी के रूप में आजादी मिलने का विवादित बयान देने वाली एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अब महात्मा गांधी पर निशाना साधा है। गांधी ने कभी भगत सिंह या नेताजी बोस का समर्थन नहीं किया। कंगना ने खुद को यह कहकर विवादों को जन्म दिया कि उन्हें थप्पड़ मारने से आजादी नहीं मिल सकती। कंगना के इस बयान पर शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने ने विवादित बयान दिया है।
कंगना ने कहा था कि महात्मा गांधी को सत्ता की लालसा थी। शिवसेना सांसद तुमाने ने जवाब दिया कि सत्ता की लालसा होती तो महात्मा गांधी, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को कुछ भी हो सकता था। उन्होंने यह भी आपत्तिजनक बयान दिया कि दिल्ली के सभी सांसद और विधायक जानते हैं कि कंगना रनौत को पद्मश्री क्यों मिला और हाथ चाटकर पुरस्कार किसे मिला।
#WATCH महात्मा गांधी जी अगर सत्ता के लालची होते तो उस समय प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति सब कुछ बन सकते थे। कंगना रनौत को क्या करके पद्म श्री मिला, किसके पांव चाटने से, क्या-क्या चाटने से ये पद मिला है ये दिल्ली के सभी सांसद, विधायक बहुत अच्छे से जानते हैं...: शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने pic.twitter.com/luZdgHSpbM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 18, 2021
कंगना ने महात्मा गांधी के बारे में क्या कहा?
कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक न्यूज कटिंग और दो बड़े संदेश पोस्ट किए। इसमें कंगना ने अपने पहले के बयान में भूमिका निभाई है। पहले मैसेज में कंगना कहती हैं कि जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी, उन्हें सत्ता के भूखे और चालाक लोगों ने उनके आकाओं के हवाले कर दिया। ये वे लोग थे जिन्होंने उनका शोषण किया। उनमें न लड़ने की हिम्मत थी और न ही उनका खून बह रहा था। ये वो लोग हैं जो हमें सिखाते हैं, अगर कोई तुम्हें थप्पड़ मारे, तो दूसरे गाल पर तमाचा मारो और इस तरह तुम्हें आजादी मिलेगी। लेकिन वो आजादी किसी को नहीं मिलती। इस प्रकार केवल भीख माँगना ही प्राप्त होता है। इसलिए अपने आदर्श का चुनाव सोच-समझकर करें, कंगना कहती हैं।
इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक अन्य संदेश में, कंगना रनौत ने कहा कि गांधी ने कभी भगत सिंह या नेताजी का समर्थन नहीं किया। इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि गांधी ने भगत सिंह की फांसी का समर्थन किया था। इसलिए आपको तय करना है कि किसका समर्थन करना है। क्योंकि इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए उन्हें जन्मदिन की बधाई देना ही काफी नहीं है। वास्तव में यह चुप्पी बहुत ही गैर जिम्मेदाराना और सतही है। कंगना ने कहा, "हर किसी को अपना इतिहास और आदर्श जानने की जरूरत है।"
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